Author Topic: Satire on various Social Issues - सामाजिक एवं विकास के मुद्दे और हास्य व्यंग्य  (Read 143705 times)

Bhishma Kukreti

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Garhwali saitre

कबलाट

                                   राहुल गांधी क ब्व़ेक समणि खैरि



                                        भीष्म कुकरेती
 

                    ब्व़े क समणि खैरि खाण या अपण दुःख गाथा सुणाण मनिखौ जनमजाति गुण च , स्वभावगत भावना च.

कृष्ण बि यशोदा समणि खैरि लगान्द छौ त सलीम याने जहाँगीर बि . इख्मा आप तैं शक सूबा नि करण  चयेंद बल जरोर अपणा

भावी प्रधानमंत्री राहुल गांधी न यूं.पी. चुनौ परांत अपण ब्व़े सोनिया गांधी मा खैरि लगै ह्वेली .

                मीन घड़याई /स्वाच बल कन राहुल गाँधी न अपण ब्व़े सोनिया गाँधी मा खैरि लगै ह्वेली .

राहुल गांधी- ए ब्व़े ! ये यूं.पी. क चुनौ मा भौत थकी गेऊं.

सोनिया गांधी - हाँ ! ये म्यार गुड्डू ! यूं.पी. क चुनौ प्रचार मतबलजेठौ मैना क तड़तड़ो घाम मा खडी उकाळ चढ़ण.

राहुल गांधी- मौम ! उकाळ चढ़ण मा त क्वी बात नी च . चुनौ बि हारी गवां.

सोनिया गांधी - डार्लिंग ! तेरी क्वी गलती नी च अच्काल भोटर इ बेईमान ह्व़े गेन. अच्काल भोटरूं मा ईमान धरम नाम की क्वी

चीज इ नि रै गे. हर जगा लाखों क संख्या मा भोटर हमारी चुनौ सभा मा भाषण सुणनौ आन्दन अर भोट दे आन्दन कै हैंकी पार्टी तैं

राहुल गांधी - हाँ मुम्मी , यू आर राईट . पिपड़कारो हमर सभा मा अर भोट समाजबादी पार्टी तैं.

सोनिया गांधी- ये म्यार छौनु ! जा द्वी चार फाँक बौर्नवीटा क लेली , सैत च तेरी थक ख़तम ह्व़े जाली.

राहुल गांधी - मौम ! उख पता च भौत गरीबी च.यीं गरीबी से गरीबुं से जादा मि परेशान ह्व़े गेऊं. जख जाओ तख़ मै तैं हरेक सभा मा

बताण पड़दो छौ बल अब क दें गरीब अर गरीबी द्वी ख़तम ह्व़े जाल. मनमोहन अंकल तैं बोलीक यूं.पी. की गरीबी ख़तम करवै दे ना !

सोनिया गांधी- ये ल्वाळा ! चालीस पार कौरिक बि तीन कुछ नि सीख? यूं.पी. क गरीबी ख़तम करणो काम हमारो कतै नी च अब त यूं.पी मा

गरीबी हटाणो ठेका मुलायम अर अखिलेश यादव तैं मीली गे . अब त हम बोली सकदवां बल समज्बादी पार्टी गरीबी हटाण मा नाकामयाब च.

अब त महाराष्ट्र , गुजरात क विधान सभाओं चुनाऊँ सोच.

राहुल गांधी - मां ! त  उख काम परेशानी च ? रोज उख किसाण आत्महत्या करणा रौंदन. मनमोहन अंकल तैं बोलिक 'सुसाईड 'तैं इ बैन कौरी दे . इन

नियम बणे द्याओ बल जु बि किसाण आत्महत्या कारल वै तैं भौत बड़ी सजा मीललि.

सोनिया गांधी - ये म्यार हुस्यरू ! बात त तेरी सोळ आना सच च . हमन कैबिनेट कमेटी मा या बात रखी छे पण वु घुन्ना शरद पंवार

यूं.पी. ए. छुड़णो धमकी दीण बिसे गे बल महाराष्ट्र मा आत्म ह्त्या करण किसाणु जन्मसिद्ध अधिकार च. बुलण बिसे गे बल महाराष्ट्रीयनो

अधिकार हनन बर्दास्त नि करे जालो.

राहुल गांधी - मोंम - ग्रैंड मा अर पापा क टैम पर य़ी शरद पंवार हम तैं सलाम करणो बगत खुज्यान्दो छौ.

सोनिया गांधी - हाँ बुबा ! एक वु दिन छया अर एक आज य़ी दिन छन.

राहुल गांधी - मां ! त महाराष्ट्राक मुख्यमंत्री पृथ्वी राज चौहाण मा बोलिक महाराष्ट्र की ई गरीबी हटे दे. निथर उख बि मि तैं गरीबी हटाणो

बात करण पोड़ल. बोर ह्व़े ग्यों मि य़ी गरीबी हटाणो भाषणो से जख जाओ उख एकी बात - गरीबी कनै हटली.

सोनिया गांधी - ये म्यार चिनखु ! पृथ्वी राज चौहाण मा गरीबी हटाण से जादा महत्वपूर्ण काम छन जन कि मुंबई मा कोंगरेस्यूं मा ज्वा फूट पोड़ी च

वीं तैं कन सम्बाळण अर महाराष्ट्र मा शरद पंवार कु प्रभाव कनै काम करण. य़ी भौत बड़ा काम छन. वै तैं हम गरीबी हटाण जन छ्वट काम मा नि

लगै सकदवां

राजीव गांधी - त मनमोहन अंकल मा बोलिक गरीबी हटै द्याओ. गरीब गरीबी से उथगा परेशान नि छन जथगा परेशान मी इक्सनि भाषण दींद दींद

ह्व़े गेयूं. बारा तेरा साल बिटेन एकी भाषण दीणु छौं कि कन कोंग्रेस भारत बिटेन गरीबी हटालि.

सोनिया गांधी - ये म्यारो मूशू ! मनमोहन जी मा गरीबी हटाण से जादा काम च कि सरकार कनकै चलाण. बिचारा भौत परेशान छन कि क्या करे जाव! वूं तैं

इन छूट मुट बथौं मा नि लगाण . मनमोहन जी तैं सरकार चलाण द्या .

राहुल गांधी-- त प्रणब मुखर्जी अंकल मा बोलिक इ इंडिया की गरीबी हटै दिए जावो.

सोनिया गांधी - ना ना ! ये मेरी ब्व़े बिचारा प्रणब मुखर्जी यूं.पी ए . की सहयोगी पार्टीयूँ तैं जि सम्बाळल कि गरीबी जन बेकार की बथुं मासमय बर्बाद कारल?

राहुल गांधी - पण ममी ! मी इक्जनी भाषण देकी बोर ह्व़े गेऊं . बस गरीबी हटेगी .. गरीबी हटेगी ...

सोन्या गांधी - ये म्यार कुरस्यळु ! प्रसि मी तैं कपिल सिब्बल बथाणु छौ बल ' गरीबी हटाण' वळ बात मा इ भोट छन. तेरी दादी जी न बि 'गरीबी हटाओ '

क नाम से भोट पैन , त्यार बुबा जीन बि ' इरेडिकेट पाँवर्टी' क नाम से भोट पैन त त्वे तैं बि..

राहुल गांधी - मतबल ' नेहरू- गांधी ' परिवार की रीति सदा चलि आई ' भोट पाई या ना पाई पर 'गरीबी हटाओ' का नारा ना जाई. ओ थैंक्स मदर ! नाऊ आई एम

फीलिंग रिलीव्ड बै शेयरिंग विद यूं.

(Its totally awork of imagination)


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Bhishma Kukreti

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                                          बीपीएल नेता तुम धन्य हो !!!*******



