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उत्तराखंडी नाटकों की शुरुआत (गढ़वाली, कुमाऊंनी) - UTTARAKHANDI PLAYS !!

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Bhishma Kukreti:
       गीत गाया पत्थरों ने [भाग -3 ]


             अनुवाद - भीष्म कुकरेती
        अंक तीन     [Act III ]


[हिंगिन्स की माँ कु घर।  सज्युं घर , पर हिंगिन्स से अलग शैली, श्यामक तीन या चार बजि ]
[हिगिन्स भितर आंद ]
हिगिन्स की माँ  मिसेज हिगिन्स -हेनरी ! यी क्या च ? त्वै तै पता च आज मेरि किटी पार्टी च अर तीन वायदा कर छौ कि तू कबि बि आजौ दिन घर नि ऐली ? [हिगिन्स याने हेनरी सिवा लगांद ]
हिगिन्स -हाँ पर झंझट च ना !
हिगिन्स की माँ -अब्याक अबि तू अपण ड्यार जा।
हिगिन्स -हाँ पर एक उदेश्य च , काम च।
हिगिन्स की माँ -नै नै।  मि गंभीर छौं।  जब बि तू मेरी सहेल्युं तै मिल्दि तू वूं तैं नराज कर दींदि अर उ इख आण बंद कर दींदन।
हिगिन्स -अरे मि बड़ी छुटि बात करदु अर तब बि भौतुं समज मा इ नि आंद।
[बैठ जांद ]
हिगिन्स की माँ - त बड़ी बात क्या हूंद।  तू अबि चल जा।
हिगिन्स -त्वे से काम च।
हिगिन्स की माँ -अब ना।  ध्वनि विज्ञान ! स्वर , व्यंजन अर बीच की ध्वनि। मि तै वु सब पढ़न पोड़दन। अर फिर अपण विचार बि -
हिगिन्स -यि ध्वनि विज्ञान कु काम नी च।
हिगिन्स की माँ -पर तीन त  बोलि कि -
हिगिन्स -हाँ पर त्यार  लायक ना । एक छोरी मिल गे।
हिगिन्स की माँ -औ त इन बुल्दी कि कै लड़किन त्वै तै पसंद कर यालि  ?
हिगिन्स -ना ना।  मतलब क्वी प्यार ओर ना हाँ।
हिगिन्स की माँ -फिर क्या फायदा ?
हिगिन्स -किलै
हिगिन्स की माँ -अरे कैदिन तू कैक फंदा मा फँसलि ? दुनिया मा इथगा सुंदर सुंदर लड़की छन अर त्वै तै किलै नि दिख्यांदन।?
हिगिन्स -पता नि क्या च धौं।  मै लगद सबि छोरी मूर्ख हूंदन।  पता नि किलै धौं।
हिगिन्स की माँ -अच्छा लड़की बारा मा बता।
हिगिन्स -वा इखि आणि च।
हिगिन्स की माँ -पर मीन त क्वी लड़की नि बुलाई ?
हिगिन्स -मीन बुलाइ । वा जंगली फूल च अर तीन कबि बि जंगली फूल नि भट्यांण छौ।
हिगिन्स की माँ -अर म्यार घर पर जब कि -
हिगिन्स -ना मीन वीं तै सिखायुँ च कि कंन  बात करण।  मतलब जलवायु , हमर स्वास्थ्य आदि आदि। मीन हिदैत दियीं च कि केवल  जलवायु अर स्वास्थ्य तक बात सीमित रखण। ठीकि राल।
हिगिन्स की माँ -ठीकि राल ? मतलब व हमर भैर -भितर की बात कारली अर फिर बि ठीकि रालु ?
हिगिन्स -मीन शर्त लगै छै कि वीं तै छै मैना मा राजकुमारी बणै द्योलु।  वा सिखण म तेज च अर वींक अंग्रेजी उनि च जन तेरी फ्रेंच। पिकरिंग वीं तै लेक आणु होलु।
हिगिन्स की माँ -तो सब संतोषजनक च कि ना ?
हिगिन्स -हाँ अर ना।
हिगिन्स की माँ -क्या मतलब ?
हिगिन्स -वींक उच्चारण ठीक छन।  पर त्वै तै खाली उच्चारण इ नि जंचण बल्कि वा कनो उच्चारण करदी अर क्यांक उच्चारण करणी च बि जंचण।
नौकरानी [प्रवेश ]-मिसेज अर मिस आइनसफोर्ड अयाँ छन।
हिगिन्स [ सटापोड़ी मा सब सम्भाल्दु . हैट पैरद  आदि ] इ बाबा !
[वु द्वार जीना जाण इ वाळ छौ कि ब्वै बेटी ऐ गेन।  यी ब्वै बेटी वी छन जु चर्चम बरखाक दिन छ अर जख हिगिन्स तै लिजा अर पिकरिंग मील छा। ]
मिसेज  आइनसफोर्ड]मिसेज हिगिन्स से ] - हेलो ! क्या हाल छन ?[हाथ मिलांद ]
 मिस आइनसफोर्ड -हेलो ! क्या हाल छन ? [हाथ मिलांद ]
हिगिन्स की माँ -यु म्यार नौनु हेनरी हिगिन्स च।
मिसेज  आइनसफोर्ड - औ ! प्रसिद्ध प्रोफेसर हिगिन्स।  प्रोफेसर ! मि कब से मिलण चाणू छौ।
हिगिन्स -म्यार सौभाग्य !
मिस आइनसफोर्ड हिगिन्स का पास जैक - क्या हाल छन ?
हिगिन्स[घूरिक ] -हूँ ! मीन कखि द्याख च आप तै।  अवाक जणी पछेणी लगणी च।  कख देख होलु ? चलो क्वी बात नी च।  बैठों प्लीज !
हिगिन्स की माँ - जरा क्षमा कर्याँ।  म्यार प्रसिद्ध नौनुम दुनियादारी तमीज कम च हाँ।  नराज नि हुयां हाँ !
 मिस आइनसफोर्ड -नै नै।  [एक कुर्सी मा बैठदि ]
मिसेज आइनसफोर्ड मिसेज हिगिन्स अर  मिस आइनसफोर्ड का बीच की कुर्सी मा बैठद बैठद - नै नै कतै ना भै।
हिगिन्स -हाँ जरा मि शायद कठोर सि ह्वे गे होलु हैं ? म्यार मतलब उ नि छौ।
[वु खिड़की का पास चल जांद अर सब्युंक तरफ पीठ क्रीक भैर दिखद ]
नौकरानी पिकरिंग का साथ भितर आंद - मिस्टर पिकरिंग [भैर चल जांद ]
पिकरिंग - मिसेज हिगिन्स ! क्या हाल छन ?
हिगिन्स की माँ -बढ़िया।  त्यार क्या हाल छन ? यूँ से मिलो -मिसेज अर मिस आइनसफोर्ड !
[सब एक दूसर से मिल्दन अर बैठ जांदन ]
पिकरिंग - अच्छा , हिगिन्स त बोलि ह्वाल कि आज हमर क्या मकसद च ?
हिगिन्स -नै यार बीचि मा सि आई गेन।
हिगिन्स की माँ -अरे हेनरी कुछ त समझा कर।
मिसेज  आइनसफोर्ड - हमर कारण क्वी परेशानी हो तो ? हम ?
हिगिन्स की माँ -ना ना।  यु जि अच्छु ह्वे कि आप लोग बि ऐ गेवां।
हिगिन्स -वो भगवान ! हम तै द्वी तीन लोग चयेणा इ छया।
नौकरानी आदि - मिस्टर  आइनसफोर्ड।  [चल जांद ]
हिगिन्स -औ यी बी।
फ्रेडी  आइनसफोर्ड -हेलो !
हिगिन्स की माँ -हेलो ! अच्छु ह्वे आप बि ऐ गेन। सी क्लनोल पिकरिंग छन
फ्रेडी  आइनसफोर्ड - हेलो।
हिगिन्स की माँ -म्यार पुत्र हेनरी
फ्रेडी आइनसफोर्ड हेनरी हिगिन्स का पास जैक - हेलो।
हिगिन्स [घूरिक जन बुल्यां फ्रेडी जेबकतरा हो ]-हम मिल्यां छंवां।  पर कख ?
फ्रेडी आइनसफोर्ड - मै नि लगद।
[ हिगिन्स हाथ मिलान्द अर अनमना सि हूंद फिर खिड़की का पास जांद अर फिर वापस आंद ]
हिगिन्स -मिसेज आइनसफोर्ड का पास बैठद ] - हाँ पर जब तक लिजा नि आदि तब तक क्या बात करे जावु ?
मिसेज हिगिन्स -हेनरी !माना कि तू रॉयल सोसाइटी  ऑफ साइंस की सांस अर आत्मा छे।  पर इकम हम समाजम , घरम बैठ्याँ छंवां।   ज्यादति नी च ?
हिगिन्स -अच्छा ? हाँ।  सॉरी हाँ ! हाहाहा।
मिस क्लारा आइनसफोर्ड[ज्वा मानदि कि हिगिन्स शादी लैक ठीक च ] - यदि लोग जु सुचदन वी ब्वालन तो क्वी बि बात ओछी नी च।
हिगिन्स - ईशर न करे इन ह्वावो।
मिसेज आइनसफोर्ड [बेटीक बात समझिक ] किलै ?
हिगिन्स -लोग जु बि सुचदान गलत इ सुचदन। यदि इन ह्वे जावो कि जु लोग सुचदन वीं बोल दयावन तो बड़ो बबाल मच जाल।  क्या जु मि सुचल वो लोग स्वीकार कर साकल  क्या ?
मिसेज आइनसफोर्ड [खुसी मा ]- क्या यु दोषदर्शी च ?
हिगिन्स -दोषदर्षी ? कैन ब्वाल कि उच्चारण दोषदर्षी हूंदन ? म्यार मतलब च यु शालीन  नी च।
मिसेज आइनसफोर्ड- हाँ म्यार ख़याल से आप इन बात बोलि नि सकदा।
हिगिन्स -सच बोलुं त हम सब जंगली छंवां।  हम सब बात करदां कविता की , दर्शन की , विज्ञान की अर कला की पर सही माने मा कु यूंक अर्थ समजद ? यूंक नामक बि अर्थ कु जाणदु ? मिस  आइनसफोर्ड ! आप कविता का अर्थ क्या जाणदा ? मिसेज आइनसफोर्ड  ! आप कला का क्या मतलब समजदवां ? मिस्टर फ्रेडी ! आप विज्ञानं या कला का क्या मतलब जाणदा ?
मिसेज हिगिन्स -अर हेनरी ! जन कि व्यवहार का मतलब तू क्या समजदि ?
नौकरानी [प्रवेश ]- मिस डोलिटल।  [भैर चल जान्दि ]
हिगिन्स [चट खडु हूंद अर अपण माक पास जांद ] -मा ईंकी विषय मा मि बात करणु छौ। [अपण माक मुंड का तरफ लिजा से इशारा करद कि घरमालकिन वा इ च ]
[लीजा की अत्याधुनिक , उत्कृष्ट ड्रेस अर सुंदरता देखिक सब खड़ ह्वे जांदन। ]
लिजा [पंडिताऊ लहजा मा ]- मिसेज हिगिन्स ! शुभंध्यानम् ! कुशल मंगल  ? मिस्टर हिगिन्स त आप तै सूचना दे इ होलि कि मि इख आण वळ छौं ?
मिसेज हिगिन्स - बिलकुल सही।  क्या हाल छन ?
पिकरिंग - लिजा जी ,क्या हाल छन ?
लिजा [हथ मिलांद ]- कर्नल पिकरिंग ना ?
मिसेज आइनसफोर्ड- हम पैल कखि मील छंवां मिस लिजा।  मि तौं आंख्युं तै पछ्याणणु छौं।
लिजा - आप कन छंवां ?[हिगिन्स की छुड़ीं जगा मा बइठडी ]
मिसेज आइनसफोर्ड [परिचय करांद ]- मेरी बेटी क्लारा।
लिजा - कैसे हैं आप ?
क्लारा [सटाक से ]- आप कैसे हैं ?
[क्लारा लिजाक बगल मा बैठदि ]
फ्रेडी - मि तै अवश्य ख़ुशी ह्वे
मिसेज आइनसफोर्ड- म्यार नौनु।
लिजा - कन छंवां /
[फ्रेडी कुर्सी मा बैठद ]
हिगिन्स [अचानक ]-अरे ! हे भगवान ! हम सब तो चर्च मा इ त मील छा। धत्त तेरे की !
[वु टेबल मा बैठण इ वाळ छौ कि ]
मिसेज हिगिन्स -हेनरी ! तू टेबल मा बैठली अर टेबलन टुट जाण।
हिगिन्स -सॉरी
[हिगिन्स कुछ उत्तेजित अर उतावला हूंद।  वैक मा दिखदि , बुलण चांदी पर नियत्रित ह्वे जांदी ]
[तकलीफदेय विराम ]
मिसेज हिगिन्स -क्या आज बारिश ह्वेलि ?
लिजा -पूर्वी डिप्रेसन पश्चिम का ओर सनै सनै और बिस्तृत होलु। अर बैरोमिट्रिकली अधिक अंतर नि आण वळ च।
फ्रेडी -बड़ो मजाक !
लिजा - जी ? इख्मा हास्यास्प्रद क्या च ?
फ्रेडी - मार्सुट्या !
मिसेज आइनसफोर्ड- अच्छु हो कि ठंड नि बढ़ जावु । सब जगा इन्फ्युन्जा फैल्युं च।  हमर परिवार पर वसंत मा इन्फ्युन्जा की बड़ी मार पड़दी।
लिजा ]व्यथित स्वर ]- बुल्द त इन छन बल मेरी काकी इन्फ्लुएंजा से हि मोर छे।
[मिसेज आइनसफोर्ड सहानुभूति मा जीव भैर निकाळदि ]
लिजा [व्यथित  स्वर मा इ ]-पर मि तै लगद ऊंक गलती से मोर।
हिगिन्स -क्या ?
लिजा -हाँ।  वा इन्फ्ल्यूएंजा से मरण वळि नि छे।  पर निर्भाग्युंन वींतै इन्फ्लुएंजा का नाम पर एक गिलास सुरा  पिलै दे।
मिसेज आइनसफोर्ड- बहुत बुरु !
लिजा -हाँ अबि बि नीम हकीमुं चलणि च।  बुखार आओ अर पेटपीडा की  गोळी खलाओ।  अर जैन दस दिन बाद मरण वैन आजि दम तोड़ दीण।  सर्दी लगीं हो गर्मी से अर दारु से गौळ भोरि द्यावो अर शीघ्र ही चिता जोग कर द्यावो।  अर बिंडी हो तो तांत्रिक से मर्चक धुँआ देक मारी द्यावो।
फ्रेडी - आपकी बात बड़ी मजेदार छन ।
लिजा -मि कुछ बेकार बात करणु छौं कि आप हंसणा छंवां !
मिसेज हिगिन्स -ना ना कतै ना।
लिजा - हूँ ! इनि त नि बुनां छां ? किलैकि मि बुल्दु -
हिगिन्स -हूँ [खंकारिक इशारा दींदु ]
लिजा [इशारा समजिक ]- अच्छा मि चल्दु छौं। [मिसेज हिगिन्स से हाथ मिलांद ] [सबि उठदन , फ्रेडी द्वार तक जांद ]
मिसेज हिगिन्स -गुड बाइ।
लिजा -गुड बाइ कर्नल पिकरिंग।
पिकरिंग - गुड बाइ। [हठ मिलान्द ]
लीजा -सब्युं तै नमस्कार।
फ्रेडी -द्वार खोलिक ]- आप पार्क तक चलणा इ ह्वेलि ?
लिजा - ना ना मि टैक्सी से जाणु छौं।
[फ्रेडी लिजा तै दिखणो बालकोनी मा जांद ]
मिसेज आइनसफोर्ड- [झटका कु दर्द ] भई ! नया जमाना क दगड़ दौड़न कठण ह्वे गे।
क्लारा - हाँ माँ ! यदि हम पुराना फैशन मा इ रौंला तो क्वी बि स्वाचल कि हम भैर नि जाँदां। हम तै दकियानूस तो ब्वालल इ।
मिसेज आइनसफोर्ड-ठीक च मि पुरण जमानो को छौं।  पर तू तो आधुनिक छे अर तू बि त छ्वारों कुण बिगड्यां अर युवत्यूं का लाईक ना जन शब्द बुल्दि कि ना। पर हाँ या तो अति ही च हाँ। आपक क्या विचार छन पिकरिंग जी ?
पिकरिंग - मीतैं नीई इ पूछो त ठीक च। मि भौत सालुं तक भारत मा रौं त पता इ नी कि फैशन मा क्या बदलाव ऐ गे धौं ?
क्लारा  आइनसफोर्ड-यी सब आदत पर निर्भर करद। फैशन या आधुनिकता ना तो बुरि  हूंद ना ही भलो। हाँ वींक बात मासूमियत वळ छे अर मजेदार बि।
मिसेज आइनसफोर्ड  [उठद ]-हम तै जाण चयेंद।
[पिकरिंग अर हिगिन्स बि खद हूंदन ]
क्लारा - हाँ हाँ।  हमर घौरम बि तीन अयाँ होला। गुड बाई मिसेज हिगिन्स , गुड बाई कर्नल , गुड बाइ पोफेसर हिगिन्स !
हिगिन्स -घौरम ऊं तीनुक दगड़ छुटि बात करण नि बिसरी हाँ।
क्लारा -बेकार की बात।
हिगिन्स -बेकार ?
क्लारा - हाँ बिलकुल बकबास।
मिसेज आइनसफोर्ड- क्लारा !
क्लारा - हाह हां !
फ्रेडी - मिसेज हिगिन्स ! मि पुछणु छौ कि - अच्छा गुड बाइ !
मिसेज हिगिन्स -क्या वीं छोरी तै मिलण ? गुड बाइ।
फ्रेडी - हाँ हाँ किलै ना ?
मिसेज हिगिन्स -तो जरा म्यार समय पता लगै ले अर  -
फ्रेडी - धन्यवाद।  गुड बाइ।
मिसेज आइनसफोर्ड- गुड बाइ मिस्टर हिगिन्स।
हिगिन्स -गुड बाइ , गुड बाइ।
मिसेज आइनसफोर्ड [पिकरिंग से ]-अच्छा मि यदि यी नया शब्द प्रयोग नि तो हाँ!
पिकरिंग - नै नै।  ठीक च। बगैर यूँ शब्दुं बि चौलल।
मिसेज आइनसफोर्ड- क्लारा तो म्यार पैथर पड़ीं रौंदी कि मॉडर्न शब्द प्रयोग करण चयेंद पर तब। गुड बाइ।
पिकरिंग -गुड बाइ।
मिसेज आइनसफोर्ड [ मिसेज हिगिन्स से धीरे ] -क्लाराक बुल्युं से नराज नि हुयां हाँ।  अब ठहरे गरीब लोग इन पार्टयुं मा रोज रोज नि जै सकदा ना।  [मिसेज हिगिन्स मिसेज आइनसफोर्ड आंख्युं मा पाणि दिखद, वींक हथ पकड़िक द्वार तक जांद ] पर नॉन ठीक च।
मिसेज हिगिन्स - नौनु ठीक च। वै से अवश्य इ मिलणु रौलू।
मिसेज आइनसफोर्ड- धन्यवाद।
[ आइनसफोर्ड परिवार भैर जांद ]
हिगिन्स - हूँ ! अच्छा ? क्या लिजा प्रजेंटेबल छे ?
[पिकरिंग बि पास बैठद ]
मिसेज हिगिन्स -मूर्ख ! क्यांक प्रजेंटेबल ? हाँ त्यार अर ड्रेस डिजाइनरक कलाक हिसाब से ठीक छे। अर वा उनि बुबुद करणी रालि तो लोगुंन हंसण च।
पिकरिंग - त्वै तैं नि लगद कि वींक भाषा मा कुछ करण पोड़ल?  खासकर अति गरम जोशी का शब्दुं टोन । ये टोन खतम  करण इ पोड़ल।
मिसेज हिगिन्स -जब तक वा हेनरी का हाथ मा च तब तक क्वी आशा नि कर।
हिगिन्स [नराजी ]-मतलब मेरी भाषा खराब च ?
मिसेज हिगिन्स -नै नै ! वा भाषा ट्रेन मा लैक त ठीक च पर गार्डन पार्टी लैक त कतै नी च।
हिगिन्स -हूँ ! म्यार हिसाब से   …
पिकरिंग - यार जब बीस साल पैल हम हाइड पार्क मा काम करदा छ तो तेरी भाषा कुछ हौर इ छे।
हिगिन्स -पर मि हर समय पंडित क तरां बात थुका करदु। 
मिसेज हिगिन्स -या छोरी कख रौंदी ?
हिगिन्स -कख मतलब ? हमर दगड और कख ?
मिसेज हिगिन्स -मतलब वा क्या च ? नौकरानी च या कुछ और च ?
पिकरिंग - मि समिज ग्यों आपक मतलब क्या च ?
हिगिन्स -अरे महीनों से मि रोज वींक भाषा पर काम करणु छौं। अर यांक आलावा वा जाणदि च कि मेरी चीज बस्तर कख धरीं छन अर वा म्यार अप्वाइंटमेंट की जानकारी बि रखदि।
मिसेज हिगिन्स -अच्छा नौकरूं दगड़ क्या हाल  छन ?
हिगिन्स -मिसेज पियर्स ? हाँ वींक कुछ काम हळको ह्वे गे जन कि मेरी चीज कखम छन अर अप्वाइंटमेंट याद रखण आदि।   पर एक रोग लग गे वा लिजा बारामा वाक्य खतम करदि - आप नि सुचदन सर ! है ना पिकरिंग ?
पिकरिंग -हाँ हर वाक्य मा आप नि सुचदन सर !
हिगिन्स -यदि मि लिजा का स्वर अर व्यंजन का विषय मा नि सुचणु होलु त मि वींक बारामा , वींक ऊँठ , वींक दांत , वींक जीब या वींक आत्मा का बारामा सुचणु रौंद।
मिसेज हिगिन्स -मतबल तुम द्वी बच्चा एक ज़िंदा गुड़िया दगड़ खिलणा छंवां हैं ?
हिगिन्स -खिलण ? बुन्नि  छे ? मीन सबसे कठण काम हथ पर लेले। मा त्वे तै नी पता कि जुबान से एक मानव तै बिलकुल अलग मानव बणाण भौति कठण काम च।  वींक जुबान बिलकुल बदलण।  पता च एक वर्ग हैंक वर्ग से बिलकुल अलहदा हूंद अर एक आत्मा मा अर दुसर आत्मा मा  जमीन आसमानो अंतर हूंद।
पिकरिंग[वींक नजीक कुर्सी लांद ] -भौत ही अलग किस्मौ काम च। हम लिजा मा परिवर्तनौ वास्ता बिलकुल गंभीर छंवां। हरेक हफ्ता , हरेक दिन एक नया बदलाव हूंद।  हमन हरेक स्टेज का रिकॉर्ड रख्याँ छन  - ग्रामाफोन  , फोटो आदि। 
हिगिन्स -हाँ म्यार प्रयोगों मादे सबसे कठिन प्रयोग।  थकाण वळ प्रयोग।  हम तै थकै देंदी वा।
पिकरिंग -हाँ हम हमेशा लिजा का बारामा इ बचळयांदा।
हिगिन्स -लिजा तै पढ़ाणा रौंदा।
पिकरिंग -ड्रेस पैराणा रौंदा।
मिसेज हिगिन्स -क्या ?
हिगिन्स -नई लिजा की रचना।
[हिगिन्स अर पिकरिंग की जोर जोर से जुगलबंदी ]
हिगिन्स -पता च वा जल्दी बात पकड़ लींदी
पिकरिंग -हाँ वा लड़की
हिगिन्स -सिखण मा जन तोता हो अर  भौत सि चीज सिखैन जन कि
पिकरिंग - जीनियस च। वा पियानो बजै सकदि अर
हिगिन्स -इन ध्वनि निकाळदि जन एक मानव
पिकरिंग -हम वीं तै शास्त्रीय संगीत प्रोग्राम मा   लीग्वां। अर अलग अलग संगीत प्रोग्रैम -
हिगिन्स -अफ़्रीकी , हॉलैंड आदि प्रोग्रैम
पिकरिंग - अर फटाक से बात पकड़ लीन्दि। ज्वा सुणदि वा पकड़ लींदि।
हिगिन्स -हालंकि वांसे पैल वींन पियानो देखि बि नि छौ।
पिकरिंग -इन लगद जन वा इ सब पैलि सब जाणदि हो -
मिसेज हिगिन्स - [कान  पर हाथ ] बंद कारो चिल्लाण
पिकरिंग -क्या ? ओह  क्षमा !
हिगिन्स -यदि जब पिकरिंग जोर से बुलण लग जा तो फिर क्वी नि सूण सकद।
मिसेज हिगिन्स -हेनरी चुप रॉ।  पिकरिंग ! जब लिजा हनेरिक प्रयोगशाला मा ऐ छै त पैथर पैथर कु ऐ छौ ?
पिकरिंग -वींक बुबा।  पर हेनरीन वै तैं रफा दफा कर दे छौ।
मिसेज हिगिन्स -यदि मा हूंदी  तो ध्यान रखण लैक बात छे। पर समस्या च।
पिकरिंग -क्या ?
मिसेज हिगिन्स -लिजा क्या कारली ?
पिकरिंग - औ मि समिज ग्यों।  जब लिजा लेडी बण जालि त तब क्या ?
हिगिन्स -मि वीं समस्या तै हल कर द्योलु। अधा त हल कर याल।
मिसेज हिगिन्स -बेवकूफ रचनकारो ! समस्या त तब आलि कि वा बाद मा क्या कारली ?
हिगिन्स -मि तै क्वी समस्या नि दिखेंदि।  जब वीमा मेरी दियीं शिक्षा से वा अपण जिंदगी बणै सकिद। वीं तै काबिलियत दियीं च।
मिसेज हिगिन्स -ज्वा छोरी अबि आयि वींमा काबलियत ! जब वा लेडी बण गे तो बिचारी क्या काम कर सकदि ? इन शालीन लेडी तै आय का साधन चयेंद।
हिगिन्स [उठिक ]-हम वींकुण क्वी छुट मुट जॉब ढूंड ल्योला।
पिकरिंग -हाँ ह्वे जाल [जाणो खड़ हूंद ] ।
हिगिन्स -ममी सब कुछ इंतजाम ह्वे जाल।
पिकरिंग -हाँ अज्काल काम की कमी नी च। अब क्या करण ?
हिगिन्स - शेक्सपियर प्रदर्शनी लिजौला।  ममी गुड बाइ।
पिकरिंग -हाँ जब हम घर ओला तो वा सब्युंक नकल उतारली। गुड बाइ मिसेज हिगिन्स !
हिगिन्स -वींक टिप्पणी सुणन लैक ह्वाला।
[द्वी दगड़ी भैर जांदन ]
मिसेज हिगिन्स [अपण कागज आदि संबाळद , संबाळद। फिर वा राइटिंग टेबल मा कुछ लिखद , गुस्सा माँ लिखदि ] मरद ! मरद ! मरद !     -

