पानी को तरस रहे पंद्रह हजार लोग
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रुद्रप्रयाग, : नगर क्षेत्र की 15 हजार से भी अधिक आबादी पांच दिनों से पानी को तरह रही है। पहले से ही बेहाल पड़ी पेयजल लाइनें अब पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं, लेकिन जल संस्थान है कि पानी की लाइन को ठीक नहीं कर रहा।
रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। सोलह अगस्त को बारिश के चलते नगरीय पेयजल योजना सूजीबगड़ के समीप 60 मीटर से भी अधिक क्षतिग्रस्त हो गई थी। योजना के कई पाइप पुनाड़ गदेरे में बह गए। इस योजना से नगर आठ वार्डो की लगभग 15 हजार से भी अधिक आबादी जुड़ी हुई है। पांच दिन से लोग पानी के भटक रहे हैं।
हालांकि, विभाग की ओर से वैकल्पिक तौर से पुनाड़ गदेरे से पानी सप्लाई किया जा रहा है। पर यह पानी गंदा है और पीने लायक नहीं है।
वहीं, क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों की मरम्मत का कार्य जल संस्थान ने शुरू तो कर दिया, लेकिन उसकी गति बहुत धीमी है। वहीं इन हालतों में नगर वासी हैंड पंपों व पुनाड़ गदेरे से बर्तनों में पानी ला रहे हैं।
क्या कहते हैं उपभोक्ता-
पेयजल योजना क्षतिग्रस्त हुए पांच दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई व्यवस्था जल संस्थान द्वारा नहीं की गई है, जबकि इन हालातों में वैकल्पिक व्यवस्था के तौर टैंकरों से पानी सप्लाई किया जाना चाहिए, परंतु अभी तक कोई सुविधा नहीं है।
-गणेश सेमवाल, प्रकाश कप्रवान, एसएस नेगी, गोविंद सिंह राणा, मेहरबान बुटोला स्थानीय निवासी रुद्रप्रयाग।
क्या कहते हैं अधिकारी-
सूजीबगड़ के समीप योजना के ईआरडब्लू एवं पैंसठ एमएम, अस्सी एमएम व चालीस एमएम के पाइप क्षतिग्रस्त है, जिनके मरम्मतीकरण का कार्य चल रहा है। इस स्थान पर पहाड़ी पर लगातार स्लाडिंग होने से कार्य करने में दिक्कतें आ रही है।
-आरसी खंडूड़ी, अधिशासी अभियंता जल संस्थान रुद्रप्रयाग
http://in.jagran.yahoo.com/news/local/uttranchal/4_5_6306737.html