http://www.merapahad.com/forum/tourism-places-of-uttarakhand/vishwanath-ghati-akhodi-uttarakhand/30/?action=post;msg=49048;sesc=a24ba63381b1caec5c3f9004e412aafb
दोस्तों विश्वनाथ घाटी का नाम सायद ही किसी ने सुना होगा क्यों की ये एक ऐसी घाटी हैं जहाँ की इंदरमणि बडोनी जी जैसे सपूतों का जन्म हुवा है!यह विश्वनाथ घाटी टेहरी गढ़वाल में अखोडी गाँव के पास पड़ती है. वेसे गढ़वाल में यहाँ स्थान भगवान बिस्वानाथ के नाम से भी जाना जाता है. यहाँ पर स्वामी रामतीर्थ जी ने घोर तपस्या की थी .और यहाँ पर इन्होने शिव लिंग की स्थापना की थी. और आज यहाँ पर एक खूब सूरत मन्दिर बना हुआ है .. इस मन्दिर को देखने के लिए लोग दूर से जाते है . जो भी भगत यहाँ पर भगवान शिब से मागता है उसकी मनो कामना पुरी होती है.. वेसे पुराणों में कहते है की केदार नाथ जी के ७ वी अध्याय में भगवान बिस्वानाथ का बर्णन किया हुआ है.यहाँ पर और कुछ भी नही है लेकिन जब यहाँ पर भगत लोग जाते है तो उनको यहाँ पर बहुत शान्ति मिलती है और जिन्दी में अगर शान्ति मिले तो इससे बड़ी और कोई चीज़ नही है ..बडोनी जी का तो स्वप्ना था की भगवान बिश्वनाथ उत्तराखंड का पाचवा तीर्थस्थल बनेगा . बद्रीनाथ,केदारनाथ. गंगोत्री-जमनोत्री और बिश्वनाथ .. लेकिन ओ अधुरा ही रह गया . मेरी आप सभ लोगो से बिनिती है की आप अपने देव भूमि के पांचवे तीर्थस्थल का प्रचार करे और अपने उत्तराखंड के गाँधी जी का स्वपन सहकार करे ..