                      शेष अंक चार मा - 4 मा

Bhishma Kukreti:
            गीत गाया पत्थरों ने [भाग -4 ]

              अनुवाद - भीष्म कुकरेती

              नाटक    अंक -4
[हिगिन्स का अन्वेषण गृह।  रात।  क्वी नी च।  घड़ी मा रातक बारा बजणा छन ]
[हिगिन्स अर पिकरिंग सीढ़ी चढ़णै आवाज आणि च ]
हिगिन्स -पिकरिंग ताळ लगै दे हाँ।
पिकरिंग -ठीक च।  मिसेज पियर्स तै उठाणै जरूरत त नी पोड़ली हैं ? अब कुछ काम त नी च।
हिगिन्स -ना।
[लिजा द्वार खुल्दि।  कमरा मा पार्टी आदिका सामान पड्यां छन। लिजा थकीं च।  यी लोग ओपेरा देखिक आणा छन या ऐ गेन ]
पिकरिंग -ये मिसेज पियरसन ये सामान देखिक चिरड्याण च हाँ।
हिगिन्स -एक जगा मा धर दे।  सुबेर अफिक संबाळलि।  इ सोचिक कि रात हमन बंडी पे दे ह्वाल। 
पिकरिंग -उनि बि कुछ ज्यादा इ दारु ह्वे गे हाँ। लेटर अयाँ छन क्या ?
हिगिन्स[जम्हाई लींद ] -मीन नि द्याख। [इना ऊना दिखुद ] म्यार चप्पल कख ह्वाल ?
[लिजा गुस्सा मा दिखदि अर चल जांद ]
पिकरिंग -अधिकतर सर्कुलर छन अर बिलेट डॉक्स
हिगिन्स[जमै  लींद ] -मनी लेंडर्स का ह्वाल।  फंड फूक . [लीजा स्लीपर लेकि आदि।  फर्स मा धरदी अर फिर उखमि निशब्द बैठ जांद ]
पिकरिंग[अंगड़ाई ] -आज कुछ जादा इ ह्वे गे।  गार्डन पार्टी , डिनर अर फिर ओपेरा। पर तू शर्त जीती गे।  लिजा न भौत बढ़िया रोल निभाई।
हिगिन्स -हाँ सब ठीक निभ गे।
[लिजा जोर से खुट झटकांद , आवाज , फिर अफु पर काबु करदि अर पत्थर जन बैठ जान्दि ]
पिकरिंग -मि त गार्डन पार्टी मा नर्वस छौ हाँ। तू बि छौ नर्वस ? हाँ लिजा नर्वस नि छै हाँ।
हिगिन्स -ना वा नर्वस नि छे हाँ। यूँ मैनामा जू मेनत कार वा रंग लाणी च।  पैल पैल तो मि स्वरुं पर ध्यान दीणु छौ पर ऐक्टिंग पर ध्यान दीण से सब ठीक ह्वे गे। मि त बोर इ ह्वे गे छौ।
पिकरिंग -चल।  च।  गार्डन पार्टी भौत सफल रै।  मि तै त रौंस आई। 
हिगिन्स -हाँ पैल तीन मिनट त पार्टी मा मजा छौ।  पर फिर डिनर मा जब वो फैशनेबल मूर्ख   जनानी बात करण लगिन तो बस उफ़। सब कुछ कृत्रिम।  अब अग्नै ना हाँ।  मि तै क्रित्रमता बर्दास्त  नि हूंदी।
पिकरिंग -मि तै त मजा आई हाँ।  कबि कब्यार इन हो तो मनुष्य अफु तै जवान समजण लग जांद हाँ। अर जु लिजान धनी स्त्री की ऐक्टिंग कार ना ! वु गजब छौ जन बुल्यां अछेकि रिच लेडी हो। आज तो लिजाक सलीका , बुलणो तरीका , ड्रेस , उठण -बैठँण-हंसण -खाणक खाण सब अभिनव छौ।  सब चीज मा लिजा पास ! फस्सक्लास !   मि त क्या बोलुं।  यी धनी लोग स्टाइल तै इन समजदन जन कि स्टाइल जन्मजाति ऐ जांद धौं अर फिर इ नकफुड्या कुछ बि नि सिखदन। हरेक चीज तै सर्वोत्तम ढंग से करे जै सक्यांद च हाँ।
हिगिन्स -हाँ।  मूर्ख लोग नि समजदन कि स्टाइल बि सिखण पोड़द अर उखमा बि इम्प्रूवमेंट पर इम्प्रूवमेंट हूण चयेंद। खैर अब तो सब ठीक ह्वे गे। लीजा इमतान मा सफलतापूर्वक पास ह्वे गे। अब मि चैन से से सकदु।
[लिजा की उत्तेजित भावना जन कि वा खून करण वाळ हो ]
पिकरिंग -अच्छा।  भै मि त सीणो जाणु छौं।  त्वेकुण आज महान दिन च। लीजा आज स्टाइलिश लड़की बण गे।  तू जीत गे। [चल जांद ]
हिगिन्स -लीजा ! गुड नाइट।  लाइट बुझै दे हाँ।  अर हाँ ! मिसेज पियर्स कुण बोल दे मेकुण सुबेर कॉफी ना चाय बणाण हाँ।
[लिजा कुछ नराजी दिखांदी।  अलग सि कुछ करदी अर अपण रोष जताँदी ]
हिगिन्स -क्या ह्वाइ ?
[लिजा वैपर एकैक करिक वैक चप्पल चलांदी ]
हिगिन्स -ह्वाई क्या च ?
लिजा -अपण चप्पल तो ल्हिजावो।
हिगिन्स -अरे क्या बदतमीजी च ?
लिजा -कुछ नि ह्वाइ ? मीन तुमकुण शर्त जीत  ! अर तुमकुण तो सब कुछ ह्वे गे।  मि कुछ नि छौं।  मि कुछ नी छौं।
हिगिन्स -तीन मेकुण शर्त जीत ? तीन मीतै शर्त जिताइ ? मि शर्त जीतुं समजे।  तीन मेफर चप्पल किलै चुलैन ?
लिजा -किलैकि कि मि त्यार थुबड़ फुडूण चाणु छौ।  मि तेरी हत्या करण चाणु छौ।  स्वार्थी कीड़ा कहींका। मि तै उखि किलै नि छोड़नी छै जखन लै छौ ? गटर मा इ  छोड़िक ऐ जा ना।  अब तो सब कुछ ह्वे गे तो फिर किलै ना गटर मा ?
हिगिन्स -वो मेरी कृति , मेरी अपणी रचना बेचैन च , घबडाणी च।
लिजा [चिल्लांद च अर वैक मुख पर नंगुं से चिरोड़ा मारणै बान हथ वैक मुख तक लिजांद ]
हिगिन्स[वींक हथकुलि पकड़िक ]  -मेरी बिल्ली ! चिरोड़ा मारने चली है ? आज तक कैन म्यार दगड़ इन ब्यवहार नि कार। [वु वीं तैं कुर्सी  मा फेंकद ]
लिजा -मि त्यार क्या लगद ? क्या लगदु ?
हिगिन्स -मि क्या जाणु कि मि त्यार क्या लगद ?
लिजा -तू मि तैं कुछ समजदो इ नि छे।  मि मोरी बि जौं तो बि तुम पर कुछ फरक नि पोड़ल।  तू मि तै पैर की जूती इ त समजदी। मि त पैर की जूती इ छौं।
हिगिन्स -पैर की जूती ?
लिजा -पैर की जुतीक त कुछ पुन्यात ले च।  मेरि त तथुक बि नी च।
[लिजा घायल सि अनुभव करदि।  चुप्पी।  हिगिन्स की अजीब हालत ]
हिगिन्स -तू इन व्यवहार करणी छे ? क्या इख सिखणम कुछ गलत ह्वे क्या ?
लिजा -ना।
हिगिन्स -कैन बतमीजी कार ? पिकरिंग ? मिसेज पियर्स ? या नौकर चाकर कैन बि कुछ ?
लिजा -ना।
हिगिन्स -मीन कुछ बदतमीजी कार क्या ?
लिजा -ना।
हिगिन्स -चलो फिर तो फ़िक्र करणै बात नी च। आज असल मा भौत काम करिन अर गार्डन पार्टी का कार्य तनाव युक्त छौ तो तू थक गे हवेलि।  एक गिलास सेम्पियन लौं क्या ?
लिजा -नही।
हिगिन्स -असल मा ये इमतानौ तनाव भौत दिनों से छौ अर आज जब गार्डन पार्टी मा सब कुछ अफलतापूर्वक निपटी गे तो अब चिंता करणै जरूरत नी च।
लिजा -तुम कुण क्वी चिंता की बात नि ह्वेली।  [जगा बदलदी अर मुख छुपान्दि ] कास मि मोर जि जांद तो ठीक ह्वे जांद।
हिगिन्स -क्या ? अरे लिजा या फोकट की चिंता च।  छोड़ अब तो  सब सफल ह्वे गे ना।
लिजा -मेरी समज मा नि आंद।  मि नासमझ जि छौं।
हिगिन्स -अरे कुछ नही।  बस कुछ हीन भावना ऐ गे होलि। क्वी त्वै तै तंग नी करणु च।  कुछ खराब नी च।  बिस्तर मा जा।  भगवान की प्रार्थना कौर , थोड़ा सा रोइ ले अर सब ठीक ह्वे जाल।
लिजा -मीन तुम्हारी प्रार्थना सूण याल। कि सब कुछ फारिक ह्वे गे।
हिगिन्स -अरे ! सब कुछ फारिक नि ह्वे गे ? अब तू स्वतंत्र छे।  जख जाणाइ जै सकदी।  जु करणाइ सि कर सकदि।
लिजा -मि अब के कामक छौं ? कख लैक छौं मि ? तुमन के कामक छोड़ि छौं ? मीन अब कख जाण ? मि क्या कर सकुद ? मि तुमर लगद बि क्या छौं ?
हिगिन्स -ऑव ! यांक चिंता च ? मि तेरी जगा हूंद तो मि तै क्वी चिंता नि हूण छे। तू कुछ बि कर सकदी।  हाँ अर सबि म्यार या कर्नल पिकरिंग का तरां ब्रह्मचारी नि रौण चांदन।  तू शादी कर सकदी।  तू बला की खूबसूरत छैं इ छे।  जरा अबि ना तू रुणि जि छे। तो चिंता नि कौर।  अबि से जा अर सुबेर उठिक जब तू आइना दिखलि तो सब चिंता दूर ह्वे जाली।
लिजा [निशब्द अजीब दृष्टि से वै तै दिखदी ]
हिगिन्स -अर मि मांकुण बोलि द्योलु त माँ दुसर दिन त्योकूण जवान दूल्हा खुजै द्याली।
लिजा -मि चर्च मा छौ कि ना जब ?
हिगिन्स -क्या मतलब ?
लिजा -मि तब फूल बेच सकुद छौ।  अब तुमन मि तै भलमनिखिण , भद्र महिला या लेडी बणै याल तो मि अब कुछ बि नि बेच सकदु। कास तुम मि तै इख लांदी ना।
हिगिन्स -देख खरीदी और बिक्री तै लाइक मानवीय संबंधो बेज्जती नि कौर हाँ।  तेरी जबरदस्ती शादी नि होलि हाँ।
लिजा -मि कर बि क्या सकुद ?
हिगिन्स -चिंता नि कर भोत कुछ ।  त्यार सपना छौ ना कि फूलूं की बड़ी दूकान ! तो पिकरिंग त्वेकुण दुकान खरीदक दे द्यालु तू मजा से फूलुं दुकान चला।  फिर वा दुकान तेरी ही हवेलि।  अब मि सीणो जाणु छौं। अरे पर मि केकुण ऐ छौ ?
लिजा -अपण चप्पलूं कुण।
हिगिन्स -हाँ चप्पल तो तीन -[वु चप्पल उठाणो आंद ]
लिजा -साब अंत मा एक बात !
हिगिन्स -हूं ?
लिजा -साब जु म्यार कपड़ा छन वो कर्नल पिकरिंग का छन या म्यार ?
हिगिन्स -क्या मतबल ? त्यार कपड़ों से पिकरिंग का क्या संबंध ?
लिजा -पता नी च ना।  भोळ जब आप अपण प्रयोग का वास्ता कै हैंक लड़की तै गटर से उठैक लैल  तो ?
हिगिन्स -तो हमारी प्रति तेरी या धारणा च ?
लिजा -मि इख पर बोल बचन याने बहस नि करण चांदु।  मि तै बतावो कि इख मेरी क्वी चीज बि छ कि  ना ? म्यार अपण कपड़ा तो तुमन जळै दे छाय ना।
हिगिन्स -यांक क्या मतबल ? अरे अधा रात मा म्यार -त्यार कि क्या बात ?
लिजा -मि तै इन बताओ कि मि इक बटें क्या ली जै स्कड।  फिर क्वी चोरिक इल्जाम नि लग जावो।
हिगिन्स -चोरी ? यी शब्द अच्छु नि लगणु च। क्वी भवना वस बुलणि छै तू।
लिजा -मि त नासमझ साधारण घर कि लड़की छौं तो मि तैं सावधान रौण इ पोड़ल कि ना ? तुमर अर म्यार बीच क्वी भवना ह्वे बि नि सकदन।  बस आप बथावो कि क्वा चीज मेरी च अर क्वा चीज मेरी नी च।
हिगिन्स -तू सरा घौर क चीज बस्तर ले सकदी।  बस गहणा आदि किराया का छन तो ऊँ तै छोड़िक सब तेरी छन। अब संतोष ह्वे गे ?[जाणो तयार ]
लिजा -एक मिनट सब ! यूं गहणौ तै आप अपर दगड़ लीजावो अर संदकुड़ि मा बंद कर द्यावो। [अपर सब गहणा उताऱद ] मि अफु पर खामखाँ की भगार लांछन नि चांदु।
हिगिन्स -बंद कर या बकबास।  [वा गहना वैक हथ मा धरदी ] यदि यी गहना शराफ का नि हूंद तो मीन त्यार गोळ पुटुक कुच्चे  दीण छा  सब।
लिजा -ल्या या अंगूठी शराफ की नी च।  या तो आपन मेकुण खरीद छे।  मीन नि रखणाइ या अंगूठी। [हिगिन्स अंगूठी जोर फेंकदु अर वीं तै मारणो सि उठद ] मि तै नि पिटेन हाँ।
हिगिन्स -पिटण ? त्वै तै पिटण ? कृतघ्न लड़की।  तीन म्यार दिल दुखै दे।
लिजा[खुश ह्वेक ] -चलो मि कै लैक त छौं।
हिगिन्स -मि तै कबि गुस्सा नि आंद अर तीन गुस्सा दिलै  दे। अब मीन कुछ नि बुलण मि सीणो जाणु छौं।
लिजा -ठीक च तुम मिसेज पियर्स का वास्ता नोट लेखिक धर द्यावो।  मीन तुमर जगा वींमा कुछ नि बुलण।
हिगिन्स -आग लगे नोट पर ! आग लगे मिसेज पियर्स पर , आग लगे तेरे पर। मेरो सरा  ज्ञान अर अनुभव सब गुड़ गोबर ह्वे गे। [दरवाजा धड़ाम से बंद करिक जांद ]
[लिजा मुस्करांद।  व अंगूठी ढ़ूंढ़दी अर तौळ अंगूठी पर हाथ धरदी ]

          …… शेष A ct 5 मा शेष अंक 5 मा

Bhishma Kukreti:

                 गीत गाया पत्थरों ने [भाग -5  ]
                अनुवाद - भीष्म कुकरेती
              उन्नादेसी नाटक    अंक -5

