दुग नाकुरी बनेगा तहसील!
Story Update : Tuesday, March 13, 2012 12:01 AM
बागेश्वर। दुग नाकुरी को तहसील बनाने की मांग बागेश्वर जिले की मांग के साथ ही उठी थी। जिला तो बन गया पर तहसील की मांग आज तक पूरी नहीं हो सकी है। पृथक तहसील नहीं बनने से जहां क्षेत्र का विकास चौपट हो गया है वहीं लोगों को छोटी प्रशासनिक इकाई का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों को तहसील स्तरीय काम के लिए यहां से 24 से 60 किमी दूर जिला मुख्यालय जाना पड़ रहा है। इसमें उनका काफी समय तथा धन बर्बाद हो रहा है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही लोगों में तहसील बनने की आश भी जाग गई है।
वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार दुग नाकुरी के करीब 50 गांवों की जनसंख्या 45 हजार से अधिक हो गई है। नाकुरी पट्टी के गांवों में जारती, पपोली, उडियार, रंगदेव, बिनाड़ी, पचार, होराली, जलमानी, पातल, लमजिंगड़ा, रीमा, सुरकालीगांव, दियाली कुरौली, वड्यूड़ा, बैकोड़ी, किड़ई दारसिंग, महोली, सक्नयुड़ा, चौनाला, सिमगड़ी, सनगाड़, बास्ती, जाखनी, मजगांव, भंतोला, शेरी, झांकरा एवं महरुड़ी, दुग पट्टी के गडेरा, सलीगांव, खोलीगांव, मउडियार, तिलाड़ी, जुनायल, सुंदिल, लेसानी, चिपोली, कमद, पलायण, तुसेरा, दोफाड़ को मिलाकर पृथक तहसील बनाने की मांग को लेकर क्षेत्र के लोग वर्ष 1997 से संघर्षरत हैं। पृथक उत्तराखंड राज्य की स्थापना के बाद आई सरकारों के नुमाइंदों ने इस मांग को पूरी करने के लिए कई आश्वासन दिए लेकिन वह आज तक पूरे नहीं हो सके हैं। पिछले साल फरवरी महीने में मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल ने केदारेश्वर मैदान कपकोट में बहुउद्देश्यीय शिविर लगाया था। तब तहसील की घोषणा होने की बात प्रचारित तो खूब करवाई गई लेकिन भाजपा नेता स्थापना नहीं करा सके। तहसील नहीं बनने से जहां लोगों को छोटी प्रशासनिक इकाई का लाभ नहीं मिल पा रहा है वहीं क्षेत्र में विकास कार्य भी भगवान भरोसे है। विधानसभा चुनाव में क्षेत्र के मतदाताओं ने इस लंबित मांग को मुद्दा बना लिया था। प्रदेश में अब कांग्रेस की सरकार आ गई है और क्षेत्रीय विधायक ललित फर्स्वाण भी कांग्रेस से ही हैं। क्षेत्र के लोगों में आशा है कि फर्स्वाण तहसील की स्थापना दुग नाकुरी के केंद्र बिंदु बनलेख में कराने के तेजी से प्रयास करेंगे। पृथक तहसील संघर्ष समिति के महामंत्री धन सिंह भौर्याल ने कहा कि यदि इस बार भी तहसील नहीं बनी तो फिर से आंदोलन की रणभेरी बजा दी जाएगी। इधर विधायक फर्स्वाण ने कहा कि तहसील की स्थापना उनकी प्राथमिकताओं में है। इसके लिए वह अपने प्रयास जारी रखेंगे।