द्वाराहाट निवासी पंडित मदन मोहन उपाध्याय की आजादी की
लड़ाई में अग्रेजों के दांत खट्टे करने पर चारों तरफ वाहवाही हो रही थी। उन दिनों ही कुमाऊं के एक मशहूर लोकगीत गायक ने एक गीत गाया था जिसके बोल थे 'मदन मोहना तेरी जय जयकारा'। यह गीत तब बच्चे-बच्चे की जुबान पर रहता था।