"शहीद यशोधर बेंजवाल"
शत् शत् नमन आपतैं,
अर राजेश रावत जी कू,
१०, नवम्बर-१९९४ का दिन,
आपन दिनि अपणु बलिदान,
श्रीयंत्र टापू श्रीनगर गढ़वाल मू,
सुपिनों मा बस्याँ,
पराणु सी प्यारा,
उत्तराखण्ड राज्य का खातिर.
आपकु शरीर अर सुपिना,
तैन्न लग्याँ था अलकनंदा मा,
देखि होलि आपन,
ज्व अपणा आँखौंन,
औन्दि जान्दि बग्त,
आन्दोलन धरना का बग्त,
जैन अंत समय मा,
दिनि आपतैं जगा,
अपणा विराट हृदय मा.
उत्तराखण्ड राज्य बणि,
सुपिनु साकार ह्वै,
सार्थक ह्वे बलिदान आपकु,
दुःख आज छ मन मा,
आप हमारा बीच होन्दा,
कथगा खुश होन्दा,
आप अर हम,
अर हमारू पराण,
हे स्वर्गवासी,
"शहीद यशोधर बेंजवाल" जी.
रचना: जगमोहन सिंह जयाड़ा "जिज्ञासु "
(सर्वाधिकार सुरक्षित, यंग उत्तराखण्ड, मेरा पहाड़, पहाड़ी फोरम पर प्रकाशित, १६.७.२०१०)