From - Krishan Nayal
"हिटो पहाड़".......
घर छोड़ी, बाड़ी छोड़ी, दाज्यू किले तुमुल पहाड़ छोड़ी.
ईजा छोड़ी, बाबु छोड़ी, आमा छोड़ी, बुबू छोड़ी..
हिसाल छोड़ी, काफल छोड़ी, दाडिम छोड़ी, रीखु छोड़ी.
ठंडी हवा, पाणी छोड़ी, दाज्यू किले तुमुल पहाड़ छोड़ी..
सूट लगुनी, बूट लगुनी, पेंट लगुनी, कोट लगुनी..
पंजाबी सूट लगुनी, टॉप कट्दार लगुनी...
घुघूती त्यार छोड़ी, उतरयानी म्यल छोड़ी,
आफुण धड छोड़ी, दगड़ छोड़ी...
दाज्यू किले मीठी बाणी छोड़ी,
दाज्यू किले तुमुल पहाड़ छोड़ी...
घर छोड़ी, बाड़ी छोड़ी, दाज्यू किले तुमुल पहाड़ छोड़ी.
ईजा छोड़ी, बाबु छोड़ी, दाज्यू किले तुमुल पहाड़ छोड़ी.
"आपुण बोली, आपुण बुलान
जय पहाड़, जय पहाड़"..
धन्यवाद..
कृष्णा नयाल