[ मिसेज हिगिन्स कु ड्रवाइंग रूम व अपण लिखणो टेबल मा लिखणी च ]
नौकरानी - मीम साब ! तौळ मिस्टर हिगिन्स अर पिकरिंग अयाँ छन।
मिसेज हिगिन्स -भेज ऊँ तैं।
नौकरानी - टेलीफोन करणा छन कुछ पुलिस केस 
मिसेज हिगिन्स -क्या ?
नौकरानी - हाँ कुछ परेशान नजर आणा छन। तो स्वाच कि बोल द्यूं।
मिसेज हिगिन्स -अरे यदि हेनरी परेशान नि हो तो आश्चर्य की बात च। जब फोन खतम कर द्यावन तो मथि भेजी दे। शायद कुछ खोइ गे।
नौकरानी - जी मेम साब।
मिसेज हिगिन्स -अर हाँ। मथि लिजा मा बोलि दे कि हेनरी अर पिकरिंग अयाँ छन पर तब तक नि आण जब तक मि नि बुलल।
नौकरानी - जी मेम साब।
हेनरी  हिगिन्स [जल्दी मा ]-ममी कुछ समस्या ऐ गे [वु सिवा लगांद।  नौकरानी जांदी ]
मिसेज हिगिन्स -क्या बात च ?
हेनरी  हिगिन्स -ममी ! लिजा भागी गे।
मिसेज हिगिन्स -तीन डरै ह्वाल ?
हेनरी  हिगिन्स -बकबास।  मीन कुछ नि कार।  रात मीन लाइट बुझाणो बोल छौ। वा अपण बिस्तर मा नि से। रात वा भैर चल गे।  सुबेर सात बजी टैक्सी मा आई अर मिसेज पियर्स से अपण चीज ली गे। अर वीं बेवकूफ पियरसन मीमा नि ब्वाल। अब क्या करण ?
मिसेज हिगिन्स -वा बालिग़ च अर सब चीज का वास्ता स्वतंत्र च।
हेनरी हिगिन्स -पर बगैर बथयाँ।  मीन कुछ बि     ....  ना      .... अर [पिकरिंग आंद अर एक कुर्सी मा बैठद ]
पिकरिंग -आप मा हेनरीन त बोलि ऐल ह्वाल ?
हेनरी  हिगिन्स -अच्छा वु प्लीस वाळ क्या बुलणु च ? तीन इनाम बतै याल कि ना ?
मिसेज हिगिन्स -हैं ? लीज़ा का खोने की रपट पुलिस मा ?
हेनरी  हिगिन्स -हाँ अर पुलिस छ क्यां कुण च ?
पिकरिंग - अरे पुलिस वाळन बड़ो परेशान कर दे जन बुल्यां हमन इ गुनाह कर दे हो।
मिसेज हिगिन्स -अरे क्या जरूरत छे पुलिसम जाणै ? वींक नाम दीणो जन बुल्यां वीं क्वी चोरी कर दे हो।  हैं ?
हनेरी हिगिन्स -पर हम वीं तै खुजण चाणा छंवां।
पिकरिंग -हम वीं तै इन नि जाण दे सकदां।  अच्छा अब क्या कन मिसेज हिगिन्स ?
मिसेज हिगिन्स -तुम द्वी अबि बि बच्चा इ छंवां।  बेवकूफ जन -
नौकरानी - क्वी अयुं च।
हेनरी  हिगिन्स -कु ?
नौकरानी -मिस्टर डोलिटल।
हेनरी - वु गंदो आदिम ?
नौकरानी - न भलमानष।
हेनरी हिगिन्स - भेज।
नौकरानी - जी अच्छा [जांदी ]
हेनरी -रिस्तेदार।  अब वूंकि बि सूणो।
मिसेज हिगिन्स -तू वींक कै पछ्याणक वाळ तैं बि जाणदी ?
पिकरिंग - बस वींक बुबा।  ब्वाल त छौ।
[डोलिटल अब नया फ़ैसनेबल कपड़ों मा प्रवेश करद ]
डोलिटल - देखो सब कर दे।
हेनरी  हिगिन्स -क्या कर दे ?
डोलिटल - देखो यु हैट , यु कोट !
पिकरिंग - तो लिजा सब त्वेकुण खरीदणि छे ?
डोलिटल - वींन  किलै खरीदण छौ ?
मिसेज हिगिन्स -बैठो मिस्टर डोलिटल।
डोलिटल -धन्यवाद [बैठ जांद ]। पता च म्यार दगड क्या ह्वे ?
हेनरी -क्या ह्वे ?
डोलिटल -अरे उन त कैक दगड़ बि ह्वे सकद।  पर जु तुमन कार स्यु तो। हेनरी हिगिन्स !
हेनरी - तो क्या त्वै तैं लिजा मिल गे ?
डोलिटल -तो क्या लिजा हर्ची गे ?
हेनरी - हाँ।
डोलिटल - तुम तैं वींन त नि मिलण पर तुमन जु मेकुण कार अब वींन मि तै खोजी लीण।
मिसेज हिगिन्स -म्यार नौनान क्या कार ?
डोलिटल -अरे क्या कार ? मि तै बाँध दे और क्या ? शालीनता का बंधन मा।
हेनरी - देख मीन पांच दे तो याल छौ अर फिर तू आज तक नि दिखे। तू पेक अयुं छे क्या ?
डोलिटल -पेक अयुं छौं ? अरे तुमन जु मेपर जुलम कार वांक क्या ? तुमन अमेरिका को इज्रा वानफिलर  कुण चिट्ठी नि ल्याख ? म्यार बाबत ? कि एक आदिम भलमानष बणन चाँद अर    …
हेनरी - हाँ एक मजाक सूझ अर मीन चिट्ठी लेखी दे।
डोलिटल - त्वे कुण मजाक ह्वे अर मेकुण मुसीबत।
मिसेज हिगिन्स -क्या ह्वे ?
डोलिटल -क्या नी ह्वे।  वैन बि मोरद बगत अपण जायजादौ कुछ भाग मेकुण कर दे।
हेनरी -हैं ? इज्रा मर गए ?
डोलिटल -मर गे पर मुसीबत मा त मि छौं। वानफिलर भलमानष बणाणो ट्रस्ट   से खूब पैसा मिलेन।
 पिकरिंग - यु तो मजा ऐ गेन त्यार।
डोलिटल - केक मजा? अब मि अपण मर्जीक मालिक नि छौं।  अब मि छिंकुल बि त तहजीब से छिंकण पोड़ल।  मि जब गरीब छौ तो मि स्वतंत्र छौ पर अब परतंत्र। अब मि तै तुम से मध्यम वर्गीय तहजीब सिखण पोड़ल।  मेरी स्वतंत्रता ?
मिसेज हिगिन्स -यी त भल ह्वे गे।  अब तू अपण बेटी याने लिजा तै पाळी पोशी सकद।
डोलिटल-हाँ मीम साब।
हेनरी -बकबास !  वा वैक कुछ नि लगदी।  तीन मेमांगन वींक पैसा ले आल छौ। डोलिटलया तो तू बेईमान छे या ईमानदार ?
डोलिटल -थोड़ा थोड़ा द्वी।
हेनरी - मीन पूरा पैसा दे आल छौ।  अब त्यार वीं पर क्वी अधिकार नी च। अब तू वीं तै नि लिजै सकदु।
मिसेज हिगिन्स -बेकार की छ्वीं नि कारो।  लिजा इखि मथिन च।
हेनरी - तो मि अबि वीं तै तौळ लांद। [खड़  हूंद ]
मिसेज हिगिन्स -शांत ह्वेक बैठ्युं रौ।
हेनरी -पर ?तू अधा घंटा पैल बि बोलि सक्दी छे ?
मिसेज हिगिन्स -वा सुबेर सुबेर मीमा आई। वा तो नदी मा छलांग लगाणो सुचणी छे।  तुम दुयुंन वींक दगड़ बड़ो दुर्व्यवहार कार।
हेनरी -क्या ?
पिकरिंग - अरे हमन तो द्वी शब्द बि नि बोलिन  . फिर वा कनकै बोली सकदी की -हेनरी क्या तीन म्यार जाणो बाद कुछ ब्वाल ?
हेनरी -उल्टां वींन इ जि में पर चप्पल फेंकिन,  मि तै बगद्वनो आइ अर कुछ का कुछ बुलणि राइ।
पिकरिंग -पर हमन वींक क्या बिगाड़ ?
मिसेज हिगिन्स -मि तै लगणु च लड़की बड़ी भावुक च?  है ना मिस्टर डोलिटल /
डोलिटल- हाँ वा भावुक अर कोमल हृदया बि च।
मिसेज हिगिन्स -मि तै लगणु च वा तुम दुयुं  से जुड़ीं गे।    डिनर पार्टी मा सफल हूणों बान वींन एड़ी चोटी का जोर लगाई।  अर जब अपार सफलता मिल गे तो तुम अपण इ गुण गान मा लग्यां रौंवाँ अर तुमन एक शब्द बि नि बोल कि वींन बि मेह्नत कार। जब कि वींक बगैर तुम तै सफलता मिल इ नि सकद छौ।  तुमन एक बि प्रशंसा का शब्द  नि बोलि।  वींन तो केवल चप्पल फेंकिन मि हूंद तो गरम ग्राम अंगार चुलांदु।
हेनरी -हमन कुछ बि नि ब्वाल बस इ त ब्वाल कि हम तक गेवां अर सीणो जाणा छंवां।
पिकरिंग -हाँ बस।
मिसेज हिगिन्स -ओ गधो ! तुमन पुचकार किलै नी च ? वींक बड़ै किलै नि कार ? किलै नि ब्वाल कि वींन भौत इ बढ़िया काम कार ?
हेनरी -पर वा जाणदि च कि हम इन भाषण नि दींदा।
पिकरिंग -शायद हमन कुछ ज्यादती कर दे सैत ! क्या वा भौत नराज च ?
मिसेज हिगिन्स -अब वा तुमर अन्वेषण गृह या घर त जाण से रै। अर अब तो मिस्टर डोलिटल बि अमीर ह्वे गेन।  हाँ वा दोस्ताना रूप से आज मिल सकदी च।
डोलिटल -जी अब -
मिसेज हिगिन्स -मिस्टर डोलिटल आप भैर बालकोनी मा छुप जावो
[डोलिटल खिड़की से भैर चल जांद ]
मिसेज हिगिन्स -हेनरी ! अब तू भलमानष जब व्यवहार कौर हाँ।  तीन  ना ?[घंटी बजांद।  नौकरानी आंद ]

