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Useful Info for People Born With Disabilities - जन्मजात विकलांगो के लिए सूचना

(1/1)

Ela:
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born with problems/disabilities in jointed ear, nose and mouth,

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Devbhoomi,Uttarakhand:
विकलांग बच्चों को शिक्षा दिलाना सुनिश्चित करे शिक्षक
ब्लाक संसाधन केंद्र गरुड़ में सर्व शिक्षा अभियान के तहत एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में समेकित शिक्षा के जिला समन्वयक धीरेद्र कुमार पाठक ने कहा कि शिक्षकों को चाहिए कि वे अपने क्षेत्र के विकलांग बच्चों का चिह्नीकरण कर उनका विद्यालय में प्रवेश सुनिश्चित करे।

श्री पाठक ने कहा कि समन्वयकों को चाहिए कि वे अपने क्षेत्र के विकलांग बच्चों का चिह्नीकरण करें तथा इसके लिए प्रत्येक अध्यापक व अध्यापिका को निर्देशित करे। उन्होंने कहा कि विकलांग बच्चों का विद्यालय में शत प्रतिशत नामांकन कराने के लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत विकलांग बच्चे का नामांकन कराने पर उसके माता-पिता को 100 रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। जानकारी दी कि प्लास्टिक सर्जरी वाले बच्चों को पढ़ाई के लिए देहरादून व हरिद्वार भेजा जाएगा। अध्यक्षता करते हुए ब्लाक समन्वयक उमेश जोशी ने बताया कि प्रत्येक अध्यापक व अध्यापिका कर्तव्य है कि वे अपने क्षेत्र के बच्चों का विद्यालय में शत प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित कराएं साथ ही गांवों में जो विकलांग बच्चे शिक्षा से वंचित है उन्हे भी शिक्षा के लिए विद्यालय में प्रवेश दिलवाएं। कहा कि शिक्षा प्रत्येक का मौलिक अधिकार है।

Devbhoomi,Uttarakhand:
रुद्रपुर में खुला कुमाऊं का पहला विकलांग पुनर्वास केंद्र


Oct 27, 01:48 am

रुद्रपुर(ऊधमसिंहनगर)। कुमाऊं का पहला विकलांग पुनर्वास केंद्र जिला चिकित्सालय में स्थापित कर लिया गया है। शुभारंभ अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि विकलांगों को दया नहीं बल्कि हौसला दिया जाय तो वे भी बुलंदियों को छू सकते है।

जिला चिकित्सालय में सोमवार को सीडीओ डा.रंजीत सिन्हा ने पुनर्वास केंद्र का शुभारंभ किया। उन्होंने जरूरतमंदों को हर संभव सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का भरोसा दिलाया। मुख्य चिकित्साधिकारी डा.आरएस असवाल ने कहा कि शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को दया नहीं बल्कि हौसले की जरूरत है।

 उन्होंने प्रत्येक माह विकलांग दिवस पर सभी पात्रों को प्रमाणपत्र उपलब्ध कराये जाने का आश्वासन भी दिया। सीएमएस डा.जेसी दुर्गापाल ने कहा कि विकलांगों को यदि अपनत्व की भावना से आगे बढ़ाया जाय तो वे भी बुलंदियां छू सकते है।

जिला समाज कल्याण अधिकारी नीरज चिलकोटी ने कहा किक विभागीय स्तर पर समय समय पर कैंपो के जरिये जरूरतमंदों को योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है।


http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_5892249.html

Devbhoomi,Uttarakhand:
मानसिक विकलांगों विशेष ध्यान देना आवश्यक:सुषमा

बागेश्वर। जिला शिक्षाधिकारी सुषमा सिंह ने कहा है कि मानसिक रूप से विकलांग बच्चों के विकास को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