             
                                     by Narendra Guaniyal
हमारे बीपीएल नेता तुम धन्य हो..तुम्हारी माया (संपत्ति ) अपरम्पार है .;फिर भी तुम बीपीएल हो .२रु० किलो गेहूं,३रु० किलो चावल खाकर डकार भी नहीं लेते.देश में बढ़ते भ्रष्टाचार के सामानांतर तुम्हारी सेहत भी बढ़ रही है .तुम काफी मोटे हो गए हो .तुम्हारी खाल भी काफी मोटी हो गयी है .फर्जी ही सही,लेकिन बीपीएल के जरिये तुम्हें बहुत कुछ सपोड़ने का मौका मिल रहा है .गाँव की आंगनवाड़ी पर तुम्हारा कब्ज़ा है .गरीब ,कमजोर,कुपोषण से सूख रहे शिशुओं के बजाय तुम्हारे पशुओं-गाय-भैंस आदि की सेहत सुधर रही है .बाकी किसी पर मेहरबानी कर दो तो वो तुम्हारी मर्जी .वैसे कई फर्जी नाम भी तो चढ़ाये हैं .फर्जी बीपीएल हो तो फर्जी काम तो करोगे ही !.
       धन्य हो बीपीएल नेताजी .! हर विभाग की मलाई चाट रहे हो बढ़ते कॉलेस्ट्रोल का भी ध्यान रखना .ज्यादा मलाई के चक्कर में  कभी अस्पताल में न जाना पड़े.ज्यादा मलाई के दो बड़े खतरे हैं .इस से अस्पताल और जेल दोनों के रास्ते खुलते हैं.बीपीएल नेता तुम धन्य इसलिए भी,क्योंकि तुमने कोई विभाग नहीं छोड़ा.कोई बजट नहीं छोड़ा.कोई निधि नहीं छोड़ी,कोई राहत कोष नहीं छोड़ा.अपनी कुटुम्दारी के सभी सदस्यों के नाम कई-कई बार राहत कोष से लाखों रुपये सपोड़ दिए हैं.अपने चहेतों के लिए भी थोडा-थोडा जुगाड़ कर दिया है.नेतागिरी आगे भी तो करनी है.चुनाव लड़ना है.कमीशन खाकर सरकारी पैसा किसी के गले में डाला रहेगा तो पंचायती चुनाव में काम आयेगा.कई निधियों का लाखों रुपया अपने पेट में डालकर थोडा-थोडा अपने चेलों के मुंह पर भी लपोड़ना तुम्हें खूब आता है.गाड़ी,मकान,जमीन-जायदाद,धन-सम्पति,बैंक-बैलेंस सबकुछ नेतागिरी के कमीशन से बनाकर भी बीपीएल रहना बहुत बड़ी बात है.जहां सचमुच के गरीबों को भी अपने बीपीएल होने में भरी शर्म महसूस होती है.कई तो अपना बीपीएल कार्ड ही नहीं बना पाते.कार्ड बन भी गया तो उसका लाभ नहीं ले पाते.लेकिन तुम धन्य हो.फर्जी बीपीएल के बावजूद बिना शर्म-लाज के पूरे फायदा (गैर फायदा )उठाते हो.तुम्हारा भ्रष्टाचार भवन किसी रंगमहल से कम नहीं है.अधिकारी-कर्मचारी सबको पटाने में माहिर हो.सुरा-सुंदरी का फार्मूला तुम्हे खूब खपता है.चाहे कोई बदनाम हो,तुम्हें तो पास होना है.अपना मतलब हल करना है.तुम कफ़न से भी कमीशन निकलने में उस्ताद हो.बीपीएल नेता तुम सचमुच धन्य हो.                                                  तुम्हारा शुभचिंतक.. लालटेन प्रसाद     

Copyright@ Dr Narendra Gauniyal     


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Satire in Garhwali


                 काण्ड लागल यीं  बेमौसम की बरखा पर



                              भीष्म कुकरेती


 

             हम बि जाणदा छंवां  बल सुबेर बिटेन स्याम तलक आप एकी खबर तैं सौ दें ब्रेकिंग न्यूज

क नाम से फगोसे गे होल्या, चित्त पड्या  ह्वेल्या.
 
           तुमारि पळेकि  बिसौण  अर मुंड मा सेळि, जिकुड़ी मा  छ्पछ्पी पडाळणो  बान द ल्या अब मौसम कि जानकारी.

अच्काल विरोधी पार्टी क औडळ बीडळ बन्द च किलैकि  जो काम विरोधी पार्टी तैं करण चयेणो छौ वो अब या त
 
न्यूज चैनेल करणा छन  या सरकारी कर्मचारी 'सरकारी भ्रष्ट नीति अर भ्रष्ट कामुं' न्यूज लीक कौरिक लोकसभा अर राज्य सभा मा औडळ बीडळ लाणा छन.

सरकारी नेता विरोधी पार्टी अर विदेसी ताकतूं  पर भगार को छत्रा पैरणो मजबूर च पण ये छत्रा पर इथगा दुंळ हुंयाँ  छन बल  सरकार

रुझणि त छें इ च दगड मा ये 'सरकारी भ्रष्ट नीति अर भ्रष्ट कामुं' बथौं  से नांगी बि ह्व़े जांदी. आर. टी. आई. की नै ग्लेसियर पिघळण से बि नयो किस्मौ

बथौं  आन्द अर क्या राज्य सरकार क्या केन्द्रीय सरकार द्विई नंगा  ह्व़े जान्दन. सरकारी अर विरोधी पक्ष यीं नंगई कि   बीमारी से परेशान छन.
 
 इन सुणण म आई   बल सरकार अर विरोधी दल मीलिक राजनीतक मनिखों नंगाई ढकणो बान अमेरिकी व्यापारियुं से मदद लीणो छन.

राजनीतक मनिखों नंगाई  ढकणो बान  अच्काल विरोधी अर सत्ता पक्ष को एक गौळ पाणी हुयुं च .

 
 
            अन्ना हजारे अर टीम का ढांडऊँ की मार से सबि राजनीतिक दलूं   अर सरकारी कर्मचार्युं  मुंड रोज फुट्याणो च. इन सुणन मा आई बल

जो बजट सचेकी ढांड रुकणो  बान छौ वु बजट अब अन्ना हजारे अर टीम का ढांडऊँ की मार रुकणो बान खरच करे जालो .
 
                ब्रेकिंग न्यूज !  .सबसे पैलि हमारा चेनेल मा ब्रेकिंग न्यूज . एक्स्क्लुजिब न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज!  सिरफ़ हमारा चेनेल मा ! कर्टसी टु  हैंको न्यूज चेनेल

अबि अबि हमारो खबरनवीसन खबर दे बल रक्षा मंत्रालय क ऐंच  'आर्मी चीफ को खुलासा' नाम को नयो बादल फटी गे. आज तक इतिहास मा 'आर्मी चीफ 'नाम को

बादल कबि नि फटी.  .

ब्रेकिंग न्यूज ! .सबसे पैलि हमारा चेनेल मा ब्रेकिंग न्यूज . एक्स्क्लुजिब न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज! सिरफ़ हमारा चेनेल मा ! कर्टसी टु हैंको न्यूज चेनेल

 'आर्मी चीफ को खुलासा' नाम को नयो बादल फटण से आम भारतीय जनता की गर्व वळी फसल को बड़ो नुकसान होण वाळ च .
 
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'आर्मी चीफ को खुलासा' नाम को नयो बादल फटण से लोकसभा अर राज्यसभा मा बि पाणी भोरे गे अर द्वी सदन भोळ तक स्थगित ह्व़े गेन (फोटो कर्टसी

टु हैंको न्यूज चेनेल )

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बंगाल की खाड़ी मा ममता नाम को डिप्रेसन फिर ऐ गे अर कोंग्रेस भवन मा अन्ध्यरु ह्व़े गे . ममता नाम को डिप्रेसन से जो अन्ध्यरु होंद बल वांको तोड़

सिरफ़ ममता नाम को डिप्रेसन मा इ च. हालाँकि कोंग्रेस मा मुलायम  नाम को एंटी ममता डिप्रेसन मिसाइल बि च पण इन माने जांद बल  मुलायम  नाम को

 एंटी ममता डिप्रेसन मिसाइल,  ममता डिप्रेसन से जादा खराब च . ममता नाम को डिप्रेसन तैं कोंग्रेसी सम्बाळि सकदन पण मुलायम नाम को
 एंटी  डिप्रेसन मिसाइल जु बिगडी गे कोन्ग्रेसौ जहाज पुरो  डूबि जान्द। एक दें नरसिम्हा राव न मुलायम नाम को  डिप्रेसन मिसाइल

प्रयोग कौरी छौ त उत्तर परदेस मा कौंग्रेसौ  नाव इन बौगी कि आज तलक कौंग्रेसौ नाव को पता इ नि चलणो च कि कोंगेसी नाव कख हर्ची .
 
राहुल गांधी अर प्रियंका गांधी द्वी नामी खुजनेर कथगा सालुं से खोज मा लग्यां छन पण कथा इ  पुठया जोर/कोशिश का बाबजूद उत्तरप्रदेस मा

मुलायम नाम को डिप्रेसन अर मायवती नाम क औडळ बीडळ क वजै से  कौंग्रेसौ नाव  खुज्याण मा नि आई. कोंग्रेस अर केन्द्रीय सरकार

को  कथगा इ बजट ख़तम ह्व़े गे पण कौंग्रेसौ नाव खुज्याण मा नि आणी च.

ब्रेकिंग न्यूज ! .सबसे पैलि हमारा चेनेल मा ब्रेकिंग न्यूज . एक्स्क्लुजिब न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज! सिरफ़ हमारा चेनेल मा ! कर्टसी टु क्वी मद्रासी न्यूज चेनेल

अबि अबि खबर मील कि तमिलनाडु मा समोदरो छाल पर करूणानिधि नामको बथौं ऐ गे.जां से यू पे ए. टेंट उखड़णो खतरा पैदा ह्व़े गे

ब्रेकिंग न्यूज ! .सबसे पैलि हमारा चेनेल मा ब्रेकिंग न्यूज . एक्स्क्लुजिब न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज! सिरफ़ हमारा चेनेल मा ! कर्टसी टु क्वी अंगरेजी न्यूज चेनेल
 
अबि अबि पता चौल बल यू.पी.ए  सरकार न   करूणानिधि नामको बथौं से बचणो उपाय कौरी आल अर यू.पी.ए का सबी बड़ा लोकुंन  मुंड जमीन मा घुसे दे

अर यू.पी.ए क टेंट  करूणानिधि नामको बथौं से बची गे.