मिसेज हिगिन्स -जा मिस डोलिटल तै तौळ लया।
मिसेज हिगिन्स -हेनरी बिलकुल संतुलित हाँ।
पिकरिंग -वु कोशिस करणु च।
[हेनरी टांग फैलांद अर सीटी बजांद ]
मिसेज हिगिन्स -हेनरी ?
हेनरी - मि ठीक छौं।
मिसेज हिगिन्स -सीटी ब्जान्द आदिम बात नि कर सकुद।  एकी काम ह्वे सकद या तो सीटी बजावो बचळे ल्यावो।
हेनरी - अच्छा ! अच्छा ! वा छोरी कख च ?सरा दिन प्रतीेक्षा करण क्या ?
[लिजा प्रवेश , आत्मविश्वास च। वींक हथ पर एक टोकरी च ]
लिजा - हेलो प्रोफेसर हिगिन्स ! क्या हाल छन ? बढ़िया ना ?
हेनरी - मि  --- [गळ अटक जांद ]
लिजा - वाह आप तो कबि बीमार इ नि पड़दन।  हेलो कर्नल पिकरिंग क्या हाल छन  [वु हथ मिलांद ]? आज ठंड च। है न ?
हेनरी  हिगिन्स -देख हाँ म्यार सिखयूं खेल मी पर ही चलाणी छे ? चल अब ड्यार चल।
[अपण टोकरी से स्वेटर बुणनो सळै   लेक स्वेटर बुणनो ढोंग करदी ]
मिसेज हिगिन्स -हाँ ! भौत बढ़िया ! हेनरी क्वी बि जनानी इन आमंत्रण नि ठुकरै सकदी।
हेनरी  हिगिन्स -ममी ! तू जरा चुप रौ।  अर वीं तै अफिक बुलण दे। मा मीन कोयला तै तराशिक वीं  अति सुंदर हीरा  बणाइ अर अब वा मि तै इ दिखाणि  च कि वा भद्र महिला च।
मिसेज हिगिन्स -हाँ पर बैठिक बात तो कौर।
लिजा -कर्नल पिकरिंग ! चूँकि आप प्रयोग पूरो  ह्वे गे तो अब मि तैं मेरा हाल पर छोड़ द्यावो जी।
पिकरिंग - नही तू ये तै  प्रयोग नि बोल सकदी च।
लिजा -पर मि त कोयला छौं !
पिकरिंग -ना।
लिजा -कुछ बि हो यदि आप मि तै बिसर जैल्या तो मि तैं भौत बुरु लगल हाँ  !
पिकरिंग - धन्यवाद। लिजा -इलै ना कि आपन म्यार कपड़ों पैसा दे, आप पैसा का मामला बड़ा उदार छन।   पर वास्तव मा आपन मि तैं तहजीब सिखै। तबि त मि सभ्य महिला बौण सौक।  है ना ? असल मा मि प्रोफेसर हिगिन्स का उदाहरणों से नि सीख सकुद छौ। पता च ना ऊंकी अर मेरी वृति कुछ एकी च याने चिरड़ मा गाळी गलौज दीणो मामला मा।  आप नि हूंद त मीन नि सिखण छौ कि भद्र महिला अर सभ्य पुरुष कन व्यवहार करदन।
हेनरी  हिगिन्स -अच्छा !
पिकरिंग - वु वैक तरीका च। वैक मतलब वु नि छौ कि कोयला -
लिजा -म्यार बि वु मतलब नि छौ। मि जब फूल वळि छौ तो उनि त छौ। पर मीन मेंहनत कार अर अब बहुत  अंतर च।
पिकरिंग - देख हेनरीन बि मेंहनत कार।  हेनरीन बुलण सिखाइ।  वु बोलचाल कु विशेषज्ञ च जु मेर बसक  बात नि छे।
लिजा [तिराण वळि भाषा ] - वु वैक प्रोफेसन च।  और क्या।
हेनरी - बकबा -
लिजा - पता च मि तै कब पता चौल कि मेरी बि इज्जत ह्वे सकद ? अर मीन सिखण कब शुरू कार ?
पिकरिंग - कब ?
लिजा -जब मि अन्वेषण गृह औं अर आपन मेकुण मिस डोलिटल करिक संबोधन कार। अर मि तै पता चौल कि इज्जत हूंद।  इनि आपम सैकड़ों गुण  छन जौं से मीन भद्रता सीख। कन खड़ हूण चयेंद , कन दरव्ज खुलण चयेंद।  सब आपम एक गरिमा च
पिकरिंग - नै नै।  इ त बस। लिजा -तुम क्वी बि हो , चाहे नौकरानी किलै नि हो वींक इज्जत करदवां।  आपन मेरी समिण कबि जुत -जुराब नि उतार।
पिकरिंग - त्वै तै ध्यान नि दीण चयेंद कि हेनरी कखिम बि जुत्त उतार लींदु।
लिजा -हाँ मि ऊँ पर लांछन नि लगाणु छौं। देखो फूल वळि अर भद्र महिला मा क्या अंतर हूंद ? यूँ अंतर नि हूंद कि वा कन ड्रेस पैरदी या कन चलदी या बचळयांदी।  नही असली अंतर हूंद कि वींक इज्जत कन हूंद। पता च ? प्रोफेसर हिगिंस का वास्ता मि एक फूल वळि छौ , फूल वळि छौं अर फूल वळि इ रौंलु।  पर आपकण मि तब बि र महिला छौ , आज बि महिला  छौं अर भोळ बि।
मिसेज हिगिन्स -हेनरी दांत किटणो जरूरत नी च।
पिकरिंग - मिस डोलिटल ! धन्यवाद।
लिजा -प्लीज लिजा करिक भट्याओ। अर मि चांदु कि प्रोफेसर हिगिन्स मी तै मिस डोलिटल करिक भट्यावन।
हेनरी - साली ! दिखुल त्वै तैं।
मिसेज हिगिन्स -हेनरी चुप हाँ।
पिकरिंग - लिजा ! ईंट का जबाब पत्थर से।  साली कु जबाब -लिजा -अब नि ह्वे सकद।  जब बच्चाक दुसर कै परदेस मा परवरिश हो तो वु अपण भाषा भूल जांद अर परदेशी भाषा सीख लींदु। इनि म्यार दगड ह्वे गे। ब्याळि मि तै फूल गली की एक लड़की मील पर मि वींक दगड़ पुरानी  गाळीयुक्त भाषा मा बात नि कर सकुं।  अब मि अन्वेषण गली की छौं तो फूल गली की भाषा बिसर ग्यों। अब जब अन्वेषण गली बि छोड़ याल तो -
पिकरिंग - नै नै पर आप अन्वेषण गली आणि छै ना ?
हेनरी - अरे जाण दे।  गली कूचा की गली कूचा जाली तो पता चौलल कि गटर गली क्या हूंद अर म्यार घौर  क्या हूंद।
पिकरिंग -लीजा वै तै माफ़ कर।  वैन नि सुदरण।
लीजा - हाँ। . वा कुर्सी से गिर्दी - आ आ व् आ
[इथगा मा डोलिटल बि खिड़की से भितर आंद ]
हेनरी -जीत जीत !
डोलिटल - क्या तुम लड़की को  दोष दे सकते हो ? लिजाम्यार कपड़ों तैं इन नि देख।  मि अब धनपति ह्वे ग्यों।
लिजा -कै धनपतिक टंगड़ पकिड़ ले ह्वाल ?
डोलिटल - हाँ।  पर ये बगत मीन इ कपड़ा ख़ास मकसद से पैर्यां छन।  मि चर्च जाणु छौं आज तेरी सौतेली मां म्यार  दगड़ ब्यौ करणि च  छौं। लिजा [गुस्सा मा ] -  छी।  वीं निम्न स्तर की औरत से ब्यौ।
पिकरिंग -यु जरूरी च लिजा।  [डोलिटल से ] - क्या बात वींन अपण विचार कनै बदल ?
डोलिटल -  भय का कारण। मध्यम वर्गन अपण शिकार तो करणी च कि ना ? लिजा  अपण हैट पैर। शादी मा चर्च चल।
लिजा - यदि कर्नल पिकरिंग ब्वालल तो अवश्य जौल। [आंसू ] अपण बेज्जती भुलण पोड़ल। वीन कथगा बेज्जत कार छौ।
डोलिटल -ना ना।  अब वा वीं भाषा मा नि बचळयांदि।  मध्यम वर्गीय शानन सब ऊर्जायुक्त भाषा छीन याल।
पिकरिंग -लिजा ! अब सहानुभूति का वर्ताव ही सही च।   लिजा -ठीक च।  मि कुछ ही समय मा आंद। [भैर जांद ]
डोलिटल - कर्नल मि ब्यौ से कुछ डरणु सि छौं। आप तो ऐल्या ना ?
पिकरिंग - पर तुमन तो पैल बि ब्यौ कार च ना।  लिजा की मांसे।
डोलिटल - ना ना।  बस इनि छौ।  मध्यम वर्ग मा ब्यौ स्यौ हूंदन । म्यार तरीका कुछ आदि वासी जन छौ।  लिजा से नि बुल्यां हाँ।
पिकरिंग -ठीक च।
डोलिटल - अर आप ब्यौ मा चर्च आणा छंवां हाँ ?
पिकरिंग - ख़ुशी से।
मिसेज हिगिन्स -क्या मि बि ऐ सकुद ?
डोलिटल - यु तो हमारो सम्मान होलु।  वा तो भौत इ खुश ह्वे जाली।  बिचारी !
मिसेज हिगिन्स -ठीक च मि गाडी कुण बोलि दींदु। [हेनरी छोड़िक सब मर्द खड़ हूंदन ] बस मि पन्दरा मिनट मा तैयार ह्वेक आंदु।  [लिजा भितर आंदि ] लिजा ! मि त्यार पिताजी की शादी मा जाणु छौ। तू बि म्यार दगड़ आ। पिकरिंग दूल्हा दुल्हन का साथ आला। [चल जांदी ]
डोलिटल  - दूल्हा -दुल्हन ? यु शब्द एक आदिम तै याद दिलांद कि वैक क्या हैसियत च। [जाण लगद ]
पिकरिंग -लिजा मि जाण से पैल बुलण चाँद कि बुबाजी तै माफ़ कर दे। अर ब्यौ मा आ।
लिजा - हूँ बुबा जी तै भलो नि लगण।  हैं ना पापा ?
डोलिटल -तौं दुयुंन त्वै तै हुसियार बणै याल।  तू बि आ लिजा।
पिकरिंग - तू बि हमर दगड़ आ लिजा। [डोलिटल अर पिकरिंग भैर जांदन ]
[लिजा हिगिन्स से दूर हुणौ बान बालकोनी मा जांदी पर हिगिन्स उखि जांद। वा वापस आदि अर द्वार का तरफ आदि।  हनेरी रुकुद ]
हेनरी  हिगिन्स -लिजा यु क्या च ? और सुणणाइ क्या ?
लिजा   - अच्छा चप्पल उठाण वळि चयेणी च क्या ? अपण गुस्सा उतारणो तकिया चयेणु च ?
हेनरी  हिगिन्स -मीन नि ब्वाल कि मि तै तू चयेणी छै।
लिजा -अच्छा ! तो फिर क्यांक छ्वीं लगणी छन ?
लिजा -तेरी विषयमा बात हूणि च ना कि म्यार बारामा। मि त्यार दगड़ ऊनि व्यवहार करुल जन करदु छौ।  मीन नि बदलण जन कि पिकरिंगन बि नि बदलण।
लिजा -गलत।  कर्नल पिकरिंग फूल वळि से बि उनि व्यवहार करदन जन वा  भद्र महिला हि हो।
हेनरी  हिगिन्स -अर मि राजकुमारी से बि उनि व्यवहार करद जन वा फूलवळि हो।
लिजा -सब्युं दगड इकजनि व्यवहार।
हेनरी हिगिन्स -हाँ इनि समज ले।
लिजा -म्यार बुबा।
हेनरी हिगिन्स -देख तुलना सही नी। च  असली बात या च कि मनुष्य स्वर्ग माँ हो या नरक मा हो या मैदान मा बंगला मा हो वैक व्यवहार इकसनि रौण चयेंद। लिजा -हे भवन तुम हमेशा ज्ञान भाषण दीणा रौंदा।
हेनरी हिगिन्स -देख ठीक च मि त्यार दगड़ करकरो व्यवहार करदो।  पर दिखण लैक बात या च कि मि कै हैंक लड़की दगड़ अलग तरां से व्यवहार करदु क्या ?
लिजा -ठीक च मि तै पड़ीं बि नी च कि तुमर व्यवहार म्यार दगड़ क्या च।
हेनरी  हिगिन्स -ठीक च तो जा।  मि तैं इन समजणी छे जन मि क्वी मोटर बस हूँ।
लिजा -हाँ मोटर बस।  तुम अपण अलावा कै हौरुं चिंता इ नि करदां। पर मि तुमर बगैर बि रै सकुद , खै सकुद छौं।
हेनरी  हिगिन्स -मि तै पता च कि तू मैं बगैर रै सकदी छे।  मीन पैलि बोल  याल छौ । लिजा [हृदय का टूटण ]- निर्दयी ! तुम तो चाहते हो मैं कहीं चली जाऊं।
हेनरी  हिगिन्स -झूठी। लिजा -धन्यवाद।
हेनरी  हिगिन्स -तीन कबि अफु से बि पूछ कि तू अफु बगैर रै सकदी क्या ?
लिजा - घुमैक बात नि कारो। म्यार बगैर रावो।
हेनरी  हिगिन्स -हाँ मि कैक बगैर बि रै सकुद छौं।  मेरी अपणी आत्मा च। पर ते बगैर रौण बुरु लगल।  मि तेरी आवाज , त्यार -  त्यार - पसंद करण लग ग्यों।
लिजा -ग्रामफोन मा मेरी आवाज बंद च ग्रामाफोन सूण लिया करो। ग्रामाफोन तै हड़कैल्या बि त वैक दिल नि दुखल।
