Tup Sau
By : Dinesh Kukreti
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मि नि जणदू क्या छ दिल्ली
जबकि दिल्ली मा अयां मीतैं
एक साल ह्वे ग्ये
मि पछ्यणदु भि नि छौं
कि लोग क्यांकु तैं दिल्ली ब्वलदना
मि त बस इथगाई जणदू कि
एक सौ छियाणबें, आठ सौ तिरासी
अर टुप्प सौ
तुम स्वचणै ह्वेला कि
एक मैना मा हौरि कथगा चयेणू
क्वी रुप्यांे कि फैक्टरि छ दिल्ली मा
कि दिल्ली जावा अर टम दस हजार
अरे ग्यारा सौ कैका बबा का छिन ?
अर वू बि रोजा का
कैतैं त र्वटि भी नीΣमिलणी
अर तू छै बौˇ़ेणू पैसों का बाना
यख तब जैबरि सुदि रैंदु छायू लंडखणू
तुम स्वचणै बि ठीकि छा
पर म्यारु मतबल यु कतैई नी छ
तु मीतैं कतै नि पछ्यणदवा
लोग ब्वलदना बल उतगा हि खुटा पसारा
जतगा खटुलि छ
अर मित उतगा बि नि पसरुदु
वीं खटुलि मा बि तीन-तीन तैं पुर्यांेदु
Πया जतगा मिन गणति कार
Πया रुप्यांे कि नीछ
यि वूं गाड्यों का नंबर छिना
जौं मा मि चार घंटा धक्का खांदू
सुबेर लेकि मिसे जांदू
राति का जुट्ठा भांडा मठौण पर
अर मुख कैल धोणै
गिला हथौंन् राति कि अंसधर्यों का छाप फूंजा
झप्प द्वी ग्वाˇा काया
अर सटा-सट उल्टा-सुल्टा हथौंल ओलि आटू
चम धौरि स्टोव मा एक चुंगटि हरडै़ कि दाल़
अर पक्यां-अधपक्यां सटासट चार छै ग∂फा
हथ-गिच्चु पोंजि कैं, टम एक गिलास पाणि पेंदु
अर कपल़ी परैं हथ लगैकि खड़ु ह्वे जांदू
ठीक आठ बजि, गाड़ि का अड्डा मा
गाड़ि मा चौढ़िक कुछ नि सुणेंदु मीतैं
सुणेंदु च त बस इथगा-
मधुबन चौक, पीरगढ़ी, जनकपुरी
ध्यान धौरि सुणदु अर जनि आंद अड्डा
उत्यड़ौं का मुख उतरि जांदू
अर खड़ु ह्वे जांदु हैंकि गाडि मा चढ़णा कु
हर्बि गाडि द्यखणु रौंदु
जनि आंद आठ सौ तिरासी
अर कंडक्टर ब्वलद
बाईपास, माल रोड, कैंप, मोरीगेट, बस अड्डा
चम चौढ़ि जांदू गाड़ि मा
बस, गाड़ि बटे नजर लगीं रौंद
कबरि आंद धौं कैंप
कैंपा कु मतलब क्या छ मि नि जणदु
क्या कनै मिल जाणि कै बि
मिलत् वख बटि सौ नंबर पकड़ण
सौ नंबर अैई अर मि सौ नंबर मा
भितर कैल जाणै
देलि़ परी लम्बड़ंदु रौंदु