ब्रेकिंग न्यूज ! .सबसे पैलि हमारा चेनेल मा ब्रेकिंग न्यूज . एक्स्क्लुजिब न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज! सिरफ़ हमारा चेनेल मा ! कर्टसी टु क्वी अमेरिकी  न्यूज चेनेल

अबि अबि पता चौल बल मंहगाई क लू अर गरम हवा से यू.पी.ए सरकार तैं असह्य पीड़ा होणि च.  अमेरिका अर जापान से आई.एम्.ऍफ़  अर वर्ल्ड बैंक का

सलाहकार डाक्टरी बेस मा आणा छन अर सब्युं तैं आस च कि आई.एम्.ऍफ़ अर वर्ल्ड बैंक का सलाहकार यू.पी.ए सरकार कि असह्य पीड़ा बान लोन /उधार जन गोळी
 
इन्जेक्सन  द्याला. हालांकि यूँ गोळयूँ  से भारत अर गरीब देसूं पर क्वी फाइनेंसियल  बैंकरप्सी कैंसर जन बीमारी ता जन्म खुणि लगी जांद पण मंहगाई क लू अर गरम हवा से

थ्वडा देर सेळि  बान लोन /उधार जन गोळी-इन्जेक्सन इ अच्काल् काम आन्दन . भोळ कि चिन्ता  बिसार दे, अब्याकी सेळि क सोच! 


 ब्रेकिंग न्यूज ! .सबसे पैलि हमारा चेनेल मा ब्रेकिंग न्यूज . एक्स्क्लुजिब न्यूज ! ब्रेकिंग न्यूज! सिरफ़ हमारा चेनेल मा ! पी.टी आई कि ब्याळे खबर

अब चूंकि सौब चेनेल यीं खबर दिखाणा चन त हम बि किलै पैथर रौंवां ?

पैल ये मौसम मा गरीबी क जथगा बरखा होंदी छे ए साल गरीबी  क बरखा बूंदा बूंदी ही होली .

किलैकि सरकार न  अब गरीबी क सीमा काम करी दे . बरखा त उथगा इ होली पण कुछ बरखा तैं अबभ पौवर्टी लैन मा माने जालो  अर कुछ तैं

ब्यलो  पौवर्टी लैन माने जालो. गरीबी कि कम बरखा क होण से आई.एम्.ऍफ़ अर वर्ल्ड बैंक वाळु न भारतीय योजना आयोग  तैं इनाम दीणे घोसणा कौरी याल. 

बेमौसम बरखा या औडळ बीडळ से सरकारी पक्ष तै जुकाम , नजला , खसरा जन भौं भौं बीमारी ह्व़े गेन त  विरोधी पार्टयूँ क नेताओं मा भुकणो बीमारी हौर बढी गे   
 
 आज कुणि इथगा इ.

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Satire in Garhwali

                              आई.पी.एल . क्रिक्यट  ग्राउंड मा कृष्ण को अर्जुन  तैं गीता उपदेस



                                          भीष्म कुकरेती



                    ए सालौ रणजी ट्रोफी मा सबसे जादा रन बणाण वळु अर्जुन आई.पी.एल. क्रिक्यट ग्राउंड मा मैच  से पैल

प्रैकटिसऔ बान ग्रौंड मा पौंच त इथगा भीड़ वैन कबि बि रण जी ट्रौफी मैचुं  मा नि देखी थौ. ना इ स्टेडियम मा खाश जगों मा

पैसा वळु  इथगा भीड़,ना इ जुवारियूँ  क  या  जनान्युं दलालूं भीड़ अर ना इ इथगा क्रिक्यट  का सटोरियों को पिपड़कर /जमघट

की कल्पना कौरी छे. फिर वैन द्याख बल  भारतौ कप्तान, क्रिक्यट कंट्रोल बोर्ड औ अध्यक्ष  को ख़ास

खिलाड़ी, नेशनल सेलेक्सन कमेटी क खासम खास खिलाड़ी विरोधी टीम मा छन त वैका चंका चली गे, पुटुक पुण च्याळ पोड़न

बिसे गेन , खुट कमण लगी गेन. अर्जुन तैं लग वैकी पिशाब निकळणि  वाळ च.

            अर्जुन न अपण  विदेसी कोच क्रिस्टीनो (जै तैं आदर  से खिलाड़ी किसना या क्रिस्ना कौरिक भट्यान्दन )  तैं ब्वाल,"

 हे  किसना ! मी त घंघतोळ को कीच  मा फंसी ग्यों. क्या मी तैं अपणो कैप्टेन का बिरुद्ध खिलण पोडल ? अर य़ी सौब त मेरा

स्व़ार भार भारतीय खिलाड़ी छन. क्या मीं तैं अपण इ स्व़ार भार बल्लेबाजुं क कमजोरी तुम सरीखा या हौर विदेसी बौलरूं

तैं बथैक पापौ भागी बौणण पोडल? अपण इ स्व़ार भार बौलरूं भेद विदेसी खिलाड्यू  तैं बथैक देश द्रोह नि करण पोडल?



              किसना कोच न गुसा अर मयळि दुई भौण मा अर्जुन तैं बिंगाई ," यूं ब्लडी इंडियन ! द्वी हजार सालुं से

तुम देश द्रोह क अलावा करणा क्या राओ ? चाहे यूनानी , हूण , मुसलमान,मुग़ल, ब्रिटिश , गुर्ख्या  इख ऐन त तुम इन्डियनुन 

देश द्रोह कौरिक इ  बिदेस्यूं तैं राज करणो मौक़ा दे. हे महा रनखोरअर्जुन ! जन तयार पुरखों न देश प्रेम तैं तिलांजलि दे क

बिदेस्युं तैं भारतीय कमजोरी बथाई उनि  तू बि देशद्रोह कि  टोपी पैन. देशद्रोही गैअणा पैन. अर्जुन ! देशद्रोह को मलाल कतै इ  नि  कर.

            अर्जुन न पूछ," हे कोचुं को कोच ! पण  जब मेरी आत्मा जगदी त क्या कौरूं  ?"

              किसना न अर्जुन सणि आत्म ज्ञान दे," हे अर्जुन तू त बेबस खिलाड़ी छे. जब बोर्ड का अध्यक्ष, महासचिव अर कथगा अधिकारी अपणि 

आत्मा तैं गुज्यर चुलैक अयाँ छन त त्वे सरीखा खिलंदर तैं बि आत्मा बिचण इ पोडल. अच्काल क्रिक्यट मा या हैरी खेलूं  मा जु जथगा बड़ो

 आत्मा बेचू ह्वाऊ वो इ बड़ो खिलाड़ी अर  खेल अधिकारी माने जांद . तबी त शरद पंवार, प्रफुल पटेल , विलास राव देशमुख अर  या अरुण जेटली सरीखा लोग

भारतीय खेलमंत्री माकन को 'ट्रांसपेरेंसी  इन स्पोर्ट्स ओर्गेनाइजेसन्स' बिल लोकसभा मा नि आणि दीणा छन. आत्मा बचण सीख."

                 अर्जुन न फिर घंगतोळ मा पूछ," हे ! खेलूं राजनीति क ज्ञांता पण मी त आत्मा क च्याला छौं!"

              किसना न उदाहरणु से अर्जुन तैं पुळयाई, देख ! मोहमद अज्जरुदीन पर घनघोर आत्मा बिचणो क भगार इ ना टीम स्पिरिट बिचणो 

भगार बि लग छौ.क्या ह्वाई मोहमद अज्जरुदीन आज कोग्रेसी लोकसभा सदस्य च . इनी अजय जडेजा या प्रभाकर जन खिलाड़ी जौं पर मैच फ़िक्षिंग की भगार

लगी छे बेशर्मी से टी.वी चेनालूं मा नीति पूरक भाषण दीणा छन. तुमर भारत मा आत्मा कि बात करे जांद बस . फिर तुमर भारत मा

'आत्मा बिचण' वळु  खुणि 'जब तलक प्रूफ नि होई या आई' को अभेद्य छत्रा भौत ई कामयाब दवाई च . इलै,  हे खेलरत्न !   आत्मा कि बात कबि दिल मा नी लाण. "

             अर्जुन न बोली.' पण ...!"