हेनरी हिगिन्स -हाँ पर वै ग्रामाफोन मा आत्मा तो नी च ना ? मि तै आवाज तेरी आत्मा से लगाव ह्वे गे।
लिजा -तुम कै बि लड़कीक दिल तोड़ सकदा।  मिसेज पियरसन मि तै समजै  बि छौ। बार बार वा छुड़ण चाणी छे पर तुमन गोल गोल घुमाइ अर वा इखि च।  तुमन वींक कबि फिकर इ नि कार। अर तुम तै मेरी बि नी पड़ीं च।
हेनरी  हिगिन्स -मि मानव से दिल से प्रेम करदु याने तुम से बि।
लिजा -जू मेरी फिकर नि करदु वु मेकुण बेकार बेजान च।
हेनरी  हिगिन्स[मुक लिकैक ] -बणिक बुद्धि। लिजा -म्यार उपहास नि कारो हाँ।
हेनरी  हिगिन्स -मि कैक उपहास नि उड़ान्द। मि  बणियागिरी वास्ता प्रेम नि करद।   जनानी जात। मि  निर्दयी छौं ? चप्पल मै  पर कैन फ्याँक ? वापस आणै त आ। यदि भद्र महिला लिजान इनि फूहड़पन मा चप्पल फिंकणन  त म्यार दरवज बंद छन। लिजा -यदि क्वी मेरी फ़िक्र नि कारल तो मि तै क्या करण चयेंद ?
हेनरी  हिगिन्स -अरे भै यु म्यरो कर्तब्य छौ।
लिजा -हाँ पर यांसे म्यार दिल तो टुटद छौ कि ना ?
हेनरी  हिगिन्स -यदि भेमाता याने जगत रचनाकार परेशानी से डरदु तो वु जगत की रचना ही नि करद। जिंदगी संवारणो अर्थ च कि परेशानी उठाण या परेशानी बुलाण। परेशानी से दूर रौणो बाण लोग हत्या करदन।
लिजा -यु दर्शन शास्त्र मेरी समज मा नि आणु च। मि बस इथगा इ जाणदु कि तुमन मेरी अवहेलना कार।
हेनरी  हिगिन्स -देख मि अपण काम बगैर स्वार्थ का करदु अर मि ना तो त्यार बुबा जन छौं अर ना इ सौतेली माँ जन जौन अपण स्वार्थक बान त्वे तंग कार। तो तू या तो म्यार इख वापस ऐ सकदी या नरक जै सकदी।
लिजा -ह्यां पर क्यांकुण आण मीन ?
हेनरी  हिगिन्स -मजाका वास्ता ! वांकि बान त मीन त्वै तैं बुलै छौ !
लिजा -अर यदि मि तुम्हारी इच्छानुसार नि चलल तो तुम मि तैं घर से भैर कर देल्या।  हैं ना ?
हेनरी  हिगिन्स -हाँ।  तू बि घर छोड़ सकदी यदि मि त्यार हिसाब से व्यवहार नि करुल।
लिजा -अर अपण सौतेली मांक दगड़ रौण लग जौं ?
हेनरी  हिगिन्स -हाँ या फूल बेचीं सकदी।
लिजा -काश इन ह्वे सकद।  फूल वळि ह्वेक मि स्वतंत्र छौ अर अब मि तुमर अर बुबा दुयुंक गुलाम छौ।   रेशमी कपड़ों का वास्ता मीन अपण स्वतंत्रता गिरवी रख दे।
हेनरी  हिगिन्स -ना ना. मि त्वै तै अपण बेटीक रूप मा गोद ले लेल्यु।  पैसा बि त्यार नाम पर कर लींदु।  अर तू पिकरिंग से शादी बि कर सकदी?
लिजा -यदि तुम पुछदा तो मि तुम से बि शादी नि करदु।  समझे जनाब।
हेनरी  हिगिन्स -है ना तो पिकरिंग ?
लिजा -जब मेरी मर्जी ह्वेलि मि जबाब देलू ।  अब तुम म्यार अध्यापक नि छंवां।
हेनरी  हिगिन्स -पिकरिंग बि चालु शायद।
लिजा -छोडो जी।  म्यार चाण वळु कमी च क्या ? वु नी च फ्रेडी हिल ! रोज दु दु दर्जन लव लेटर लिखुद  मेकुण।
हेनरी  हिगिन्स -वो गुस्ताख़ लड़का ! वेकी मजाल।
लिजा -अरे वै तै पूरो अधिकार च। अर वु मे से बि प्यार करद।
हेनरी  हिगिन्स -वै तै बढ़ावा नि दे हाँ।
लिजा -हरेक लड़की तै अधिकार च कि वीं से क्वी प्यार कारु।
हेनरी  हिगिन्स -वो मुर्ख लड़का ?
लिजा -वु मुर्ख नी च।  वु बिचारु गरीब ह्वे सकद। यदि  वु में से प्यार करद अर मि तैं खुस रख सकद तो पैसा वळु से तो भलु च जु मे से प्यार नि करदन।
हेनरी  हिगिन्स -क्या फ्रेडी सब बणै सकुद ? प्वाइंट या च।
लिजा -मि वै से कुछ काम निकाळ सकुद। पर म्यार सिद्धांत काम निकाळणो नी च। अर तुम कुछ बणाणो /बणनो अलावा कुछ सोची नि सकदा। मि प्राकृतिक रूप  मा रौण चांदु ना कि कृत्रिम जिंदगी।
हेनरी  हिगिन्स -तो तू चांदी कि मी बि फ्रेडी तरां त्यार दीवाना ह्वे जौं। है ना ?
लिजा -ना ना। मि गंदी लड़की बि ह्वे सकुद छौ। मीन द्याख बि च कि भौत सा लड़की पैसा वळु बिस्तर गरम करिक  निकाळ लीन्दन। पर फिर व्ही बेकार जिंदगी।
हेनरी  हिगिन्स -हाँ सही च।  तो हम लड़ना क्यांक बान छंवां।
लिजा -मि तै जरा कोमलता चएंदी। ठीक च मि गरीब घर की तुच्छ लड़की छौं अर तुम पढ्यां लिख्याँ भद्र पुरुष।  पर मि कैक पैर की धूळ नि बणन चांदु। मीन यु सब चकाचक कपड़ों बान नि सीख अपितु हम प्रसन्न छया यांक बान मि तुमर दगड़  रौं।  मि यी बि नि चांदु कि तुम मे से मुहब्बत कारो पर दोस्ती की प्रार्थना तो कर ही सकुद।
हेनरी  हिगिन्स -अवश्य यही तो मै ई सोचता हूँ और यही तो पिकरिंग भी। तू मूर्ख लड़की छे।
लिजा -यु क्वी जबाब नी [ रुंदी च ]
हेनरी  हिगिन्स -त्यार दगड़ इ सब ह्वाल जब तक तू एक साधारण मुर्ख जन रैलि। यदि तू लेडी यानी भद्र महिला हूण चांदि त  जु नाक भौं सिकुड़दन वांसे  त्वै तैं उपेक्षित छौं , उपेक्षित करे ग्यों जन बेकारक  भवाना समाप्त करण पोड़ल। यदि म्यार जन मनुष्य की उदासी असह्य च तो जा गटर मुहल्ला  मा वापस जा। सुबेर उठो , काम कारो - जब तक तक नि जावो , कै  चिपटो , कैक खुक्लिउंद र्वावो , तकरार कारो की जिंदगी क्वेवल  गटर मुहल्ला मा इ मिल सकद। यी जिंदगी गर्मजोशी की जिंदगी च जख भावना छन अर हरेक इन्द्रिय से महसूस बि हूंदन उख गटर की जिंदगी मा। पर विज्ञान , शास्त्रीय संगीत या गीत , कला , साहित्य , दर्शन मा इन नि हूंद।  ठीक च मी त्वै तै  ठंडो  /बेजान /उदास , स्वार्थी लगद ना ? है ना ? तो जा कै भावनात्मक  जगा चल जा।  या कै अमीर से शादी कर ले। जु लत्या बि त सोना की जूती से लत्यालु।  त्वै तै लगणु च ना कि इख तेरी इज्जत नी हूणि च तो ठीक च उख जा जख तेरी इज्जत हवेलि।  यदि त्वै तै उ पसंद नी च जु तीम च तो जा वे तै पा जै तै तू पसंद कर सक।
लिजा -तुम निर्दयी छंवां। तुम हमेशा मि तै गलत साबित करण मा लग्यां रौंदां। तुम तै पता च कि मि वापस गटर मुहल्ला नि जै सकदु।  तुम जाणदा छंवां कि तुमर अर कर्नल का अलावा म्यार क्वी दोस्त नी च। फिर बि तिरस्कार अर तिरस्कार। ठीक च जब फ्रेडी मि तै पळण  लायक ह्वे   जाल मि वैक दगड़ शादी कर ल्योलु।
हेनरी  हिगिन्स - बकबास नि कौर।  तू राजदूत , राजकुमार , राज्यपाल, जनरल की पत्नी लैक छे। मि कबि बि नि चौलु कि मेरी भव्य रचना फ्रेडी जन जोग हो अर बर्बाद हो।
लिजा -तुम क्या सुचणा छंवां कि इन चिकनी -चुपड़ी बातुं से मि पिघळ जौलु ? कुछ देर पैल जु कड़ा शब्द तुमन प्रयोग करिन वु सब याद छन मि तैं। यदि सद्व्यवहार नी  च मी स्वतंत्र रौण पसंद करलु।
हेनरी  हिगिन्स -स्वतंत्रता ? मध्यवर्गीय बकबास।  हम सब एक दुसर पर निर्भर करदां।  इख क्वी स्वतंत्र नी च।
लिजा -मि बि दिखौलु कि मि तुमर बगैर रै सकुद छौं।  यदि तुम उपदेश दे सकदा तो मि पढ़ै सकुद ।  मि अध्यापक बण जौल।
हेनरी  हिगिन्स -हे भगवान ! जरा बथादि त सै क़ि तू क्या पढ़ैलि ?
लिजा -स्वरविज्ञान ! फोनेटिक्स !
हेनरी  हिगिन्स -हा  हा हा !
लिजा -मि प्रोफेसर नेपियन की सहायक बण जौल।
हेनरी  हिगिन्स[गुस्सा मा खड़ हूंद ] -तू वै बकबास प्रोफेसर की सहायक बणलि ? वै तै मेरी खोज बथैलि ? वैक जीना एक कदम बि पोड़ल तो मि तेरी गर्दन मरोड़  द्योलु।  समझे ?
लिजा -गर्दन मरोड़ द्योलु।  मि तैं पता छौ कि कुछ इन कर सकदां।  हा हा हा ! अब मि तै पता चल गे कि तुमर दगड़ कन ब्यौहार करण। अब तुमन जु मि तै सिखाई वै ज्ञान तैं वापस नि ले सकदा।  तुमनि इ ब्वाल कि मि सिखणम भौत तेज छौं। अर मि लोगुं दगड़ तुमसे अधिक सभ्य ब्यवहार कुशल बि छौं।  है ना ? अब मि अखबारुं मा विज्ञापन द्योलु कि छै मैना मा भद्र महिला बणनो म्यार कोचिंग क्लास मा आओ। साथ मा इन बि बतौल कि मीन कै माँगन ट्रिक सीख। अब मैं किसी की पांव की धुल नही रहूंगी' यही दृढ संकल्प मि तै ऊंचाई पर लिजाल।
हेनरी  हिगिन्स [आश्चर्य ] -छिनाल ! कुलटा ! अरे कमाल च।  मीन ठानी छौ कि त्वै तै एक भद्र महिला बणौल अर वीं भद्र महिला तै मी बि प्यार करद अर तू बि।
लिजा -अवश्य।  तुमन भारी परिवर्तन कार।  अर एक हैंक बात कि मि तुम से नि डरदु अर तुमर बगैर बि कुछ कौर सकुद।
हेनरी  हिगिन्स -हाँ ! कुछ देर पैल तू म्यार गौळक गळगंड छे पर अब तू शक्ति पुंज छे अब तू तूफ़ान से लड़न वळि नाव छे। अब तक मि , पिकरिंग अर एक मूर्ख लड़की दगड़ि रौंद छा पर अब हम तीन अविवाहित कामक लोग दगड़ि रौला।
मिसेज   हिगिन्स [भितर आंद अर लिजा अब शांत ह्वे जांदी ]-चलो गाडी तयार च। लीजा तू तयार छे ना ?
लिजा -हाँ हाँ।  प्रोफेसर हेनरी बि आणा छन ?
मिसेज   हिगिन्स -ना ना।  वु ऊख बि पण्डितक बुलण  पर जोर जोर से दोषारोपण करण शुरू कर दींदु ।  वु चर्च लैक नी च।
लिजा -ओहो ! तो प्रोफेसर अब फिर कबि बि मुलाक़ात नि होलि हैं।  तो गुड बाई , गुड बाई।
मिसेज   हिगिन्स -गुड बाइ हेनरी
हेनरी - गुड बाइ ममा।  अच्छा लिजा जरा आंद दैं मेकुण हैम , स्टालिन चीज लये अर हाँ स्टोर से म्यार लाइक टाइ , रेनडियर ग्लोव्स लये हाँ।
लिजा[अवहेलनापूर्ण ] -अफिक खरीद ले।
मिसेज  हिगिन्स -हेनरी तुमन या छोरी बिगाड़ आली।  मि ल यौल।
हेनरी - ना ना।  स्या इ लाली चिंता नि कौर।
[मिसेज हिगिन्स अर लिजा भैर जांदन अर हिगिन्स खौंळयूँ बेवकूफ जन खड़ रौंद ]

