दोस्तो,
एक समय था जब पहाडो मे लोग सर्दी के दिनों मे समय विताने ले लिए ऐण { उत्तराखंडी पहेली } एक दूसरे के साथ ऐण किया करते थे! मुझे याद मे मे भी बचपन मे इन ऐणनो का उत्तर खोजने की कोशिश करता था! लोग दो -२ टोलिया बनाया करते थे ऐण खेलने के लिए अगर कोई पक्ष अगर किसी ऐण का उत्तर नही दे पता था तो उनके ऐण लगता था ! जिस टोली को जयादा ऐण लग जाते थे उसे कहते थे 'ऐणनो से दब गए" !
पिछले दिनों मे आपने गाव गया था मैंने कितने ही पुराने लोगो के एंण पूछने की कोशिश की लेकिन बहुत कम लोगो को इसके बारे मे पता था ! इससे यह प्रतीत होता है कि हमारे संस्कृति कि यह विधा लुप्त होने के कगार पर है !
उस थ्रेड मे हम कोशिश करंगे कि कुछ ज्यादे -२ एंण यहाँ पर इक्ठा करेंगे ! आशा है आप लोग साथ दोगे ! मै आपको बता देना चाहूँगा कि मै इस विषय पर एक किताब भी निकाल रहा हूँ !
एम् एस मेहता