              किसना न समजाई," पण उण कुछ नि कौर . भारतौ महान क्रिक्यट कप्तान मेहन्द्र सिंग धोनी से कुछ सीख कि कन अफु

तैं अर लोगूँ तैं धोका दिए जान्द. धोनी देवी भक्त च अर तीन टी.वी मा बि देखी होलू कि जब बि धोनी रांची जान्दो त देवी मन्दिर मा जांद

पण हे अर्जुन !  देख ! सोच ! महेंद्र सिंग  धोनी जन महान खिलाड़ी से सीख  कि   आत्मा कन बिचण  चयेंद . कन पैसों की खातिर

महेंद्र सिंग धोनी सोडा क नाम पर शराबौ प्रचार प्रसार करणो च, दुनिया तैं अर अफु तैं बि बेवकूफ बणाण  महान खिलाड़ी धोनी से सीख"

   अर्जुन,' पर महाराज सनातन सत्य धर्म ...."

    किसना न सनातन सत्य की सीख दे,"  हरभजन से सीख कि सनातन सत्य धर्म क्या हूंद. पैसा इ सनातन धर्म हूंद. तबी त हरभजन सिंग सरदार ह्वेक बि

शराबौ ब्रैंड  को विज्ञापन करदो. किलै कि पैसा, धन पिपासा इ असली सत्य च." 

   अर्जुन तैं जोश ऐ गे अर वैन ब्वाल," ठीक च हे किसना ! अब मी तैं अपणा देश का स्व़ार भार खिलाड्यू  सौब पोल बिदेसी खिलाड्यू   समणि खोलद

दें आत्म हनन कि शरम  कतई  नि होली "

           किसना न बोली." शाबाश ! आज इथगा काफी च . भोळ,  मि त्वे तैं 'यदा यदा ही धर्मस्य ' को असली अर्थ  बिंगौल, समजौल"



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भोळ गीता ज्ञान को दुसरो भाग ....

Bhishma Kukreti

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मूर्ख दिवस पर  रुस्याणो क्रोधी , लेख

                                 खंडुड़ी जी,  तिनी रावत जी , निशंक जी , बहुगुणा जी हम तैं बेकूफ नि बणैन भै! 

 
                         (उन त अप्रैल फूल़ो दिन हंसोड्या लेख कु रिवाज थौ पण अब त रुस्याणो रिवाज च भै!)


                                                        भीष्म कुकरेती

                                  जब क्वी नेता या प्रशासक हम जनता तैं मूर्ख, बेवकूफ, लाटो, कालो,

समजिक  क्वी  काम कौरो , स्लोगन या नारा  बीच बजार चुलै द्याओ या क्वी वक्तव्य दे  द्याओ त यूँ नेताओं की इ कसम जनता

तैं कतै बुरु नि लगद . इखमा  बुरु लगणो बात इ नी च जब यूँ नेतौं न मूर्ख मानी यि याल त ठीक च. पण रोस तब आंदो जब यि

हम तैं मूर्ख/बेकूफ बणाणो पुठया जोर/कोशिश करदन . जब यि नेता हम तैं मूर्ख/बेकूफ बणाणो पुठया जोर लगांदन ,कोशिश करदन त तब ज्यू बुल्यान्दो

बल यूँ नेताओं अर प्रशासकों बरखबान कौरी द्योंवा यून्का भट्यूड़ तोड़ी द्यूंवा. क्वी बि लाटो  या कालो बि मूरख बणन नि चांदो.

                          अब द्याखो ना अपणा प्रदीप टमटा जीन  हम जनता तैं बेवकूफ, लाटो कालो समजिक टी.वी चैनेल मा उत्तराखंड विकास का नाम पर

ब्वालो या कोंग्रेस मा नेहरु-गांधी परिवार बादी छत्रा तौळ पळण-पुषण वळु काल्पनिक प्रजातंतरौ  नाम पर बहुगुणा को विरोध मा  ब्वाल त जनता तैं

फरक नि पोड़ किलैकि कैकी समज पर कुछ नि बुले सक्यांद भै! हाँ ! जु प्रदीप टमटा जी जब जनता तैं बेवकूफ बणाणो खातिर अधिनायकी परिवार वाद को

छैलु  तौळ  प्रजातंतरौ  नाम पर बहुगुणा की मुख्यमंत्री उमेदवारी पर सवाल करदा त जनता न प्रदीप जी को सराप इ दे दीण छौ बल टमटा जी एबारी  लोकसभा देखी याल 

देखी आल, हैंक दै चुनौ  मा जमानत बि बची जाली  त म्यार नाम जनता नी च. लाटी जनता बि बेवकूफ नि बणन चांदी .
 
               जनता तै मूर्ख समजिक अपणा भूतपूर्ब मुख्यमंत्री रमेश निशंक जी न  कथगा इ खंड खेलीन, कथगा इ अपण   इमानदारी अर विकास का 

विज्ञापन देन त जनता न कुछ नि कार  उल्टा ऊं तैं डोई वाला से जिताई बी  दे .पण जो अब निशंक जी जनता तैं बेवकूफ बणाणो बान कुछ बि

बयानबाजी या विज्ञापन द्याला  त जनता न निशंक जी तैं असगार दे दिनी बल ठीक च अबै विधान सभौ  चुनौ मा  सैणी  धरती मा हिटि गे पण  हैंको

दै पहाड़ का उकाळ  उधार्युं सुसगारी  बि भरील्या तो बि विधान सभौ मुख नि देखी .जनता तैं मूरख समजिक क्वी कुछ बि कारो पण यीं जनता

तै बेवकूफ बणण पसंद नी च. इन मा  या जनता बडी क्रूर च. असगार इ नि  दीन्दी चुनौ बि हरै दीन्दी  .

       अब द्याखो ना जब तलक दिवाकर भट्ट जी जनता तै मूर्ख समजिक कुछ बि करणा रैन  तब तलक वो चुनौ जितणा इ रैन . पण जनि जनता

तैं बेवकूफ बणाणो बान टुटब्याग करण लगीन जनता भड़की गे अर जनता न बताई इ  दे बल हे नेता जी तुम हम तैं बेवकूफ समजिक कुछ बि कारो पण हम तैं

बेवकूफ बणाणो बन्द कारो.

          अब द्याखो ना अपणा सतपाल महाराज जनता तैं बेवकूफ समजिक कुछ बि बुलणा रौंदन . जनता तैं बेवकूफ समजिक सतपाल महाराज उर्फ़ रावत जी

 अफु तै भगवान बि बुलणा रौंदन तबी बि जनता इन नि बुल्दी ये भै सतपाल जी जब तुम भगवान इ छंवां त उत्तराखंड कि तुच्छ कुर्सी बान इथगा तंगत्याट  किलै भै?

हाँ जै दिन सतपाल महाराज उर्फ़ रावत जी जनता तै मूर्ख बणाणो बान चालबाजी कारल या च्याला चांट्यूँ से छद्मभेषी चालबाजी कराल त समजी ल्याओ जनता न

सतपाल महाराज उर्फ़ रावत जी तै गाँवो प्रधान बणन लैक  बि नि रखण. क्वी जनता तैं बेवकूफ समजू वो अलहदा बात च पण जनता नि चांदी बेवकूफ बणन   

           ओहो हड़क सिंग जी क त बाती अलग च बिचारा ! जब तलक जनता तैं बेवकूफ मूर्ख समजिक राजनीति चलाणा रैन तब तलक या त मंत्री पद या अपोजिसन लीडर

बण्या  रैन अर अब हाई कमांड तैं  बेवकूफ बणाणो बान जनम जाती राजनैतिक प्रति द्वंदी हरीश  रावत का थोक मा शामिल क्या ह्वेन कि ना तीन मा ना इ तेरा मा .

अब द्याखो ना जो  कौंग्रेसी हाई कमांड स्वा सौ  करोड़ भारतीयूँ  तै बेवकूफ बणाणु च वै कौंग्रेसी हाई कमांड तैं बेवकूफ समजण अर मूर्ख बणान कथगो कठण च यो त

अनुभवी हड़क सिंग रावत  जी क समज मा ऐ इ गे होलू! क्वी बि बेवकूफ नि बणन चांदो.

         हाँ अबि त हरीश  रावत जी  जित्याँ दिखेणा छन पण जै दिन कौंग्रेसी हाई कमांड का दिन बौड़ल वै दिन कौंग्रेसी हाई कमांड हरीस रावत जी तैं

यशवंत चौहाण या हेमवती नंदन बहुगुणा या  गुरु दास कामत नि बणालि त देख लियां. जनता त बेवकूफ बणिक  बिसरी बि जांदी पण कौंग्रेसी हाई कमांड

समौ  आण पर कै तै नि छोड़द अर बिशौ गुरौ तरां तड़कांद .

           हाँ ! सि देखी ल्यावदी बी.जी.पी या खंडूरी जी का कुहाल  ! दुयाक द्वी खुले आम जनता तैं बेवकूफ /मूर्ख बणाणो चाल खिलणा छ्या . अरे जनता तैं

बेवकूफ समजण अलग बात च अर बेवकूफ बणाण अलग इ छ्वीं छन भै! अर खंडुड़ी जी तैं पता इ चौल गे होलू बल जनता मूर्ख बणण कदापि सहन नि करदी. दुखी

जनता इन जगा चोट करदी कि ना त रुए  सक्यांद अर ना इ सहे सक्यांद . 

