Author Topic: आवा हम तुम थैं गढ़वालि सिखौंला- Learn Garhwali here  (Read 43950 times)

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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गढ़वाली शब्दकोष -भीष्म कुकरेती द्वारा
July 19 at 3:35pm ·
गढ़वाली शब्दकोष (3)
यहाँ आप गढ़वाली पाठों के माध्यम से सीखेंगे ही साथ ही समय समय पर उत्तराखंड से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों के विषय में भी जानेंगे .तो चलिए अपना बस्ता खोलिए और तैयार हो जाइए देवभूमि उत्तराखंड की भाषाएँ सीखने के लिए .हम प्रतिदिन के हिसाब से एक पाठ अपलोड करेंगे जिसके माध्यम से आप अपना गढ़वाली और कुमाऊँनी का ज्ञान बढ़ा सकते हैं .बिलकुल साधारण भाषा में आपको प्रतिदिन अनेक माध्यमों द्वारा ये भाषायें सिखाई जाएंगी .और हाँ यहाँ पर गढ़वाली और कुमाऊँनी में एक साथ पोस्ट की जाएंगी.
गढ़वाली में दिनों के नाम ( गड्वलि का बार)
एतवार(रविवार )
सोमवार (सोमवार )
मंगल्वार /म्वाटुवार(मंगलवार)
बुवार (बुधवार )
भिप्प्यार (ब्रहस्पतिवार)
सुक्वार (शुक्रवार)
छंचर (शनिवार)

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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गढ़वाली शब्दकोष -भीष्म कुकरेती द्वारा
July 19 at 3:40pm ·
गढ़वाली शब्दकोष (4)
गढ़वाली में शरीर के भागों के नाम
शरीर के भाग
हिंदी : गढ़वाली
सर : बर्मंड
कंधा : कंधा
गर्दन :गर्दन
हाथ : हत्थ
पांव : खुटा
उंगली : अंगुला
घुटने : घुंडा
जांघ : जंघा
छाती : छाती
पेट : लद्वड़

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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गढ़वाली शब्दकोष -भीष्म कुकरेती द्वारा
July 20 at 11:32am ·
गढ़वाली शब्दकोष (8)
गड्वलि मा सम्बन्ध
नाना जी - नना
नानी जी- - ननि
परनाना - - बुढ़ा नना
परनानी - -बुढ़ि ननि
दादाजी - - ददा
दादी जी - - ददि
परदादा - - बुढ़ा ददा
परदादी - - बुढ़ि ददि
पिताजी - बुबाजि / बाबाजी
माता जी -- ब्वे /बोई / माँजि/ माँ /माजी
भाई - - भुल्ला
बडा भाई - - भाजी /भैजी /दिदा
बहिन - - भुल्ली
बडी बहिन - - दिदि
साला- श्यालऽ

साली - – श्याली
मौसी - - कण्सी ब्वे /मौशी
मौसी(बडी) - - जेठी ब्वे/ जिड़ब्वे
मौसा - मौसाजि
मौसा(बडे)- बड़ा मौसाजी
मामा जी - ममा
मामी जी- मै
चाचा जी - चचा/काका
चाची जी - चचि/काकि
ताऊ जी - बोडा/ब्वाडा
ताई जी - बोडि
देवर - --द्यूर
देवरानी - द्यूराण
फूफू जी - पूफु
फूफा जी - ममाजी
पुत्र- नौनु / लाड़ीक/ गैठ्वा / लौड़
पुत्री-नौनि / गैठुड़ि / लौड़ि / ब्येटि
[छोटी--काण्सी , बड़ी--जेठी/ठुल्ली ]
जीजा- भेना/जिजा
जेठ-जिठाणु
जेठानी-जिठाण
सौतेली माँ-मौस्याण ब्वे
सौतेला पिता- कठ बुबा
माँ/पिताजी के मामाजी/पुफाजी - बुढ़ाजि
माँ/पिताजी की मामी/पुफु- बुढ़िजी
पति--कजैं / खसम / मालीक / मन्यारु / मैंस/ आदिम
पत्नी--कज्याणि / जनानि

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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गढ़वाली शब्दकोष -भीष्म कुकरेती द्वारा
July 19 at 5:50pm ·
गढ़वाली शब्दकोष (6)
गढ़वाली बावन ब्यंजन {गढ़वलिम}
गढ़वाल का 52 ब्यंजन (ठेट गढ़वालीम):
.
1 खिचड़ी
2 गिंजड़ी
3 पल्यो
4 छछिन्डु
5 बाड़ी
.
6 रैलु
7 रैठु
8 ढुंगला
9 स्वाली
10 भूड़ी / पक्वड़ी
.
11 रोट
12 अरसा
13 गुलगुला
14 लगड़ी
15 पैतूड़
.
16 मरगल
17 बुखणा
18 पटुड़ी
19 परसाद
20 सूजी
.
21 सत्तू
22 पाइस
23 झंग्वरू
24 कौंणी
25 पिंजरी
.
26 भटगरू
27 चैंसु
28 फांणु
29 झ्वल्ली
30 गथ्वणि
.
31 थींच्वणी
32 झोल
33 दाल
34 भात
35 र्वट्टी (रोटी)
.
36 रोट (परसाद)
37 पीलू भात
38 खुसका
39 भुज्जी
40 कफली
.
41 धपड़ी
42 बोड़ी
43 भ्वरीं र्वट्टी
44 पिस्यूँ लूण
45 कचम्वली
.
46 मिठै
47 खटै (चटनी)
48 च्यूँ
49 सिकार
50 कुखड़
51 अंडरु
52 गड्याल / माछा
.
[[इन ब्यंजनौ में इनके प्रकार नही दिये गए हैं जैसे चूने की रोटी, डोठ रोटी, ढवाड़ी रोटी etc॰ या बिभिन्न दालें व सब्जियाँ etc॰ (that will follow)]] । आप भी किसी गढ़वाली ब्यंजन का नाम बताइए अच्छा लगेगा । (कृ०:* कृ०॰ॐ*)
.
.
कृष्ण कुमार ममगांई
ग्राम मोल्ठी, पट्टी पैडुल स्यूं, पौड़ी गढ़वाल
[फिलहाल दिल्लि म] :: {जै भैरव नाथ ठाकुर जी की}

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

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गढ़वाली शब्दकोष -भीष्म कुकरेती द्वारा
July 19 at 3:54pm ·
गढ़वाली शब्दकोष (6)
काम चलाऊ गढ़वाली शब्दकोष
छन - अस्थायी आवास या पशुशाला जिसकी छत घासफूस की हो
तिवारी - खम्बे दार बरामदे वाला मकान
भूमडू- जमीन पर एक कमरा
कुड़ी- दो तल्ले का मकान जिसमे निचले तल को “ओबरा ” उपरी तल को “बौंड” या “पांड “ कहते है
देळee- देहरी
खुंटी- उपरी तल के दरवाजे के सामने सीढ़ी के ऊपर का समतल स्थान
फैडी- सीढ़ी
द्वार – दरवाजा
मोअर – दरवाजा
मोअरी - खिड़की
म्यलूट- फर्श
काकर - सामान रखने का लकड़ी का टांड
ढऐपुरु- दु छत्ती
गुल्न- दरवाजो के बीच कुण्डी की तरह इस्तेमाल किये जाने वाला लकड़ी का मजबूत डंडा इसे “थामण” भी कहते है.
बेसान्गडा- तिरछा करना (दरवाजो को )
चुल्खान्दा - चूल्हे के किनारा
खान्दा- खाना
चाल या चल – छोटा तालाब
खाल - चाल से बड़ा तालाब

 

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