उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र का सबसे प्रमुख जनजाति भोटिया (पिथौरागढ़ का शौकस) है। भोटिया शब्द बो से बना है जिसका तिब्बतन भाषा में अर्थ होता है तिब्बत। भोटिया प्रायः ऊंची हिमालय भूमि पर रहता है (कुमाऊं का उत्तरी एवं उत्तरी-पूर्वी भाग में), तिब्बत सीमा के पास। भोटिया का शारीरिक बनावट तिब्बत के लोगों की तरह होता है।
कुमाऊं क्षेत्र में भोटिया पिथौरागढ़ के धारचुला के आसपास रहते हैं। कुमाऊं में रहने वाले भोटिया की जनजाति शौका जनजाति से आते हैं इसलिए इन्हें शौकस कहते हैं। भोटिया के अन्य दो जनजाति हैं (जाढ और मारचस/टोलचस) प्रायः हिमालय के गढ़वाल क्षेत्र में रहते हैं।
जाढ़ उत्तरकाशी के क्षेत्रों में तथा मारचस (व्यापारी) एवं टोलचस (किसान) चमोली के क्षेत्रों में रहते हैं। शौकस हिन्दू-बौद्ध धार्मिक परंपरा का अनुसरण करता है और अपने उत्सवों एवं रीति-रिवाजों के लिए लामा पर विश्वास करता है। कुमाऊं के हिन्दुओं में भोटिया सबसे प्रबल जाति है।