सूत्रधार - दर्शको ! अब आप ही बताओ कि अग्नै क्या ह्वे ह्वाल ? लिजान शादी कर होली कि ना ? यदि शादी कार च तो कैक दगड़ ? अर ख़ास कारण ?


-------------समाप्त ------------------------
सर्वाधिकार @ मूल लेखक या वैक प्रकाशक
यु स्वांग अनुवाद केवल नाट्य प्रशिक्षण हेतु करे गे

Bhishma Kukreti:
Contribution of Baldev Rana for Promoting Garhwali Stage Plays

(Chronological History and Review of Modern Garhwali Dramas)

By Bhishma Kukreti

Baldev Rana is one of the devoted film and stage performers of Garhwali Language. Madan Duklan a Garhwali film activist appreciated Rana for his total devotion for promoting Garhwali dramas by various means.
 We got following information about Baldev Rana participating in following  Garhwali Dramas staged at various periods and places  from 1986-to2016 –
Mumb- = Mumbai
Garh= Garhwal
S.N.--Name of Play –------------Year of Staging --- Place of Staging the play
1- --Satyavan Savitri -----------------1986---------Mumb
2—Apjasi Nathuli Bhagyan Bwari –1986------Mumb
3—Amar Shahid Shridev Suman-----1987 ----Mumb
4- Amar Shahid Shridev Suman-----1987 ----Mumb
5-  Sabum Bolya -----------------------1987------Mumb.
6- Harishchand Taramati --------------1987-----Mumb
7-Afat Lyao Mol -----------------------1987---Mumb
8- Afat Lyao Mol -----------------------1987---Jakholi Garh
9-Ab Holu par Holu Kya ---------------1987 –Randhar Bangar Garh.
10-Bavndar -----------------------------1987------Mumb
11-Barat --------------------------------1990 –Mumb
12- Balidan -------------------------1991--------Mumb
13- Vidhata ki Lekh ----------------1991-------Mumb
14-Kanu Bhukamp Ayi --------------1992,-- Mumb
15-Meru Divta -----------------------1992 ---Mumb
16-Uttrakhand ka Geet Mumbai ka Beach (lyrical drama) -1993 –Mumb
17-Amar Shaid Shridev Suman Dram was staged at Tehri, Shrinagar Pauri, Uttarkashi, Rishikesh  in 1994
18-Pyaru Uttarakhand ------------1994 ---Mumb
19-Pyari Janma Bhumi -------------1994---Mumb
20-Akhlyar ------------------------1994 ------Mumb
21-Beer Bhad Madho Singh Bhandari (Lyrical) – 1995, Mumb
22-Styavan savitri -------------1996---Mumb
23-Simnya Samdhi --------1997-------Mumb
24-Ek Sham Uttaranchal ken am (Lyrical variety) -1999,Mumb
25-Chala kauthig Dekhi aula –1999-Mumbai
26-Kakh Holi meri dandi Kanthi –1999, Mumb
27- Man Nanda Devi Rajjat ---------2002, Mumb
28-Ai Janu Panchami ku mela---2002, Mumb
29- Junaili As ----------------------2003, Mumb
30-Saruli Mera Jiya lag ge ------ 2004 Mumb
31-Drama promo –Uttrakhand Tourism devpt  2004, Mumb
32-Au Bhitayi Jaula ..      2005, --Mumb
33-Jagr -----------------------2006 ---Mumbai
34-Draam in Ek sham UK nam -------2006 –Mumb
35-Baduli ----------2007 ,--------Mumb
36- Chaal Kauthig ------------2007 ---Mumb
37-Hyund ka din --------------------2008, Mumb
38UK Geet Bengaluru --------2008, Mumb
39—Three to 10 days-Man Nanda Devi Nanda D Rajajat  -2008, 2009, 2010 , 2011, 2012 , 2018 (Replica in Mumbai ) Mumb
-do- 2016 in Haridwar as replica of original Nanda Jat yatra journey
40- Jagdi kauthig ,2010   -- Hindau  Garhwal
41-Fanchi ----------2014 –Jakholi Garhwal
42- Staging of Lyrical Garhwali ma Bahad Madho Singh Bhandari  held in following paces from 2016 to 2019
1-Rishikesh (three times in 2016)
2-Rudraprayag , Garhwal (2017)
3-Mussorie  (2017)
4-Tehri (2018)
5-Dehradun (20118)
6-Shrinagar  (2018)
7-Maletha Garhwal (2019)
8- UAE (2020)
  The above information suggest that No Drama Activist devoted such time and labor for promoting  Garhwali Drama  as Baldev Rama devoted time and  efforts . Film Activist Anuj Joshi, Poetry Critic Dr Manju Dhoundiyal and Social activist Rajendra Sharma laud the devotion of Baldev Rama for Garhwali drama promotion.
  As the world drama circle appreciate the works of  G.F. Abott (USA) ; K.Abell (Denmark); William Shakespeare ; Arthur Miller; O’Neill; Ibson; Marlowe Oscar Wild; Chekhav etc , same way Garhwalis will remember the contribution and Devotion of Baldev Rana for promoting Garhwali dramas.
Copyright@ Bhishma Kukreti
Copyright@ Bhishma Kukreti
Garhwali Stage plays /dramas from Block, Pauri Garhwal, South Asia; Garhwali Stage plays /dramas from Garhwal, South Asia; Garhwali Stage plays /dramas from Chamoli Garhwal, South Asia; Garhwali Stage plays /dramas from Rudraprayag Garhwal, South Asia; Garhwali Stage plays /dramas from Tehri Garhwal, South Asia; Garhwali Stage plays /dramas from Uttarkashi Garhwal, South Asia; Garhwali Stage plays /dramas from Dehradun Garhwal, South Asia;














Bhishma Kukreti:
गढ़वळि नाटक”
---------------------xअंधेर नगरी x ---------------
अंधेर नगरी चौपट्ट राजा
टके सेर भाजी टके सेर खाजा।

(पैलू दृश्य)
(सैर से भैर)
(बाबा जी अफरा द्वि चेलो दगड़ि गौन्दू बजौन्दू औन्दन)
राम राम जपल्या रे
राम राम जपल्या रे
जपला जू तुम राम
त निभ जाला सब काम
राम राम जप...
बाबा जी- ब्यटा नारायण दास! भैर बीटी त यू सैर भौत सुंदर लगणू छ! देख दौ कुछ भिक्चा विक्चा मिलू त भगवान तै भोग लगू बक्की क्या चयेणु।
ना. दा.- जी गुरजी! दिखेंण दर्शनों तै य जगा जू होली सू होली पण भिक्छा बी उन्नी बढ़िया मिलू त मजा ई एजौ।
बाबाजी- ब्यटा नारायण दास तू ईंS धार जा अर
ब्यटा गोवर्धन दास तू वीं धार जा। देखा तब जू कुछ बी मिलू त देबतो तै भोग लगू।
गो. दा.- गुरजी तुम चिंता नी करा, यखा लोग भारी मालदार चितेंणा छन। मैं अब्बी झोल्ला भोरी लौंदो।
बाबाजी- रे रे रे चुचा भंडी लोब नी करी, जादा लोब करी कैकी मवसी नी बंणी आजतलक।
लोब करी कैकी मवसी नी बंणी,
पूरा नी होंदा क्वी काम।
लोब छोड़ी राम राम जपल्या,
बंण जौला तेरा सौब काम।
(गौन्दू गौन्दू सौब चल जांदन)


(दूसरू दृश्य)
(बजार मा)
बोड़ा जी- घर्या दाल लेल्या, घर्या दाल लेल्या। सोंटा, गौथ, तोर अर मसूर लेल्या। कुटरी भोर भोरी लीजा। पाड़ मा लीजा चा पाड़ से भैर लीजा। खै पेतै सेत बंणा। ये मैंगा जमना मा टका सेर लेल्या, टका सेर लेल्या।

बोड़ी- गोदडी, कखड़ी, खिर्रा, चचेंडा लेल्या। घर्या भुज्जी मरसू, पलेंगू अर मुंगरी लेल्या। कै जमनो मा होंदा छा अब समलोंणया ह्वे गेन। माटू खंणला त मिनतौ खैल्या, मिनत नी कैल्या त टका सेर मोलौ लेल्या।
 
नौनू- हिसर, काफल, बेडू अर लिम्बा नारंगी लेल्या। रस्यांणै चीज छन अब बिसरेंणै ह्वे गेन। खटै बंणै तै खा चा बंणा तुम कचमोली। निम्जा भोरी लीजा टका सेर लेल्या।

मिठै वलू- गरम गरम जलेबी, सिंगोरी, बाल लेल्या। लड्डू , बर्फी अर पेड़ा लेल्या। बन बनी मिठै छन बन बन्या लोख्वू तैं। उलारै मिठै छ छोट्टा बाळो तै, रस्यांणै मिठै छ दानो तै, रंगतै मिठै छ ज्वानू तै, घुसै मिठै छ निकज्जो तै अर राजनीति मिठै बी छ दलबदलू तै। मोन्नै मिठै छ बचणै मिठै छ, टका सेर लेल्या...टका सेर लेल्या।

