देहरादून। 'हम गुजरात से यात्रा करने आए थे। बीच में बिछड़ गए। पर्यटक पुलिस की सहायता मिली और हमें सही सलामत हनुमानचंट्टी बस पर पहुंचाया गया। इसमें हमारे सारे लोग मिल गए। थैंक्स टूरिस्ट पुलिस।' गुजरात निवासी भगवान बाई पटेल, कोर बहिन आदि ने यह उद्गार पर्यटक पुलिस के रजिस्टर में दर्ज किया है। चार धाम यात्रा पर आए सैकड़ों पर्यटकों ने टूरिस्ट पुलिस का ऐसे ही शब्दों में आभार जताया है।
नारायण विहार, दिल्ली निवासी मंगनी पत्नी रमणी यमुनोत्री यात्रा पर गईं थी। बकौल उनके, 'पति की तबीयत अचानक खराब हो गई। पर्यटन पुलिस ने मदद की और दवा की सुविधा उपलब्ध कराई। इसके लिए मैं आभारी रहूंगी।' बाद में मंगनी ने यह उद्गार रजिस्टर में दर्ज किया। इजराइल निवासी डोरर इस्साक, मेटन इलाड और इमरी रोडेन ने लिखा है 'वेरी गुड टूरिस्ट पुलिस, कीप्स द आर्डर एंड फ्रेंडली।' जबकि, नार्वे से आए इंड्रा, आस्ट्रेलिया से आए राबर्ट और बेल्जियम से आए कागी दास ने भी टूरिस्ट पुलिस का आभार व्यक्त किया है। इसी प्रकार, ग्वालियर के अनिल कुमार, उज्जैन के ऋषि कुमार, पश्चिम बंगाल के आशुतोष मुखर्जी, कर्नाटक के यात्रीगण, कोरिंगा जिले परमेश्वरी, पटेलनगर दिल्ली की ऋतु अग्रवाल, राजस्थान के लीलाधर, भोपाल के अनार नाई, इंदौर के मोहन यादव और गुजरात की सरोजनी आदि ने भी अपने उद्गार रजिस्टर में दर्ज की है। ज्यादातर लोगों ने टूरिस्ट पुलिस की मदद के लिए धन्यवाद दिया है। चार धाम यात्रा पर आने वाले पर्यटकों की भारी संख्या को देखते हुए इस वर्ष पर्यटन पुलिस की तैनाती की गई थी। इसके लिए कुल 100 पुलिसकर्मियों को स्वागत और अच्छे बर्ताव की ट्रेनिंग दी गई थी। खासबात यह थी कि ट्रेनिंग देने वालों में ऐसी संस्थाएं भी शामिल थी जो एयर होस्टेस को स्वागत के गुर सिखाती हैं। बाद में चार धाम यात्रा मार्गो पर कुल 22 स्थानों पर इनकी तैनाती की गई। इसके काफी अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। गढ़वाल रेंज आईजी अशोक कुमार के मुताबिक पर्यटन पुलिस ने मित्रता, सेवा और सुरक्षा की मिसाल पेश की है। पर्यटन पुलिस को आगे और भी ट्रेंड करके तैनात किया जाएगा।