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UTTARAKHANDI LANGUAGE TERMINOLOGY WITH DEFINITION- हमरी बोली

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एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:
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UTTARAKHANDI LANGUAGE TERMINOLOGY WITH DEFINITION- हमरी बोली

Dosto,

There are various typical words in our languages where are cultural, geographical, music etc specific. We would define these words with in details so that people come to know the back-ground stories of these words.

Hope would also like to contribute in sharing this information here.

Regards,

M S Mehta[/size]

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

पधानचारी 
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यह शब्द एक पुरानी प्रथा से संबधिंत है ! अंग्रेजो के शाशन काल में गाव के मुखिया को पधान कहते थे जो कि प्रधान के नाम जाना जाता है! पधान का काम होता है जब भी कोई अंग्रेज अधिकारी गाव में आता था वो उसकी सेवा के लिए गाव में आवाज लोगो को बताता था !

प्रधान को गाव वाले कुछ जमीन पधान चारी में भी देते थे !

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

बुग्याल
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उत्तराखंड के ५००० - ८००० फीट की ऊँचाई के इलाकों में कुछ लोग जानवरों को चराने के लिए जाते है उन्हें बुग्याल कहते है !   

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

घात डालना
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जैसे की उत्तराखंड की धरती को देवी भूमि के नाम से भी जाना जाता है लोगो की देवी देवताओ में अटूट धार्मिक आस्था है! लोग पहले न्याय ने मिलने पर अपने ईष्ट देवता के पास जाकर न्याय की गुहार लगाते थे जिसे धात डालना भी कहते है!


न्याय मिलने पर लोग भगवान् के मंदिर पर पूजा अर्चना भी करते है

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

हुन्किया बौल
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यह शब्द संगीत से सम्भंदित है ! उत्तराखंड के कुमोँन में लोग जब रोपाई और मडुआ गोदने के समय में हुन्किया बौल पहले लगाते थे! इसमें एक आदमी हुनका (बाद्य यन्त्र) को बजाते हुए कुछ धार्मिक गानों को गाता है और पीछे लोग गाना गाने के साथ साथ काम करते है!

लोगो का तब मानना था की हुन्किया बौल में लोग संगीत के साथ काम को जल्दी कर पाते थे !

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