गाजा बाजा वलू- डौंर ल्या थकुलि ल्या, ढ़ोल ल्या दमो ल्या, रंणसिंग ल्या मसकबाजू ल्या, पिपरी तुतरी सब्बि धांणी ल्या। बाजू लगा मंडाण लगा। देबतों नचा, मनखी नचा। मंडाण बी बन बन्या लगा, राजनित्यो मंडाण लगा, धर्मो मंडाण लगा, जात पातौ मंडाण लगा, आरक्षणा जागर लगा, भ्रस्टाचारौ घड्यलू लगा। जैकू चा वेकू जागर लगा पण या अंक्वेक नचण जनतन ई छ। गाजू बाजू चा क्वी बी ल्या मिललू सिरप टका सेर..टका सेर।

दूध बेचदरु- पिबर दूध ल्या, घ्यू ल्या, नौंण ल्या, दै ल्या, मठ्ठा ल्या। छांछ हमरी छोलेंण तुम सिरप मजा ल्या। मिनत हम यख करला परोठि भोर भोरी तै तुम उंद लीजा। जू बी छ पिबर छ असल छ, जथगा बी ल्या टका सेर ल्या..टका सेर ल्या।

विकास  वलू- विकास ल्या, विकास ल्या। अफरु ल्या दूसरोंक ल्या। नयू राजौ विकाश ल्या, हस्पतालों ल्या, स्कूलू ल्या, चारु गुजरू विकाश ल्या। नेतौंक ल्या वूंका चमचोंक विकाश ल्या, विधायकोंक ल्या गौंका पधनूक विकाश ल्या, गल्लेदरुंक ल्या, पल्लेदरुंक ल्या। असल मा ल्या चा कागजूं मा विकाश ल्या टका सेर ल्या...टका सेर ल्या।

शिकार वलू- शिकार ल्या शिकार ल्या। सिरी ल्या, फट्टी ल्या, भुटवा ल्या। तर्रिदार ल्या, सुखू ल्या, चरचरी बरबरी ल्या, कंठ खोलणदार ल्या। कुखडै ल्या, बखरै ल्या, ढ्यबरै ल्या, बोंण सुंगरु ल्या बन बनी रसदार शिकार ल्या। जथगा बी ल्या टका सेर मा ल्या...टका सेर मा ल्या।

खाजा बुखणा  वलू- खैजा रे खैजा खाजा बुखणा खैजा। चळमळा कुरमुरा खाजा बुखणा लेल्या। दगड़ा मा छन सबदी रोट अरसा। इबरी मिलणा छन भोळ यूँतै खुदेला। लेल्या रे लेल्या खाजा बुखणा लेल्या, टका सेर लेल्या...टका सेर लेल्या।

राशन वलू- आटू ल्या, चौंळ ल्या, लूंण मर्च ल्या, चिन्नी ल्या, तेल ल्या। टका सेर राशन टका सेर पांणी ल्या।

गो.दा.- उममममम लाला जी यू आटू क्य भौ दे?
राशन वलू-  बल टका सेर मा।
गो.दा.- अर चौंळ?
राशन वलू- टका सेर।
गो.दा.- अर चिन्नी?
राशन वलू- यूबी टका सेर।
गो.दा.- अर तेल?
राशन वलू- टका सेर।
गो.दा.- अर लूंण मर्च?
राशन वलू- अरे बामण माराज सब्बी धांणी टका सेर छन।
गो.दा.- हे रे चुचा चखन्यो नी करी वS बामणै दगड़ी। सब्बी टका सेर कनक्वे?
राशन वलू- चखन्यो करी क्य बामणों अपजस लगाण मिन अफ परै।
गो.दा.- (खाजा बुखणा वला मा जैतै पुछदू) भुला यू खाजा बुखणा, रोट अरसा क्य भौ देन?
खाजा बुखणा वलू- माराज सौब टका सेर मा देन, सौब टका सेर छन।
गो. दा.- ब्वा साब क्य बात छ, यख त सब्बी चीज बस्ती टका सेरा भौ से बिकणी छन। ये मैंगा जमना मा य उल्टी गंगा कनक्वे ह्वेली बगणी। (यन बोली तै गोवर्धन दास मिठै वला मू जैतै पुछदू) हाँ त ब्यटा राम मिठै क्य भौ देन?
मिठै वलू- माराज! लड्डू, बर्फी, पेड़ा, जलेबी, सिंगोरी, बाल सब्बी मिठै खटै टका सेर मा देन।
गो.दा.- ब्वा साब! मजा छ यख त। किलै रे मादा झूठ त नी तू बोलणी मैमा। अछी जी होली सब्बी धांणी टका सेर मा?
मिठै वलू- झूठ बोली क्य मिलण माराज हमतै, ईं जगै चाल ई इन्नी छ यख सब चीज बस्ती टका सेर मा बिकदन।
गो.दा.- ईंS जगा नौ क्य छ ब्यटा राम?
मिठै वलू- माराज अंधेर नगरी।
गो.दा.- अर रज्जा कू भग्यान होलू ब्यटा?
मिठै वलू- जी बल चौपट राजा।
गो.दा.- ब्वा साब, अंधेर नगरी चौपट राजा, टका सेर भाजी टका सेर खाजा। (रंगमत ह्वेतै गोवर्धन दास इखरी इखरी मजा मा यन बोलणू रौंदू)
मिठै वलू- अरे माराज कुछ लेंणी देंणी बी कन तुमन की सुद्दी खीचरोडी कन। लेंदा त ल्या निथर फुंड जा।
गो.दा.- ब्यटा राम मांग मुंगी तै भिक्छा मा सात पैसी मिली छै, उख्खी मा सढ़े तीन सेर मिठै देदी तू। इथगा सब्बी गुरु चेलो तै छकण्यां छ प्वटगी भोरणो तै।
(मिठै वलू मिठै तोलदू, अर गोवर्द्धन दास मिठै लेतै अंधेर नगरी चौपट राजा..गीत गांदू गांदू अर मिठै खांदू खांदू मजा से वख बिटी जांदू)


(तिसरू दृश्य)
(बोंण मा)
(एक तरफ बाबाजी अर नारायण दास राम राम जपल्या भजन गौन्दू गौन्दू औन्दन अर हैंकी तरफा बटी गोवर्धनदास अंधेर नगरी चौपट राजा गौन्दू गौन्दू औन्दू)
 बाबाजी- ब्यटा गोवर्धनदास बोल क्य भिक्छा लये। निम्जा त तेरु भारी गर्रु लगणू छ चुचा।
गो.दा.- गुरजी! भंडी माल ताल छ मेरा झोल्ला भीतर। निम्जा भोरी मिठै लयी मेरी आंSSS।
बाबाजी- बतौ दौ ब्यटा राम क्य लयूं तेरु (गुरजी अफरा समणी मिठै कू बुजडू खोलदन)। ब्वा ब्यटा राम! शबास मेरा काळा, पंण या इन बतौ इथगा मिठै लये कखन, कै भग्यानन दे त्वे?
गो.दा.- गुरजी! सात पैसी मिली छै भिक्छा मा वक्खी मा सबा तीन सेर मिठै लयो मैं।
बाबाजी- ब्यटा यू नारायण दास बोलणू त छैं छौ यख सब्बी धांणी टका सेर मा मिलणू छ पण मीन बिसास नी करी। ब्यटा य जगा क्वा छ अर यखौ रज्जा कू छ?
गो.दा.- गुरजी! अंधेर नगरी चौपट राजा, टके सेर भाजी टके सेर खाजा।
बाबाजी- ई बप्पा! त ब्यटा जख  टका सेर मा भुज्जी अर टका सेर मा खाजा मिलदू हो वीं जग रंयू नी चयेणू।
दोहा : सेत सेत सब एक से, जहाँ कपूर कपास।
ऐसे देस कुदेस में कबहुँ न कीजै बास ॥
कोकिला बायस एक सम, पंडित मूरख एक।
इन्द्रायन दाड़िम विषय, जहाँ न नेकु विवेकु ॥
बसिए ऐसे देस नहिं, कनक वृष्टि जो होय।
रहिए तो दुख पाइये, प्रान दीजिए रोय ॥
यान चला ब्यटों यखन। जैं अंधेर नगरी मा दूंण पाथों भोरी तै फोकट मा बी मिठै मिलू वीं जगा जरा बी रुकूंण ठीक नी।
गो.दा.- इन त क्वी बी देस ई नी ई मुंथा मा जख द्वि पैसा मा छकण्या पेट भोरी खाणो तै मिलू। मीन त नी जांण यख बिटी। हौर जगों त दिनभर मांगी बी पेट नी भोरेन्दू। बाजी बाजी जगों त भुख्खी बी रौंण पोडदू। मीन त यख्खी रौंण।
बाबाजी- देख ब्यटा पिछनै तीन पछतौ कन। बल दाना बोल्यू अर औंला सबाद पछनै औन्दू याद।
गो.दा.- न गुरजी आपै किरपा राली त कुछ नी होंण। मैं त बोल्दो तुम बी यख्खी रावा।
बाबाजी- मैं त नी रौंण्या यख सप्पा बी, भोळ बोली ना मीन बतै नी छौ। मैं त जंदो यख बिटी पण तू कबरी कै दुख बिपदा मा फँसलि त मैं याद करी।
गो.दा.- जी गुरजी परणाम। मैं तुमतै रोज याद करलू। मैं त अब्बी बी बोल्दो तुम यख्खी रुक जावा।

बाबाजी नारायण दासै दगड़ी जांदन अर गोवर्धन दास बैठी तै मिठै खांदू।

(चौथू दृश्य)
(रज्वडू)
(रज्जा, मंत्री अर नौकर अफरी अफरी जगा पै छन)
नौकर- (जोर से घ्याळ मचै तै) हे बल ल्या माराज पान खा।
रज्जा- ( अचणचक डौरी तै गद्दी बिटी चडेम खडू होंदू) क्या जान द्या, हे निर्बगी कख देंण जान, किलै देंण जान, कू लेंणू जान। (इन बोली तै राजा भगदू छ)
मंत्री- (रज्जा हथ पकड़ी तै गद्दी पै बिठौन्दू) अरे माराज वेन जान द्या नी बोली, वेन बोली ल्या माराज पान खा।
रज्जा- लोळू खाडकरु येन मैं डरैयेल छौ। मंत्री यू (नौकर) सौ बार कण्डालीन झपोड़े जाऊ।
मंत्री- पण माराज तुमतै येन थोड़ी डरै, तुम त येका पान तै जान सुणण से डौर्या। न पनवड़ी पान बंणोदू, न यू पान तुमतै देन्दू।
रज्जा- त पनवड़ी तै कंड़लीन झपोड़े जाऊ।
मंत्री- पण माराज पनवड़ी तै त तुमन ई पान लगौंणौ बोली छौ त क्य तुम पै.....
रज्जा- (गुस्सा मा) कपाल डंगड़ै देलू तेरु जादा नी बोली। नौकर! नौकर! नौकर तुराक देबी कख छ।
हैंकू नौकर- (गिलास मा दारू भोरी तै) ल्या माराज आपै तुराक देबी।
रज्जा- (अंगल्यो तै दारू मा ठुबैकी इनै उनै छिड़की पेंदू) ओम अलाय बलाय नमो। हौर दी।
(पिछनै बिटी न्याय कौरा माराज न्याय कौर माराजै आबाज औंदी।)
रज्जा- को छ बे? कै चैंणू न्यो? कैसे चैंणू? अर किलै चैंणू?
(भैर बटी द्वि नौकर एक मनखी तै पकड़ी लौन्दन)
मनखी- माराज मेरी दगड़ी भारी अन्यो ह्वे मेरु न्यो कौरा... मेरु न्यो कौरा... मेरु न्यो कौरा।
रज्जा- हल्ला नी कौर। तेरु न्यो हम यख इन करला जन ज्यूंरा यख बी नी होंदू होलू। बोल क्य बात छ।
मनखी- माराज! कल्लू  बणीयै दीवाल भें पोड़ी अर मेरु बखरु पतड़े तै मोर गी। माराज मेरी दगड़ी न्यो कौरा।
रज्जा- (नौकर मा) कल्लू बणीयै दीवाल तै झट्ट पकड़ी लावा।
मंत्री- अरे माराज दीवाल तै पकड़ी नी लै सकदा।
रज्जा- त दिवाला क्वी भै भुल्ला क्वी सोरा भारा होला उंतै पकड़ी तै लावा झट्ट।
मंत्री- (गिच्चा भीतर....झट्ट! तेरी खोपरी फुटली खट्ट) अरे माराज दिवाला क्वी भै बंध क्वी सोरा भारा नी होंदन। दीवाल त ईंट चुनै बंणदी।
रज्जा- त ठीक छ कल्लू बणिया तै लावा पकड़ी तै झट्ट।
(नौकर भैर बिटी कल्लू बणिया तै पकड़ी लौन्दन) किलै बे कल्लू का बच्चा येकी दीवाल पतड़े तै कनक्वे मोरगी?
मंत्री- अरे माराज! दीवाल नी मोरी पतड़े तै, बखरु मोरी पतड़े तै।
रज्जा- हाँ.. हाँ येकू बखरु कनक्वे मोरी पतड़े तै।
कल्लू- माराज! इखमा मेरु क्वी दोस नी। मिस्त्रीन इन कच्ची दीवाल बंणै की बखरु पतड़े तै मोरगी।
रज्जा- ये कल्लू उल्लू तै पकड़ी लावा मिस्त्री तै छोड़ द्या। न...न ये कल्लू तै छोड़ा अर मिस्त्री तै पकड़ी लावा झट्ट। ( नौकर लोग कल्लू तै भैर लिजोंन अर मिस्त्री तै पकड़ी लौन्दन) किलै बे मिस्त्री येकू कुखडू न..न.. येकू लखडू कनक्वे पतड़े।
मंत्री- माराज लखडू नी पतड़े...बखरु पतड़े बखरु।
रज्जा- हाँ.. हाँ वुई येकू चखडू कनक्वे पतड़े?
मिस्त्री- माराज मेरु क्वी कसूर नी। डुट्यालन इन मसलू बंणायी ज्यान दीवाल भें पोड़ी अर बखरु पतड़ेगी।
रज्जा- ये मिस्त्री तै ल्हिजा अर डुट्याल तै लसोड़ी लावा झट्ट। (नौकर लोग मिस्त्री तै लिजौंदन अर डुट्याल तै पकड़ी लौन्दन) किलै बे डुट्याल यां बाखरू मारने मे रामरो लागो है। कनक्वे मोरी बखरू?
डुट्याल- उऊऊऊ साबजी मौईने नोई मोरा बाखरू, वू त कुल्लीन मसला मा बिंजा पांणी ढोळ दे ज्यान दीवाल भें पोड़ी अर बाखरू पतडेगी।
रज्जा- डुट्याल तै निकाला अर कुल्ली तै पकड़ी लावा झट्ट।
(डुट्याल जांदू अर नौकर कुल्ली तै पकड़ी लौन्दन) किलै बे कुल्ली टिरी डैम मा क्य पांणी जादा ह्वेगी जू तीन मसला मा छोड़ दे, अर बाखरू पतड़ेगी।
कुल्ली- न माराज! मैं पै क्य छा भगार लगौणा? वे बूचड़ का बच्चन इथगा बडू चमड़ा थैला बंणै की वेका भीतर बिंजा पांणी भरेगी।
(लोग कुल्ली तै लिजौंदन अर बूचड़ तै पकड़ी लौन्दन)
रज्जा- किलै बे बूचड़ चंद येकू खंतडू किलै फटी फटाक बोल निथर देन्दो मै त्वे फांसी।
मंत्री- अरे माराज खंतडू नी फटी बखरू मोरी बखरु।
रज्जा- हाँ हाँ.. बाखरू कनक्वे पतड़े, दीवाल कनक्वे पोड़ी।
बूचड़- माराज! मीन कुछ नी बिगाड़ी। वे ग्वेर छोरन इथगा बडू ढ्यबरू बेची ज्यान चमड़ा थैला इथगा बडू बंणगी।
(बूचड़ भैर लिजौंदन ग्वेर तै पकड़ी लौन्दन)
रज्जा- हाँ रे ग्वेर छोरा ढ्यबरा बिकी गेनी तेरा बखरा पतड़ी गेन। किलै बेची तीन बडू ढ्यबरू?
ग्वेर- न माराज मेरु क्वी दोस नी। समणी बिटी कोतवालै सवरी छै औंणी अर वे देखणा चक्कर मा मीन जक्क बक्क मा बडू ढ्यबरू बेच दे।
रज्जा- निरबै कोतवाल तै झट्ट पकड़ी लावा।
(ग्वेर तै लिजौंदन अर कोतवाल तै पकड़ी लौन्दन) हाँ भै कोतवाल तीन इथगा धूम धाम से सवरी किलै निकाली ज्यान बखरू भें पोड़ी अर कल्लू बणिया पतड़े तै मोरगी। (इन सुंणी तै सब्बी अफरा मुंडा बाल झिमडौंदन)
कोतवाल- पण माराज मीन त कुछ नी करी मैं त सैरा बिबस्ता वस्ता छौ जांणू।
मंत्री- (अफी अफ मा) कन बक्की बात ह्वे, कखी यू कूसगोरया रज्जा सैरा सैर तै फूंक न द्यो य फेर सब्यों तै फांसी न दे द्यो। (कोतवाल मा) चुप रे, सौब तेरु ई कसूर च तीन किलै निकाली सवरी इथगा धूम धाम से।
रज्जा- हाँ हाँ सौब येकू दोस छ, न यू सवरी निकलदू न बखरु मोरदू।
कोतवाल- पण माराज...माराज
रज्जा- मैं कुछ नी सुंणण चांदो, ल्या रे कोतवाल तै पकड़ी लिजा अर फांसी पै लटकै द्या झट्ट। सभा बरखास्त।
( एक तरफा बिटी लोग कोतवाल तै पकड़ी लिजौंदन अर हैंकी तरफा बिटी मंत्री रज्जा तै पकड़ी लिजौन्दू)