          अहा ! अपणा बिजय बहुगुणा जी त मजा करणा छन. उत्तरखंड का तीन  रावतुं घनघोर घिमसाणी लडै  मा मुख्य मंत्री पद त हासिल ह्व़े गे 

पण जो बहगुणा जी जनता तैं बेवकूफ बणाणो टुटब्याग कारल त फिर देखी लियां विजय बहुगुणा जी तैं भगीरथी क घाट छोड़िक फिर से इलाहाबाद को

रस्तों  पर  डबखण पोडल.  जनता अफु तैं बेवकूफ बणण पसंद नि करदी.   

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चबोड़ इ चबोड़ मा

                मनमोहन जी : भारत मा स्वागत !


                      भीष्म कुकरेती

            मनमोहन सिंग जी उन्ना -देस (फ़ौरेन कंट्री) बिटेन पालम हवाई अड्डा पर उतरिन. 

प्रोटोकौलौ नियमौ मुताबिक़ अब भारत मा ऊं तैं  ऊंकी अनुपस्थिति मा क्य क्य ह्व़े की जरूरी जानकारी देणो

एक ख़ास सेक्रेटरी ह्वाइ अड्डा मा आगवानी बान अंयूँ छौ.

     जब तलक जासूस अर हौरी लोक प्रधानमंत्री क जाणो बान कार अर फ्लीट को इंतजाम करदा तब तलक

ख़ास सेक्रेटरी न बोले," पी.म.जी ! वेलकम टु इंडिया! आई  होप एवेरी थिंग वज ऐज  पर  यौर प्लैन."

मनमोहन जी न बोले," एस ऐज पर प्लैन. वी गौट लौट औफ़ लोन फॉर रिटर्निंग  बैक इंटरेस्ट ऑन ओल्ड  लोन ."

सेक्रेटरी  न ब्वाल," नाऊ, ऐज पर प्रोटोकॉल, आपकी अबसेंस मा   इंडिया मा जो भी ह्वै मी संक्षेप मा बथांदु ."

'वेल..! " मनमोहन जी न बोल.

सेक्रेटरी न ब्वाल,' भाजापा का लोगूँ न आप पर फिर अभियोग लगाईं बल आप निर्णय नी लीन्दा. अर इन सुण्याण मा आई 

बल कंस्टीट्युसन क्लब मा कुछ कॉंग्रेसी बि अनिर्णय का बारा मा आपकी काट करणा छया."

मनमोहन जी न ब्वाल," ओहो! यांक जबाब त संजय निरुपम प्रेस वाळु  दे इ द्यालों. सेक्रेटरी ख़ास ब्रीफ दे भै."

  सेक्रेटरी न अग्वाड़ी ब्रीफ दे,' अन्ना हजारे आज से दसों  दिन रामलीला मैदान मा एक दिनौ मौन अर अनसन करण वाळ छन."

मनमोहन जी न मुंड हिलाई बस. 

विशेष सचिव न बतै ,"  अर  देखा देखी राम देव बि आज से बीसों दिन उखी 'पूरो दिन बेरोकटोक बखणो रालो' क नया तरां  अनसन करण वाळ छन"

मनमोहन जी न उबासी लींद ब्वाल," ओहो! ठीक च भै! दिग्विजय सिंग जी  आर. एस. एस. वाळो पर देशद्रोहौ भगार लगाला त सौब ठीक ह्व़े जालो.

काम की खबर दे "

ख़ास सचिव न अगनै ब्रीफ दे," कोंग्रेस कि कोर कमेटी न उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावौ समीक्षा कार त पाई बल चूंकि चुनावूं मा प्रधान मंत्री,

प्रणव मुखर्जी, या हौर खास मंत्री जनता तैं आकर्षित नि कौरी सकदन त  कौंग्रेस तैं नुकसान उठाण पोडद ."

मनमोहन जी न आँख बुजदा जबाब ," बोर नि कौर भै. अहमद पटेल जी अर राहुल जी यीं बात तैं देखी ल्याल. काम की बात बथा."

सेक्रेटरी न अगनै ब्वाल," महाराष्ट्र मा सी.ए.जी क रिपोर्ट लीक ह्वेगे उख मा जादातर मंत्री राजकोष मा  अमानत मा खयानत का दोषी पाए गेन."

मनमोहन जीन अपण मुंड पैथर  सीट मा हौर सरकांद,सरकांद  अर उन्गद होंद  ब्वाल,"  सेक्रेटरी ! यि त रोजो मामला च . टेल मी  रियल इंट्रेस्टिंग ब्रीफ."

सेक्रेटरी न सजग ह्वेक ब्वाल,' इथगा दिन मा सेना क अमला-असला खरीदी  मा भौत सि खबर प्रूफ का दगड छपीन. अर बी.जी.पी वळा

आपको रेजिगनेसन  कि माँग कर ना छन।"

मनमोहन जीन फिर से जोर की जमाई ल़े अर ब्वाल," च. च ,च ! इखम, मै लैक महत्वपूर्ण खबर क्या च? यांको जबाब त कोंग्रेस प्रवक्ता डा.संघवी या

रेणुका जी अफिक दे द्याला."

सेक्रेटरी न टपटपो ह्वेक ब्वाल,' अर सर ! आर्मी चीफ अर डिफेन्स मनिस्टर का बीच तनातनी, अनबन की भौत सि खबर अखब़ारूं मा छ्पीन"

मनमोहन जीन तीन दै जमाई लेक ब्वाल" हाँ ! हाँ... पण रक्षा मंत्री जी अर आर्मी चीफ अपण आपस मा बैठिक यीं गुथी  सुळजै द्याला .इखमा

 मै लैक ख़ास क्या च?"

 सेक्रेटरी न ब्रीफ करण छोड़िक पूछी दे,' सर ! आप तै क्यां मा इंटरेस्ट च?"

मनमोहन जीन अब उत्साहित ह्वेक ब्वाल,' भै ! रिफ़ॉर्म की  क्या खबर च ?."

सेक्रेटरी न चकचको ह्वेक ब्वाल," सर ! योजना आयोगन एक हफ्ता मा तीन दै गरीबी की रेखा घटाइन अर याँ से

गरीबो की संख्या अब जनसंख्या की सिर्फ दस प्रतिसत रै गे."

मनमोहन सिंग जी पर जन नयो प्राण ऐ गे होलू," वेरी गुड ब्रीफ. अब त आई.एम्.ऍफ़ बैंक , वर्ल्ड बैंक वळा  हम तै जादा पगाळ  द्याला."

सेक्रेटरी न ब्वाल,' भितरै न्यूज च बल ममता बनर्जी अर मुलायम सिंग जी रिफौर्म का जतना बि बिल छन ऊं तै पास कराणो तैयार छन.

बस ऊं तैं बंगाल अर उत्तर प्रदेश का वास्ता केन्द्रीय मदद जादा दीण पोडल."

मनमोहन सिंग जी न सीधो बैठद ब्वाल,' गुड! भोळ इ मी सोनिया गांधी जी क दगड एक मीटिंग करदो. "

इथगा मा ब्रीफ को टैम  खतम ह्व़े गे

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  Satire only           
      Hundred percent Successful tips for Flourishing Begging

                                  Bhishma Kukreti

                  Yesterday morning, I got a call from Dakkhu kaka from my village. Instead of asking me sending funds for village development he said,” Bhishma! You are fool. You should know how to beg.”
 I replied,” Dakkhu Kaka!  I did not understand anything.”
 Dakkhu Kaka said,” I mean you should learn how to beg. First of all you should forget that you are from such a community where begging is bad word.”
I said,” Yes!  Garhwalis don’t beg at religious place.”
Dakkhu Kaka said without listening me,” you should never care that you are Bahuguna or Uniyal before begging.”
I said, “But  ...”
Dakkhu Kaka,” You should forget about historical pride when you beg.”
I wanted to ask,’ Why should I...”
Dakkhu Kaka said,” While begging, you should always call ‘Bada Bhai’ or elder brother even the donor is younger than you.”
I said,” But, I...Begging...”
Dakkhu Kaka said,” Before begging, you should declare publicly even before TV press reporters that you are the brazen beggar in this earth.”
I said,” But I don’t need….”
Dakkhu Kaka said,” You should shamelessly forget that you are chief minister of state before begging.”
I said, “But I am not…”
Dakkhu Kaka said,” You should barefacedly lower down the self esteem of your community, your relatives and your state before other communities and in front of foreign communities.”
I said, “But ...”
Dakkhu Kaka said,” While begging your motto should for diminishing your pride, your family’s pride, you relative’s pride and people of your state. There should be acute withdrawing the pride related to you at the time of begging”
I said,” Why should I  ...”
Dakkhu Kaka said,” Before begging, you should blatantly give the statement that historically and by caste you are beggar of beggars.”
I said,” Dakkhu Kaka! Why should I beg and... ?”
Dakkhu Kaka said,” Because our chief minister Vijay Bahuguna ji declared that we all Uttarakhandi are beggars by caste.”
I said,” but…”
Dakkhu Kaka concluded,” we all Uttarakhandis decided that from now we shall follow our chief minister Vijay Bahuguna Jee; we shall not work at all and will go all out for begging. We Uttarakhandis will proof that we the smartest beggars in this galaxy. Now you will get phone calls from your friends and relative for how we Uttarakhandis can be clever beggars.” 
 From the time Dakkhu Kaka put off his phone I have been getting calls for ‘Hundred percent Successful tips for Flourishing Begging’.
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                        घरवळि क  हिदैत

