Jai Prakash Dangwal
बड़े प्रेम से मेरी कलम से©Jai Prakash Dangwal:-
मैं तो कई बार, राम को सलाम और रहीम को प्रणाम करता हूँ,
मजे की बात यह है कि मैं दोनों से ही बेपनाह मुहब्बत पाता हूँ।
मैं, बड़े प्यार से, राम के और रहीम के चाहने वालों से कहता हूँ,
प्रेम से रहो दोस्तो मैं राम और रहीम में कोई फर्क नहीं पाता हूँ।