कुड़ी-भांडी -
ये सब्द तो आजकल उत्तराखंड मैं सायद कहीं सुने देता होगा मुझे तो नहीं लगता है,ये सब्द गावों मैं बचपन मैं हम अपने दोस्तों के साथ खेलते थे ,कुड़ी-भांडी का मतलब है एक छोटा सा घर और उसमें कुछ बर्तन,ये एक तरह का खेल भी जो की बचपन मैं खेलते हैं,लेकिन आज इस सब्द को सुनने के लिय कान तरस जाते हैं आजकल बचपन मई बच्चे किरकेट खेलते हैं न कि-कुड़ी-भांडी