                 

                भीष्म कुकरेती

 

 
 
             मि तीन चार सालं इखुलया इखुलि ड़्यार गौं जांदू . पैल जब गौं मा टेलिफोनै सुभीता नि छे त भौत   

छुट्यु क  असली रौंस आंद  छे. ना त बौशौ फोन आर ना इ  फोन पर घरवळि हिदैत. पण जब बिटेन गौं मा 
 
टेलिफोनै सुभीता ह्व़े त मेरो छुट्यु क मजा इ भ्याळ जोग ह्व़े गेन. अर जब बिटेन मोबाइल आई त ए

मेरी ब्व़े ! क्यांक छुट्टी?

   मि जब गाँ आंदो त चांदो बल दिन दुफरा तक सियूँ रौं . जब तलक मोबाइल नि छयो त वीं सगोरी बादणौ  इ सौं

मी सुबेर नि बिजदो छौ बल्कण मा ग्विर्मिलाकौ समौ बिजदौ छौ. कति दें त  सगोरी बादणौ  गाणा अर भरतू बादी

क हुडकी अवाज से मि बिजदो छौ.

     अर अब!  सुबेरी पांच बजी बौशौ मोबाइल फोन घणघणान्द ," मिस्टर कुकरेती ! सौरी  टु बौदर यू. असल मा मि तै निंद नि
 
 आणि च मीन स्वाच त्वेमांगन ब्याळै सेल्स  फीगर इ डिस्कस करे जाओ. .."

        अब बौश तै मुख ऐथर  गाळी त दियांदी नी च पण मन इ मन मा त ज्यू बुल्यान्दो बोली द्यों," ये भै त्वे  फर निसिणि

रोग लग्युं च त मेरी  निसिणि किलै करणि छे?"  पर मि समणि बोल्दु," सर , इट्स माई  ग्रेट लक दैट  आपै दगड

सुबेर सुबेर छ्वीं लगी  गेन ..." अर फिर एक घंटा तलक बिजिनेस की अकळाकंठी पर छ्वीं...

 इना बौशौ  फोन बन्द ह्व़े कि घरवळि फोन ऐ जान्दो.

    आज बि मि गौं कि छुट्टी मा दिन दुफरा तक सीण चाणो छौ कि पैल  बौशौ फोन आई अर अब घरवळि क फोन .
 
घरवळि न सीधा पूछ,' सुबेर सुबेर इथगा देर तलक फोन पर छ्वीं लगान्द तुम तैं शरम नि आँदी."

मीन ब्वाल," बौशौ फोन छौ."

घरवळि न ब्वाल," फिर ठीक छौ . एक वी च तुम तैं अडै सकुद . हाँ तुम बिज़ी ग्यवां  कि ना ?"
 
मीन ब्वाल,' जु मि बिज्युं नि छौं त तेरो दगड को च बात करणु ? "

घरवळि न ब्वाल," म्यार मतबल च , बिस्तर छोड़ी याल कि ना ?"

मीन बोल,' बस अब कुछ इ देर मा ..."

घरवळि न ब्वाल," सुणो ! दांत मल्टी नेशनलौ  टूथ पेस्ट से इ मंजैन हां! कखि  टिमुर  से दांत

नि मंजैन.  नवां टिमरू न दान्तुं   मीर मा घौ  ह्व़े जावन धौं . "

मिन बथाई ," फिकर करणै जरुरात नी च बल ब्याळि  इ गौं का छ्वटा बड़ा छ्वारा बुलणा छ्या बल ऊं तै पता इ नी च बल

कि कबि गढवाळ मा टिमरू बि होंद छा. "
 
घरवळि न पुळे क ब्वाल,' या त भली खबर च कि गढवाळ बिटेन टिमुर  निबटी गेन . निथर मी तैं एकी फिकर रौण

छे बल कखि  तुम बि गंवड्या लोगूँ तरां टिमुरन दांत मंजैल्या अर तुमत मीर्युं पर घौ ह्व़े जालो त ..! अर सूणो ...!'
 
मीन बोल,' हाँ सुणा !'

घरवळि न हिदैत दे ,' ह्यां ! चुलु  मा गरम कर्युं  पाणीन मुख नि ध्वेन हाँ  ! "

मीन पूछ,'  या नै बात ...?"

घरवळि न राज ख्वाल,' मीन ब्याळि इन्टरनेट मा पौढ़ बल चुल्ल  मा पाणी गरम करद दै चुलौ धुंवा पाणि मा मिल जांद अर

वां से मुख मा कालिमा या ब्लैकनेस ऐ जांद . आई डोंट  वांट यू बिकम  ब्लैकर .."

मीन राज ख्वाल,' फिकर नि कौर ! सरा गौं मा सब्यूँ   चुल्ला खन्द्वार बण्या छन अर इख  अब क्वी बि लखड़ नि जगान्दन."

घरवळि न भौत खुस ह्वेक ब्वाल," या त भौत इ बढिया खबर च कि गाँ सौब चुल्ल  बांज पडया छन निथर में तै एकी फिकर रौण  छे कि कखि 

तुम ड़्यार बिटेन धुंवौ पाणिन मुक काळो कौरिक ऐल्या त मि इख मुक दिखाण लैक नि रौलु . अर सूणो."

मीन ब्वाल,' सुणा !"

 घरवळि न ब्वाल," अर सुबेर सुबेर काच गैथुं रुटि  नि खैन कुजाण कखि कचै ह्व़े जाओ त ."

मीन ढाढस दे ," अब हमर गाँ इ ना सरा अडगें /क्षेत्र मा क्वी गैथ /गहथ  नि बोंदु. अब त पूजा मा बि कुटद्वर बिटेन लयां चार या पांच गैथुं दाण धरे जान्दन "

घरवळि न प्रसन्न ह्वेक ब्वाल," हाँ यो ठीक ह्व़े कि गाँ वळु न गैथ बूण बन्द करी आलीन. निथर मै तैं कचै  चिंता रौणि छे. अच्छा  सूणो !  "

मीन बोल,' ठीक च सुणा !"

घरवळि न ब्वाल,' ओ ग्राम -प्रेम मा भ्यूंळौ  सिर्सवळन  नि नयेन हाँ. भ्यूंळौ सिर्सवळन कखि तुमर मुक पर   रिंकल नि पोड़ी जावन ."

मीन सांत्वना दे," फिकर करणै ज्रोरात नी च . अब गौं की सार्युं से भ्यूंळ इ निबटी गेन अर फिर मल्टीनेशनल  कम्पन्यूँ  विज्ञापन से

इखाक लोग गाँ की  हरेक चीज से घीण करण लगी गेन ."

घरवळि न आल्हादित ह्वेक ब्वाल,' भलो ह्व़े गौं की सार्युं से भ्यूंळ इ निबटी गेन अर तख लोग गाँ कि हरेक चीज से घीण करण लगी गेन .

निथर कखि भ्यूंळौ सिर्सवळन  नयाण से  तुम पर झुर्री / रिकल पोड़ी जांदा त लोक में खुण  बुडड़ी  बुलण बिसे जांदा. हां ! सूणो"

मीन बोल,' हाँ   सुणा !"

घरवळि न ब्वाल," और  सुणो . कै बि हिसाब से फाणु-बाड़ी,  झंग्वर , पळयो, छंछ्या, कंडळि, कपिलु, उड़द कि दाळ कुछ बि नि  खैन हां.. मी बोलणो छौं हाँ .... "

मीन बिंगाणो कोशिश कार," ह्यां  इख अब ..."

घरवळि न गुस्सा ह्वेक ब्वाल," तुम अबि तलक गंवड्या का गंवड्या छंवां . बीच मा बात कटण असभ्यता कि निसाणि च. तख  तुम

 फाणु-बाड़ी, झंग्वर , पळयो, छंछ्या, कंडळि, कपिलु खैल्या त तुम तै यूं चीजुं तै खाणो ढब पोड़ी जाण अर फिर तुमन इख मुंबई मा

बि यूं चीजुं पकौणो मांग करण अर आई हेट टु कुक एंड  टेक सच रुरल फूड आइटम्स. मतलब में तैं गंवड्या  खाणकौ नाम से इ चिरड़ च."

