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People Scarified life for Saving Forest - जंगल बचाने में इन्होने गवाए प्राण

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एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
Dosto,

Every year heavy fire destroys Crs of rupees forest asset in Uttarakhand specially in Summer season. Apart from Forest Dept, villagers also play major role in putting off and many of them lose their their life in this great noble cause. We will be sharing here some details about people who lost their lives in saving the forest.

Merapahad pays homage to such people who scarified their life not only for sake of human being but also other creatures.

Regards,

M S Mehta 
 

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
 
Jaman Singh, School Principal, Ason Inter College, District Bageshwar 2010 -   Farswan, Village - Okhalswon)
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We pay our tribute to Late Sh Jaman Singh ji.
 

May God his soul rest in peace!

Though he lost his life in this great social work, but he has set an example for other towards saving the forest. His scarification for saving the forest will not be forgotten.
 
Here is the News about Late Jaman Singh Ji
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Bageshwar (Uttarakhand), Jun 3 (PTI) A government school Principal has been charred to death while trying to douse fire in jungles at Ravainkhal area of the district, official sources today said.

The incident took place when Jaman Singh, Principal of Asano Inter College at Kapkot area, went to douse the blaze in the nearby jungles yesterday and came in its grip.

Later, villagers accompanying him informed the officials about the incident, who rushed to the spot and sent the body for postmortem.
 
http://www.ptinews.com/news/688642_School-Principal-charred-to-death

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

Now Go through this news
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मई  9,                           2009
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विशला देवी नाम की महिला टिहरी जिले के   चिन्यालीसौड से कुछ काम कर लौट रही थी तभी उसने अपने गांव के जंगल में आग   लगी देखी। आग को बुझाने के लिए वह पानी की तलाश में जंगल में ही दौड़ पड़ी   तभी आग ने उसे अपनी चपेट में ले लिया जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
  राज्य के टिहरी जिले में गत दो मई को गगवाड़ा के जंगलों में आग लगने से   पांच व्यक्तियों की मौत हो गई थी और दो व्यक्ति घायल हो गए थे जिनकी बाद   में अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
Date : Saturday, May 2, 2009

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Place : Pauri Garwal -


जंगल की आग से छह मरे पौड़ी गढ़वाल, : जिला मुख्यालय से करीब छह किलोमीटर   दूर गगवाड़स्यूं पट्टी के गगवाड़ा गांव के वन पंचायत क्षेत्र में लगी आग को   बुझाने के प्रयास में पांच लोगों की जलकर मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सात   लोग बुरी तरह झुलस गए। झुलसे लोगों को जिला चिकित्सालय पौड़ी में भर्ती   कराया गया है। वहां से तीन की गंभीर स्थिति को देख उन्हें बेस चिकित्सालय   श्रीकोट के लिए रेफर कर दिया गया है। उधर चमोली जिले के थराली ब्लाक में   पैनगढ़ के जंगल में लगी आग से एक 18 वर्षीय युवक आग की चपेट में आ गया,   जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आज शुक्रवार सुबह छह बजे गगवाड़ा गांव के   सौ से अधिक लोग आग बुझाने जंगल की ओर गए। दोपहर के समय आग ने प्रचंड रूप   लिया। ग्रामीण आग की चपेट में आ गए। इनमें पांच लोगों की जलकर मौके पर ही   मौत हो गई, जबकि सात लोग झुलस गए।

मृतकों में :1. गगवाड़ा गांव निवासी सूरीदास   (53 वर्ष) पुत्र ख्याली दास, 2.   तेजेन्द्रपाल (44 वर्ष) पुत्र पूरण सिंह   सजवाण, 3.   मोहन सिंह (45 वर्ष) पुत्र उम्मेद सिंह,4.  सुनील (18 वर्ष) पुत्र   जयकृत सिंह 5.   सुनील (21 वर्ष) पुत्र पदमराम झुलसे लोगों में   गगवाड़ा गांव के अनिल सजवाण (32 वर्ष) पुत्र मदन सिंह, महेन्द्र (19 वर्ष)   पुत्र राजकुमार, युद्धवीर सिंह (30 वर्ष) पुत्र हुकम सिंह, महावीर सिंह (62   वर्ष) पुत्र साबर सिंह, जगदीश (27 वर्ष) पुत्र महावीर सिंह, जगमोहन व पदम   सिंह शामिल हैं। महावीर सिंह 90 प्रतिशत, युद्धवीर सिंह 55 प्रतिशत, अनिल   सजवाण 45 प्रतिशत जले हैं, इनकी नाजुक स्थिति को देखते उन्हें श्रीकोट बेस   चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया है। जिला चिकित्सालय के सीएमएस डा.   ललित गुसांई ने बताया कि आग में गंभीर रूप से झुलसे लोगों की स्थिति   चिंताजनक है। घटना के कई घंटे बाद जिला प्रशासन ने घटनास्थल पर जाने की   जहमत उठाई। सूचना पर जिलाधिकारी डी. सैंथिल पांडियन मौके पर पहुंचे। राजस्व   पुलिस ने मृतकों के शवों का पंचनामा भर दिया गया।


उधर चमोली जिले के थराली   ब्लाक के पैनगढ़ गांव का  दीपू पुरोहित (18) साल पुत्र महेशानंद गांव के   जंगल में गाय चराने गया था कि जंगल में लगी आग की लपटों से वह घिर गया और   आग को बुझाते समय उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा भर   पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया गया है।

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:


If Uttarakhand Govt has a dedicated Helicopter to put off fire in Uttarakhand forest, such casualties will reduce here.

Helicopter carrying water can be used for this purpose. but tough to implement such practices in UK Cr of rupees forest asset is lost every year in UK due to heavy fire.

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