Uttarakhand > Utttarakhand Language & Literature - उत्तराखण्ड की भाषायें एवं साहित्य

Words Related to Nature of Human and Skills etc -उत्तराखंडी भाषा के कुछ ये शब्द

<< < (2/9) > >>

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:

 
निमुझी
======

यह शब्द आदमी के मिजाज से सम्भंदित है!  जब कोई आदमी अगर बहुत उदास है और किसी भी काम करने का मन नहीं है! पहाड़ी आम भाषा में इस कहते है निमुझी लगना! यानी मन भुजा-२ सा !

खीमसिंह रावत:
लकड़ीरौं
किसी पर  देवता अवतरित होता है या छल लग जाता है तो उस समय शरीर अकड़ जाता है  तो उस अवस्था  को भी लकड़ी गो कहते हैं|
दूसरा अर्थ - लकड़ीरौं- नाराज होना /
य रमी त हमुहबेय लकड़ीरौं

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:


बहुत अच्छा खीम दा!

अब यह शब्द देखिये -   हुसुक
=====================
हुसुक भी एक बहुत पुराना शब्द है यहाँ तक मैंने देखा है लोगो ने इस शब्द पर अपने किताबो का नाम भी दिया है! इसका मतलब होता है!

किसी कार्य को करने के लिए जागरूकता होना!

A desire to take self initiative to do any good work.

 

खीमसिंह रावत:
झूरी गो
इसका अर्थ अस्वस्थ होने से है |
अरे य पैली कस छी अब त बिलकुल  झूरी गो 

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720:



इक्लासु
-----------

यह शब्द है बिलकुल अकेलेपन के लिए! जब इंसान की जिन्दगी में कुछ नहीं बचा हो और केवल अकेलापन है! जीवन अकेला है! इस गढ़वाली भाषा में इक्लासु कहते है !

Navigation

[0] Message Index

[#] Next page

[*] Previous page

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 
Go to full version