अब आमरण अनशन पर बैठेंगे ग्रामीण (Jagran News) Nov 30, 05:26 pm
जागरण कार्यालय, रानीखेत: द्वाराहाट ब्लाक अंतर्गत कफड़ा-तिपौला सड़क का निर्माण लटकने से क्षेत्रीय ग्रामीणों में कड़ा रोष है। एक दशक बाद भी सड़क अस्तित्व में नहीं आ सकी, जबकि ग्रामीण बार-बार इस ओर ध्यान खींच रहे हैं। अब ग्रामीणों ने 16 दिसम्बर से आमरण अनशन शुरू करने का निर्णय लिया है।
ग्रामीणों ने बैठक कर कहा कि कुमाल्ट, नौघर, हल्दुवा, हतेला, बड़ेत, धनयारी, कुनस्यारी, चमीनी, पैनेली, वस्कना व खलना आदि गांवों की करीब 20 हजार की आबादी को सड़क सुविधा के लिए वर्ष 2001 में कफड़ा-बड़ेत-तिपौला सड़क स्वीकृत हुई परंतु 10 वर्षो में विभाग द्वारा मात्र चार किमी सड़क का कटान हो सका। तब से सड़क के निर्माण का काम आगे नहीं बढ़ पाया। इस सड़क को वर्तमान में 13 किमी निर्माण की स्वीकृति मिल चुकी है और गत जुलाई माह में 2 किमी निर्माण के टेण्डर भी हुए, लेकिन कार्य नहीं चल सका।
इस सड़क के निर्माण के लिए संघर्ष समिति लगातार दबाव बनाए हुए है। गत जुलाई माह में समिति ने जल्द निर्माण कार्य शुरू करने का अनुरोध किया था। बैठक में इस बात पर आक्रोश व्यक्त किया कि दो माह बाद भी प्रशासन व विभाग ने कोई रुचि नहीं दिखाई और ग्रामीणों को 10 सालों से झूठे आश्वासनों पर टिकाया है। बैठक में तय किया गया कि जल्द सड़क का निर्माण शुरू नहीं होने पर पूर्व घोषणा के अनुसार 16 दिसम्बर से ग्रामीण आमरण अनशन शुरू कर देंगे। बैठक के बाद उक्त संबंध में मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा गया। बैठक में कफड़ा-तिपौला सड़क निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष बचे सिंह बिष्ट, प्रधान लाल सिंह समेत माधो सिंह, प्रकाश अधिकारी, प्रेम सिंह, भूपाल सिंह, अनोप सिंह, हीरा देवी, बसंती देवी, गोपाल सिंह, जगदीश सिंह अधिकारी, बलवंत सिंह, कुंदन सिंह, धर्मेन्द्र सिंह आदि कई लोग उपस्थित थे।