मीन भर्वस द्याई,' भै ! इख अब खेती इ नि होंद त  फाणु-बाड़ी, झंग्वर , पळयो, छंछ्या, कंडळि, कपिलु, उड़द कि दाळ  कखन बणण भै ? इख बि

बस हरड़ की  दाळ अर भात बणदो अर ग्युं की रुट्टी बस.."

 घरवळि न उत्साहित ह्वेक ब्वाल," यू ठीकि  ह्व़े . नाऊ आई कैन बि वरीलेस .  अछा सूणो .."

  मीन बोल,'  सुणा !"

 घरवळि न समजाणो भौण ब्वाल," तुम तै स्याम दै पीणै  आदत च. त तख इखुलि  पेन . गौंका बुड्यों दगड पीणै

कतई जरोरात नी च . बुड्यों दगड पेकी बि तुम पर बुड्याण ऐ जाण . आई हेट यू बिहेव लाइक ओल्ड मैन ."

मीन ब्वाल, "वांक क्वी चिंता नि कौर अब इख गाँ मा बि पन्दरा सोळा  सालक नौन्याळ बि खूब दारु शराब घटकाण

सीखी गेन . घाम अछल्यांद नी च कि सौब जवान छ्वारा म्यार इख दारु पीणो निडे जान्दन अर दगड मा अर्बन मंचिंग (शहरी  चखणा )  बि लै आन्दन. "

मेरी घरवळि न भौती खुस ह्वेक ब्वाल," यो त  भौती खुसी बात च कि तुम जवान छ्वारों दगड व्हिस्की पींदा. जवान  लोगूँ दगड बैठिक तुम बि जवान ह्व़े जैल्या."

अर घरवळि न मोबाइल बन्द कौरि दे .


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आवा ! हमर विश्व विद्यालय  मा  बेईमानी सीखो !

           

                       चबोड्या-चखन्यौर्या - भीष्म कुकरेती 



प्रिय विद्यार्थी गण अर संरक्षक  गण !

आप लोगूँ तै बताणो जरुरात नी च बल आज की कठिन , गळा-काटो प्रतियोगी परिस्थिति मा प्रतियोगी गुणो अलावा

छ्वारा-छोर्युं मा बेइमानी गुण होण  प्रतियोगी गुणों से जादा जरुरी च. डूञडो काणो भीक बि तबी मांगि सकदो जब वै मा या वींमा

बेईमानी करणो गुण ह्वावन.  आज बगैर बेईमानिक नौकरी पाण  त राई दूर नौकरी क फौरम बि नि पै सकदवां. बगैर बेईमानिक

क्वी बि प्रमोसन नि पाई सकदो . याने कि बथाणै जर्वत नी   च कि आज बेईमानी भौती आवश्यक अतिरक्त गुण च.

                   ब्वेक पुटुक बिटेन क्वी बेईमानी नि सीखिक आंदो !

   उन त  वैज्ञानिक सालों से कोशिश मा लग्यां  छन बल बच्चा ब्वेक पुटकन इ बेईमानी सीखिक आओ.  पण अबि तलक वैज्ञानिकों

तै रति भर बि सफलता नि मीलि.



 जन कि लीडरशिप बि सिखाये जांद उनी अब बेईमानी सिखाणो  प्रोफेसनल  विश्व विद्यालय खुलणा छन. आप तै ख़ुशी ह्वेली बल हमारी 

डिसहौनेस्टी  टीचिंग यूनिवर्सिटी  बेईमानी सिखाण  मा दुनिया कि दस टौप युनिवरसिटियूँ मा एक यूनिवर्सिटी च. पोरुक साल टाइम्स मगेजीन मा

 हमारि यूनिवर्सिटी क बारा मा एक आलेख बि छप.

                                    डिसहौनेस्टी टीचिंग यूनिवर्सिटी का टीचिंग स्टाफ 

         डिसहौनेस्टी टीचिंग यूनिवर्सिटी  क चांसलर बेईमानी लाल कु  नाम जग प्रसिद्ध  च. बेईमानी लाल चार्ल्स शोभराज को च्याला छया.

डिसहौनेस्टी टीचिंग यूनिवर्सिटी  का हरेक डीन अर प्रोफ़ेसर फान्देबाजी क वजै से कम से कम छै साल जेल मा रैक अंयाँ  छन. कुछ  ख़ास प्रोफ़ेसर त टू जी

स्पेक्ट्रम अर कौमन वेल्थ गेम्स का आरोपी बि छन. बेईमानो क बेईमान नेता हमर यूनिवर्सिटी का विजिटिंग प्रोफ़ेसर छन. यूनिवर्सिटी का भौत सा क्लर्क

टैक्स  चोरी का आरोपी छन. डिसहौनेस्टी टीचिंग यूनिवर्सिटी क क्वी बि कर्मचारी इमानदार नी  च.

                                                         प्रैक्टिकल ज्ञान

           जख तलक प्रैक्टिकल ज्ञान को सवाल च हमर देश का हरेक जेल से सम्बन्ध छन  अर हम विद्यार्थियुं तै हरेक मैना जेल लीजान्दा जख

 ख़ास ख़ास बेईमान कैदी विद्यार्थियुं तै बेईमानी क प्रक्टिकल शिक्षा  दीन्दन. डिसहौनेस्टी टीचिंग यूनिवर्सिटी  वर्ल्ड डिसहौनेस्टी इनहैंसर   ओर्गेनाइजेसन 

की प्रमुख  सहयोगी संस्था  च.

                                        सिलेबस का ख़ास चेप्टर

        हमर सिलेबस हर साल बदले जांद जां से विद्यार्थी सामयिक चोरी अर बेईमानी से वाफिक रावन. हमर सिलेबस मा

बेईमानी का अटल अर अमूल्य सिद्धांत,नकली सर्टिफिकेट बणाणो अर पाणो तरीका, झूट बोलणो ख़ास दस तरीका,बेईमानी करद  दै बि सच्चो सीधो दिख्याण,

पापी ह्वेक बि पुण्यात्मा क ढोंग रचणो तरीका, नेतागिरी, सरकारी महकमाओं बेईमानी कनो करण कि पकड़ मा नि आये  जाओ,

मंत्री ह्वेक या औफ़िसर ह्वेक हर पाल बेईमानी करण पण अफु तै दुनिया क सबसे बड़ो इमानदार घोषित करणो अमोघ तरीका, चोरक चरचर बचन,

स्कैम मा फंसीक बि कनो विधान सभा या लोकसभा मा इमानदारी पर लम्बा लम्बा भाषण दीण ,  आदि ख़ास चेप्टर छन.

                                    अस्स्योर्ड नौकरी 

हमर बड़ा बड़ा खाऊ -प्याऊ विभागुं मा पूरी पछ्याणक च अर हमर विद्यार्थ्युं तै खाऊ -प्याऊ विभागुं शर्तिया नौकरी मिलदी



                                  हमारा सफल विद्यार्थी

 क्वी इन क्षेत्र नी च जख हमारा पढ़ायाँ विद्यार्थी नि हवावां , राजनीति , सरकारी विभाग, गैर सरकारी संस्थान अर एन.जी.ओ. मा हमर

सिखयाँ बेईमान विद्यार्थी नाम अर दाम कमाणा  छन.

 हमारी यूनिवर्सिटी क रिकोर्ड च कि आज तक हमरा पढ़ायाँ विद्यार्थी पर बड़ा बड़ा बेईमानी कि भगार लग पण आज तक कबि बि

पकड़ मा नि आइ.

प्रवेश का वास्ता आज इ हमारी यूनिवर्सिटी क बेईमानाचार्य से मीलो.  नकली या असली सर्टिफिकेट क्वी बि चौलल.



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Bhishma Kukreti

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घपरोळ

 

           उत्तराखंड क्रान्ति दल कु कुहाल किलै ह्वेन ?
 