(पंचौ दृश्य)
(बोंण मा)
(गोवर्धनदास गौन्दू गौन्दू औन्दू)

अंधेर नगरी चौपट राजा,
टके सेर भाजी टके सेर खाजा।
ईंs नगर्यो छ रिबाज अलग
उब्ब पताल अर उंद सरग।
घरमौ बोलदरु नी छ क्वी यख
अधरमै नीति खपदी यख।
चोर मणोंदा छन तीज तेवार
आंख्या बुज्या मा चलणी सरकार।
सच बोलदरा मरेंदा छन यख
झूठा गौला उंद फूलूँ माला बरख।
अराजकता मची चौ दिसू ये देश
जन बोल्यो यखौ रज्जा गंयू हो परदेश।
उब्ब छन जू वू जांणा छन उब्बा उब्ब
जू छन उंद वू छन जांणा हौर खाड़उंद।
ई अंधेर नगरी मा छन मजा भौत,
ढुंगौ छ मोल अर सुनै छ खौत।
छौंदा आंखा कांणू छ चौपट राजा,
टके सेर भाजी अर टके सेर खाजा।
अंधेर नगरी चौपट राजा
टके सेर भाजी टके सेर खाजा।

गो.दा.- गुरजी सुद्दी बोल्दा छा यखन जांणो तै, यख त मजा ई मजा छ। दिनभर गेरेटि भोरी खा प्या अर रात निचन्त ह्वेतै स्या। माणी मीन यू देस भौत बुरु छ पण हमुन कौनसे राज काज कन जू बिगर बातौ मूंडरू पलण। अफरु क्या फोगट मा खटै मिठै खांणा रावा बिरणी मवसी मा अर भजन कीरतन करणा रावा। (मिठै खांण लग जंदो)
(तबरयो चार पांच सिपै औन्दन अर वेतै चौ तरफन पकड़ लेंदन)
पैलू सिपै- चला माराज तुमरु टैम ऐगी। घुल घाली तै भौत म्वाटा ह्वे ग्यां तुम।
दूसरू सिपै- चला माराज अब वक्खी कैन जै बद्रीविशाल।
गो.दा.- ई यपडी ब्वेका! य आफत कखन आयी। कू छां रे तुम , मैं किलै लिजौंणा। मीन क्य बिगाड़ी कैकू?
पैलू सिपै- कैकू कुछ बिगाड़ी छ य नी बिगाड़ी येसे क्वी मतलब नी। तुम त बस पाँसी चढ़णो तै तैयार ह्वे जा।
गो.दा.- (घबरै तै) हे मेरी ब्वे फाँसी? मीन कैकू उजाड़ खै? मीन त क्वी नी लुछी जू तुम मैं फांसी देंणा। मीन त क्वी खून खत्तर नी करी।
दूसरू सिपै- तुमरु दोस यू छ की तुम म्वाटा छा। तुम म्वाटा छां यान तुमतै फांसी दियेंणी।
गो.दा.- मोटू होंण बी क्वी दोस छ? य त क्वी बात नी ह्वे। अरे मास्तो साधू संतो दगड़ी ठठ्ठा मजाक नी करदन।
पैलू सिपै- यू त फांसी पै चढ़णा बाद ई पता चललू ठठ्ठा छ य सच। सिधू रासी चलदा की लसोड़ी लीजा तुमतै।
गो.दा.- मेरी दगड़ी इथगा अन्यो किलै करणा तुम, मैं त निरदोस छौ। हे लोळो भगवान देखी त डौरा।
पैलू सिपै- भगवान देखी हमुन किलै डरण, डरलू त राजा डरलू। हम त वेका बोल्यां पै चलदा।
गो.दा.- फेर बी ब्यटों बात क्य छ? कुछ त बिंगा, समझम नी औंणू कुछ।
पैलू सिपै- अरे बामण माराज बात य छ..ब्याली कोतवाल तै फाँसी ह्वे छै। जब हम वे तै फांसी पै चढोंणो गंया त जू फांस्यो जुड़ू छौ वू बडू ह्वे गी। अब साब कोतवाल जी त छन बरीक किंगण्या सी ज्यान फांस्यो फंदा वूंका गौला मा ढिल्लू ह्वे गी। हमुन य बात माराज मा बतै त वूंन बोली कै म्वाटा मनखी तै फाँसी दे द्या। अब बखरु मरणा जुरम मा क्वी न क्वी त फाँसी लगौंणी छौ निथर भारी अन्यो ह्वे जांदू। यान हम कोतवाला सांटा मा अब तुमतै फांसी पै चढोंणो लिजौंणा छा।
गो.दा.- हे लोळा उल्टी बुध्यों कन तुमरा ये पूरा देस मा हौर क्वी मोटू मनखी नी छ। तुमतै मैं ई मिल्यो।
पैलू सिपै- यख मा द्वि बथ छन। पैली त यs ये देस मा रज्जा न्याया डौरन क्वी म्वाटू नी होन्दू। अर दूसरी बथ य छ जू हम कैतै लिजौंणो बोल्दा त वू बन बन्या बाना बंणोन्दू जांणो तै। अर उन बी ये राज मा गौड़ी अर साधू संतोक ई त बड़ी दुर्दसा छ। यान हमुन त अब तुमतै ई फाँसी देंण।
गो.दा.- हे परमेसुरा मै बचौ, हे नागर्जा नर्सिंग कख छा तुम। हे लोळो सुद्दी मुद्दी मरेंदो मैं। सची मा बडू अंधेर छ ईं अंधेर नगरी मा। मीन जू उबरी गुरजी बात माणी होंदी त इबरी बच जांण छौ मीन। हे गुरजी मैं बचा, कख छां तुम? हे गुरजी...हे गुरजी। कन गौला गौला ऐ मेरी। हे गुरजी कख छां तुम, गुरजी...गुरजी।
(गोवर्धन दास ह्वाडी ह्वाडी घ्याल मचोन्दू अर सिपै वे पकड़ी लिजौंदन)



(छठ्ठों दृश्य)
(मढ़घट मा)
(चार सिपै गोवर्धन दास तै लसोड़ी तै औन्दन)
गो.दा.- हे नीरण्यो करो मैं सुद्दी मा फाँसी नी लगा। हे कन बक्की बात होणू यख। कन अधरम कन्ना तुम। अरे क्वी त बचा। नी कौरा रे इतरू अन्यो नी कौरा। भगवान देखी डौरा रे भगवान देखी। मैं तै फाँसी देतै तुमतै क्य मिलण। मैं जांण द्या... मैं छोड़ द्या।
( रौंणू रौंदू अर छोड़ोणै कोसिस करदू)
सिपै- चुप रौ हल्ला नी कौर, जब मोरणी छै त सांती से मोर। यू राजा हुकुम छ हम रज्जा अंणबोल्यू नी कै सकदा। आखिरी बगत मा कुलदेबता तै याद कौर।
गो.दा.- हे राम! मीन गुरज्यो बोल्यू किलै नी मांणी होलू उबरी। उबरी वूंतै अंणसुंण्यू नी करी होन्दू मीन त आज यू दिन नी देखदू। अरे क्वी छैं छ  ई नगरी मा धर्मात्मा मनखी जू मैं बचै सकू। पण जब जैं जगा नौ अंधेर हो अर रज्जा चौपट हो त कै से उमीद कै सकदा हम। गुरजी कख छां तुम, बचा मैं,गुरजी...गुरजी..गुरजी।
(वू रौंदू छ, सिपै वेतै लसोड लसोड़ी लिजौंदन)
(गुरजी नारायण दासै दगड़ी औन्दन)
बाबाजी- अरे ब्यटा गोवर्धन दास तेरी य गत कनक्वे ह्वे। क्य बात छ।
गो.दा.- ( हथ जोड़ी तै) गुरजी दीवाल भें पोड़ी अर बखरू पतड़े तै मोर गी। अब यू लोग मैं तै फांसी देंणा छन।
बाबाजी- ब्यटा मीन त पैली बोलेल छौ यू देस रौंण लैक नी पण तीन उबरी मेरु बोल्यू नी मानी।
गो.दा.- जी गुरजी तुमरु बोल्यू नी मानी यानी मेरी य कुदसा ह्वे। गुरजी तुमरा अलावा हौर क्वी मेरु अफरु नी ई मुंथा मा। गुरजी मेरी रक्छा करा।( गुरज्या खुट्टा मा पोडदू)
बाबाजी- क्वी बात नी ब्यटा चिंता नी कौर सौब ठीक ह्वे जलू। भगवान छ देखण वलू।
(बाबाजी भौं उब्ब करी सिपै मा बोल्दन)
सुंणा रे, मैं अफरा चेला तै आखिरी बार उपदेस देंण चांदो। तुम जरा सी फुंड चल जा, मेरु बोल्यू नी मानी तुमुन त पछतौंण पोडलो।
सिपै- न माराज हम पिछनै चल जंदा। तुम उपदेस द्या।
( बाबजी चेला कंदुड मा कुछ खुसुर पुसुर करदन)
गो.दा. - ब्वा गुरजी फेर त मीन ई फांसी पै चढ़ण।
बाबाजी- न ब्यटा मैं फांसी पै चढ़ळू।
गो.दा.- न न गुरुजी मीन चढ़ण फांसी पै।
बाबाजी- फेर इथगा समझै बिंगै तै बी नी बिंगै, मैं बुढ्या ह्वे ग्यो यान मैं तै फांसी पै चढ़ण दी।
गो.दा.- द ज्जा! सर्ग जांण मा क्य बुढ्या क्य ज्वान। तुम त सिद्ध मात्मा छा, तुमतै गति अर अगति से क्य लेंणी देंणी। यान मै तै फांसी पै चढ़ण द्या।
(इन्नी द्वि का द्वि फांस लगणो तै  छिजरोल करदन अर सिपै धंगतोळ मा पोड जांदन)
पैलू सिपै- ई यपडी ब्वेका यू क्या होंणू बिंगण मा नी औंणू।
हैंकू सिपै- हाँ यार भैजी क्य बात होली मेरी बी बिंगण मा नी औंणू।
(रज्जा, मंत्री अर कोतवाल औन्दन)
रज्जा- क्य बात छ? यू क्य चलणू यख?
पैलू सिपै- माराज गुरु बोलणू मैं फांस लगलू चेला बोलणू मैं फांस लगलू। कुछ पता नी चलणू क्य बात छ।
रज्जा- (बाबजी मा) बाबजी! बोला तुम किलै फांसी चढ़ण चांणा?
बाबजी- अरे ब्यटा बात य छ इबरी भौत सुंदर गिरै चाल चलणी छ। इबरी जू बी मोरलू वेन सिधू सर्ग जांण।
रज्जा- हैं! फेर त मीन फांसी चढ़ण।
गो.दा.- न न मैतै पकड़ी लै छा त मीन चढ़ण फांसी।
कोतवाल- अज्जी हाँ... मेरा कारण दीवाल भें पोड़ी अर बखरु मोरी, त मीन फांसी लगण।
मंत्री- न..न मीन फांसी लगण।
सिपै- अब त हमुन ई फांसी लगण।
(फांसी लगणो तै सब्यों मा तू तू मैं मैं होंदी)
रज्जा- चुप ह्वे जा सब। कुकर्यो नी मचा। छौंदा राजा हौर कू बैकुंठ जै सकदू। मैं तै फांसी चढा अब्बी फटाक..झट्ट।
बाबजी-
जै देस घरम, बुध्धी, नीति से लेंदी नी जनता क्वी काम,
अफी होंदू बिंणास वे देसौ, जन करणू चौपट राम।
( रज्जा तै लोग फाँसी पै चढ़ै देंदन)

नाटक खतम होंदू....

"गढ़वळि अनुवाद- अखिलेश अलखनियाँ"
“मूल नाटक- अंधेर नगरी (भारतेन्दु हरिश्चन्द्र)”

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