डीईओ सुषमा सिंह बीआरसी बागेश्वर में होमवेस्ट अनुदेशकों के पांच दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला के शुभारम्भ अवसर पर बोल रही थी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मानसिक रूप से विकलांग बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सरकार द्वारा उनके घर से विद्यालय आने व जाने के लिए सुविधाएं दी है जिनकी जानकारी उन बच्चों के अभिभावकों देनी होगी ताकि वह अपने बच्चे को स्कूल भेज सके। उन्होंने कहा कि मानसिक रूप से विकलांग बच्चों को प्यार की आवश्यकता होती है। इसलिए अनुदेशकों को चाहिए कि वह प्रशिक्षण से प्राप्त अनुभवों को बच्चों तक अवश्य पहुंचायें। कार्यशाला का संचालन करते हुए डायट के प्रवक्ता केएन काण्डपाल ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला तथा पांच दिवसीय कार्यशाला में दिये जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी। समेकित शिक्षा के जिला समन्वयक धीरेन्द्र पाठक ने मानसिक विकलांग बच्चों के लिए जनपद में चलाये जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए गत वषरें की उपलब्धियां भी गिनाई।

http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_5957815.html

Devbhoomi,Uttarakhand:
विकलांग शिविर में तीन सौ मरीजों का परीक्षण

लैंसडौन(पौड़ी गढ़वाल)। सामाजिक सरोकारों से जुड़ी स्वयं सेवी संस्था लीडर्स एवं राष्ट्रीय दृष्टिबाधितार्थ संस्थान 'एनआईवीएच' के तत्वावधान में जयहरीखाल ब्लाक में आयोजित विकलांग शिविर में 292 लोगों का स्वास्थ परीक्षण किया गया। इस मौके पर सात लोगों को विकलांग प्रमाण पत्र जारी किए गए।

शुक्रवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जयहरीखाल में आयोजित विकलांग शिविर में लैंसडौन, जयहरीखाल, सकमुंडा, जैहरी, पौखाल, गुमखाल, द्वारीखाल, चैलूसैण, द्वारीखाल, सैलगांव, ग्रामों के करीब तीस सौ ग्रामीणों ने स्वास्थ परीक्षण करवाया। इस मौके पर 'एनआईवीएस' के पुर्नवास अधिकारी जगदीश लखेड़ा ने कहा कि विकलांगों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए भारत सरकार तीन प्रतिशत आरक्षण देती है। सूबे में अब तक सात सौ से अधिक लोग विभिन्न क्षेत्रों में नौकरियां कर रहे हैं। श्री लखेड़ा ने कहा कि राष्ट्रीय दृष्टिवाधितार्थ संस्थान विकलांग लोगों को व्यवसायिक प्रशिक्षण के अलावा ब्रेल लिपि का कार्य सिखाती है। वर्तमान में संस्थान स्टोनोग्राफर, फिजियोथेरोपी, कम्प्यूटर, का प्रशिक्षण भी विकलांगों को दे रहा है। लीडर्स के अध्यक्ष पकंज बलूजा ने कहा कि शिविर में जुड़ी भीड़ ने ये साबित कर दिया है कि वर्तमान परिपेक्ष्य में क्षेत्र में स्वास्थ सेवाओं का बेहद अभाव है। लीडर्स की कोषाध्यक्ष ज्योति रौतेला ने बताया कि शुक्रवार को सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक चले शिविर में 117 मरीजों को चश्में, 79 को श्रवण मशीन, 10 को व्हील चियर, 24 को बैसाखी व 47 को निशुल्क छड़ी वितरित की गई। ज्योति ने बताया कि शिविर में 27 लोगों ने विकलांग प्रमाण पत्रों के लिए आवेदन किया था। जांच के दौरान सात लोगों को इसके पात्र पाया गया जिन्हें मौके पर ही विकलांगता प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए। विकलांग शिविर में एनआईवीएच के डा. प्रशांत जुगरान, डा. एसएन मिश्र के अलावा कोटद्वार के हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. शैलेंद्र बिष्ट, डा. बागेश्वर काला, नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. मधुबन जैन ने रोगियों का परीक्षण किया। शिविर में प्राथमिक स्वास्थ केंद्र जयहरीखाल के डा. अनिता रावत, डा. रश्मि रावत, के अलावा सुनिल परमार, राजेंद्र, अनिता जैकब, दिनेश रविकांत, आदि का सहयोग रहा।

http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_5975912.html

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