ढोल -दमो गि छुई क्या लाण ,अब बैंड -बाजा बजौणा दिन ऐग्यां ,
मंडाण लगाणा दिन छ्या कभि , अब डिस्को लगौणा दिन ऐग्यां ,
घौर -कुड़ी सल्योणा दिन छ्या कभि , अब घौर -खुटियौणा दिन ऐग्यां
गौं -गौलियों मा राष्याँण छई कभि , ताख समसाण दिख्याणा दिन ऐग्यां
सारी -पुंगड़ी मा मौल्यार छई कभि जख ,अब भंगुलु जमणा क दिन ऐग्यां
कुलें -बाँझ का बूण छ्या जख , ताख क्वीला जगौणा दिन ऐग्यां
गौला मा गुलबंद छ्यो जख, अब नेक्लेश ब्वणा दिन ऐग्यां
हातों मा धगुली छई जख अब ब्रेसलेट ब्वणा दिन ऐग्यां
ऊँची -निसि डांडी -कांठी छे जख , तौं अब माउंटेन ब्वणा दिन ऐग्यां
नौला -धारा कु पाणी छयो जख , तौं भि अब फाउंटेन ब्वणा दिन ऐग्यां
रात डांडी -कांठी जख गैणा जन चमकदि छई , तख अब रांकु बुझौणा दिन ऐग्यां
कनि रैणी पोड़ी म्यर पहाड़ पर , कनु इकुलाँस ह्वे ह्वलू म्येरु पहाड़ झर। …।
:हिमांशु पुरोहित "सुमांईया "3Like · ·
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