 

                           भीष्म कुकरेती

 

(यह लेख सन १९९१ में 'पराज' पत्रिका, मुंबई  में प्रकाशित हुआ था . किन्तु इक्कीस साल बाद भी औचित्यपूर्ण है )
 
 

 

परस्या कि त छ्वीं छन. दगड्या मनमोहन जखमोला मीली गे अर बुलण मिस्याई बल," भैजी ! स्यू उत्तराखंड क्रान्ति दलौ त भट्टा बैठी गे "

   सच बोलूं त मी थै कळकळि लगी ग्याई. अब द्याखो ना ! सही माने मा बिगळयूँ राज्य उत्तराखंडौ बिगुल त्रेपन सिंह जीन बजाई. अब भले इ ऊँन जनता पाल्टी वळु  तै धौंस दिखाणौ बान अलग राज्य को ढोल बजाई पण इख मा द्वी राय नी छन बल उत्तराखंड राज्य परिषद न इ अलग उत्तराखंड राज्य की हव्वा सुराई, बिगळयूँ राज्य कि बात इना उना फैलाई. त्रेपन सिंह जीक बणयीं संस्था उत्तराखंड राज्य परिषद न मुंबई, दिल्ली, ड्याराडूण. हल्द्वानी, नैनीताल  जन जगों मा हल्ला गुल्ला मचाई, अर राजकरण्या फल, पोलिटिकल फ्रूट को , असली सवाद , असली मजा त भाजापा न ल्याई. उत्तराखंड राज्य परिषद न उत्तराखंड राज्य की सिणै बजाई , अलग राज्य को मूषक बाज बजाई अर द्याखो हाँ ! भाजपा बर-ब्यौला  बौणिक ब्योली लाई ग्याई. उत्तराखंड राज्य परिषद न छाँछ छोळणो पर्या बणाइ. छाँछ छोळणो  काम उर्याई, अर घी अर नौणि भारतीय जनता पार्टी खै ग्याई. बिचारा उत्तराखंड राज्य परिषद न छांच बि नि पाई. उत्तराखंड राज्य परिषद ख़तम इ ह्व़े ग्याई. किलै ? द ल्या ब्वालो ! अपणा  त्रेपन सिंग जी क बारा मा एक सयाणो  न इन ब्वाल बल -उत्तराखंड राज्य परिषद इलै ख़तम ह्वाई  बल किलैकि त्रेपन सिंग नेगी हेमवती नंदन बहुगुणा क  जुत पैरणो ग्याई.अर त्रेपन सिंग न उत्तराखंड की छ्वीं लगाण  बन्द  कार अर अंतररास्ट्रीय बथौं छ्वीं लगाई .इन मा ह्वाई क्या बल  त्रेपन सिंग न अपणो  ठट्टा अफिक लागाई. इन मा सब्यु तै क ळकळी लग बल बिचारा त्रेपन सिंग जी ना इना का राई ना उना का राई.

              उना उत्तराखंड की तपन. अगन, गर्मी कम ह्वाई ना की  इना उत्तराखंड क्रांति दल की चिणगारी  चमकण मिसे ग्याई. जख उत्तराखंड राज्य परिषद् पर सामाजिक संस्थौ  रंग छ्याई  उख उत्तराखंड क्रांति दल पर राजनीति को पाणि चढ़यूँ छ्याई.लोकुं तै कळकळी  उत्तराखंड क्रांति दल की स्तिथि पर बि आई. लोकुं तैं रोष, गुस्सा उक्रांद का ऐरी अर जसवंत बिष्ट प़र बि आई जौं तै जनता न उत्तर प्रदेश विधान सभा मा उनीन्दो - सीन्दो पाई अर कै कै न त कशी सिंग ऐरी तै मुलायम सिंग को खुट पटकाँद बि पाई. इन मा उत्तराखंड  क्रान्ति दल की इ जगहंसाई इ ह्वाई.

          अब द्याखो ना ! इन मा दुःख तो होलू  इ कि उत्तराखंड की पुंगड़ी बावन उक्रांद वळा ,उत्तराखंड की पुंगड़ी सुदारान उक्रांद वळा, उत्तराखंड की पुंगड़ी मा बीज ब्वावन  उक्रांद वळा, उत्तराखंड की पुंगड़ी कि निरै गुडै बान सहेली धारन  उक्रांद वळा  अर फसल काटिक ली जावन  भाजपा वळा. जिकुड़ी फटदि च बल उत्तराखंड आन्दोलन का असली पर्वाण त उक्रांद वळा छयाई , पुलिस वळु मार खावन उक्रांद वळा अर लखनौ- दिल्ली मा मजा  ल्यावन भाजपा वळा. निराशा अर  कळकळी आँदी च बल जब  चक्का जाम कारन उक्रांद वळा पण  बस का ड्राईबर बौणि जावन भाजापा वळा. मन खट्टो त होंदी च बल जब   उक्रांद की उरयीं आठ्वाड़  मा उत्तराखंड का असली जागर त लगैन उक्रांद वळुन अर  मुंडळी, रान  खाई भाजापा वळुन. उक्रांद वळुन लुतकी बि नि पाई. मांगळ लगैन उक्रांद वळुन अर मंगळेरूं पिठाई  पाई भाजापा वळुन. गाजा बाजा बजैन  उक्रांद वळुन अर म्यूजिक को इनाम ल्याई भाजापा वळुन. इन मा उक्रांद पर दया त आई जांद कि सरा दिन भट्युड़ तोडिक  बल्द हौळ लगाओ अर स्याम दै घोड़ी तै त  हौरु  डड्यळ मिल्दो पण बल्दों तै सुखो घास.

    पण मी तै सबसे जादा कळकळी त मुंबई का उक्रांद का द्वी बड़ा बड़ा नेतौं  - अर्जुन सिंग गुसाईं अर जगदीश कापरी (*) पर आन्द जौन मुंबई मा कट्ठा हुयाँ  हजारो रुप्यों बल पर पौड़ी गढवाळ अर पिथौरा गढ़ का संसद  सदस्य बणणो सुपिन देखी छौ कि द्वीई दिल्ली क एम्.पी. निवास मा रौंस से राजनीति कारल. बिजोग इन पोड़ बल पौड़ी अर पिथौरागढ़ मा उत्तराखंड क्रान्ति दल को क्वी संगठन इ नि छयाई.अर फिर मुंबई का पाँच दस हजार रुपयों  बल पर उख संगठन कनै  कौरिक खड़ो हूण छयाई?. उन्नीस लोगूँ संगठन वळ उक्रांद मुंबई का द्वी भावी संसद सदस्य बौं हड़ पोड्या राला त तुम तै रूण अणो इ च कि ना? इख मुंबई मा एकाध नेता त उत्तराखंड की भावी मुख्य मंत्री पद कि लालसा मा कशी सिंग ऐरी तै दंगळयांदो बि थौ. झूट बुलणो होऊं त
 
उक्रांद मुंबई का कै बि कार्यकारी कार्णि  क सदस्य तै पूछी ल्यावदी कि तुमारो उत्तराखंड को भावी मुख्यमंत्री क्वा च ? त जबाब मीलि जालो.  निथर गिरीश ढौंडियाल तै इ पूछे ल्यावादी जु बथाल बल लक्ष्मी बिल्डिंग फोर्ट मुंबई मा कै हिसाब से  मुंबई मा बस्यां उत्तराखंड का भावी मुख्यमंत्री न लौबीइंग  करी छौ.

         अब जब उत्तराखंड मा उक्रांद को सुफडा साफ़ ह्व़े ग्याई अर जनता न बथाई द्याई बल उत्तराखंड आन्दोलन सिरफ़ एक राजनैतिक आन्दोलन नी च बल्कण मा   यू आन्दोलन एक आर्थिक, सामाजिक, अर सांस्कृतिक आन्दोलन च. इन मा राजनैतिक धरातल वळो उक्रांद मुंबई को क्वी अर्थ इ नी च. मुंबई मा प्रवास्युं बीच पृथक उत्तराखंड कि छ्वीं त जरूर होणि चयेंद, पण राजनैतिक तुप्ला पैरिक मुंबई मा बात करण सर्वथा गलत च. प्रवास्युं  राजनैतिक निष्ठा इख अलग अलग इ होंद. त निपट राजनैतिक दल का रूप मा उक्रांद मुंबई मा अपणि सार्थकता कनै सिद्ध कौरी सकद भै! हाँ उक्रांद कि सार्थकता उत्तराखंड मा जरूर च पन मुंबई डिल्ली मा नी च.
 
पण गम्भीर  सवाल त या च बल  उक्रांद का नेता क्या करण भै? ऊंको रूण च बल भाजापा अर हौरी राष्ट्रीय दल जब उत्तराखंड का बिगुल बजाणा छन त पहाड़ मा उक्रांद कि हैसियत उनि बि कमजोर हूण वाळ च त मुंबई मा त कुहाल ही ह्वाल. इख मुंबई का उक्रांदी नेतौं दिमाग इ नि  चलणो बल करे जाओ त क्या करे जाओ. मुंबई का लोखुं तै कन कै भकलए जाओ, कनकै बौगये जाओ! जब मुंबई मा उक्रांद कि सार्थकता इ नी च त फिर क्या करे जौ? हाँ यि नेता रोज उत्तरप्रदेश का मुख्य मंत्री तै एक चिट्ठी भेजी सकदन बल अलग राज्यौ   विधेयक चौड़ लाओ. बकै त उक्रांद का संरक्षक मंडल समजदार च अर वो इ जाणल बल इन दुर्गती मा क्या करण चयेंद थौ अर क्या करण चयेंद ? .

 

Paraj, August, September 1991 page 13

Copyright@ Bhishma Kukreti 29/5/2012

 

* (पराज के सम्पादक मंडल ने ये दो नाम काट दिए थे जब कि मैंने 'घपरोळ' लाने हेतु दोनों नाम जान बूझ  कर लिखे थे)   

 

 

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