Author Topic: उत्तराखण्ड पर केन्द्रित पत्र व पत्रिकायें/ Magzine and Papers on Uttarakhand  (Read 35556 times)

राजेश जोशी/rajesh.joshee

  • Sr. Member
  • ****
  • Posts: 406
  • Karma: +10/-0
देहरादून से एक पत्रिका प्रकाशित होती है "पर्वतवाणी" जिसके सम्पादक हैं श्री यशपाल चौहान जी।

KAILASH PANDEY/THET PAHADI

  • MeraPahad Team
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 938
  • Karma: +7/-1
Daju logo Kishi ke paas "Peharu" kaa June 2010 ank aaya hai kya abhi tak??/


"कुमाऊंनी, भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति" कसारदेवी पो. डीनापानी, अल्मोङा द्वारा प्रकाशित कुमाऊंनी भाषा की मासिक पत्रिका "पहरू" का मई का अंक मुझे प्राप्त हुआ है. विषयवस्तु, Layout, रचनाओं तथा भाषा ज्ञान की दृष्टि से यह पत्रिका उच्चकोटि की पत्रिका बनने की दिशा में अग्रसर है. पत्रिका में पेजों की कमी खल रही है लेकिन अधिक लेखकों के जुङने और प्रचार संख्या बढने पर यह कमी भी अवश्य दुर हो जायेगी, ऐसी आशा है.
अपनी समृद्ध बोली को बचाने का जो प्रयास पत्रिका के संपादक डा. हयात सिंह रावत जी व उनकी टीम कर रही है, हम और आप भी उसमें भागीदारी कर सकते हैं. मेरा फोरम के सभी सदस्यों से अनुरोध है कि आप भी इस पत्रिका के वार्षिक या आजीवन सदस्यता लेकर "पहरू" को मजबूती प्रदान करें.



सम्पर्क - श्री हयात सिंह रावत जी मो. 9412924897

वार्षिक सदस्यता- 100 रुपये
आजीवन सदस्यता- 1000 रुपये



KAILASH PANDEY/THET PAHADI

  • MeraPahad Team
  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 938
  • Karma: +7/-1
Haldwani se Hindi Litreture par ek Magazine "Adharshila" bhi nikalati hai jiska star kaafi acha bataya jaata hai....Iske Sampadak Diwakar Bhat ji hain.


एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0

देहरादून में गढ़वाली सतियन ने 1905 के में (गढ़वाली' साप्ताहिक निकाला जिसके उपादान पंख विश्वभर का जी थे । यन्दिहार से पं. गिरिजादत नेयानी ने 1901 में 'गढ़वाल समाचार मासिक पत्रिका निकाली जो लोकप्रिय तो हुई !

नवीन जोशी

  • Sr. Member
  • ****
  • Posts: 479
  • Karma: +22/-0
‘कुमगढ’ केवल एक पत्रिका नैं एक आंदोलन

‘कुमगढ़’ एक पत्रिका नैं, एक आंदोलन छू, उत्तराखंड राज्यैकि लोक भाषान कें एक दगाड़ लूंणैक। यो तो शुरुआत छू।
असल बात यै है अघिल, भाषाओं दगाड़ पुर उत्तराखंड राज्य कें लैं और नजिक लूंणैक, एकबट्यूणैकि कोशिश लै छू।
जोड़णैकि सबूं है ठुल माध्यम हैं-भाषा। ‘कुमगढ़’ में हमैरि कोशिश उत्तराखंडैके सब लोक भाषाओँ कें जोड़णैकि छू।

पत्रिका की प्रति सुरक्षित करवाने, नियमित या आजीवन सदस्यता लेने एवं आगामी अंकों के लिए अपने मौलिक लेख, कविताएं आदि प्रेषित करने के लिए पताः
श्री दामोदर जोशी ‘देवांशु’ संपादक-कुमगढ़ पत्रिका हिमानी वाङमय पीठ, पश्चिमी खेड़ा, पोस्ट-काठगोदाम, जिला-नैनीताल, पिन-263126।
मोबाइलः 9719247882। ईमेलः kumgarh@gmail.com ।
सदस्यता राशिः सदस्यता (संरक्षक): रुपए 5000 आजीवन सदस्यताः रुपए 1000 विशेष सहयोगः रुपए 500 वार्षिक सहयोगः रुपए 100 एक प्रतिः रुपए 20.
संक्षिप्त विवरण : https://navinsamachar.wordpress.com/kumaoni-samagra/

 

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22