सामग्री,वभै चंद, वार्त्ता यो हिमाल मॉज, तै नन्दा हिमाल।2- गंगा चंद पैदासी- नर-नटनी-एक खुशी की......खेल-सोल सोल्यानी.........नैपालीड्रस।3- डंगरिया परिचय- ख्याला, डंगरिया, गोंत पूर्व में जाना.......4- मै छूरे रंगिलो- गंगा चंद ड्रस-घाघरा।5- ग्रामिणों को सूचना- दरवारियों की ड्रस, सूचना पत्थर उठाना, गंगाचंद प्रवेश ग्रामीणनेपाली ड्रस।6- गंगाचंद स्वप्न- भाना का आना, वांसुरी, ज्यूनो मॉं को गद्दा, अलख जगूंलो...... आसलगायी मैले.......।7- साधू का प्रवेष- जोगी की वेशभूषा, कमण्डल, झोला, चिमटा, बालो के स्यर।8- लटुवा मसान- मसान की ड्रस, गोरिल ड्रस, चाबूक दिव्य वस्त्र, फेरा, माला, देवी धुराका दृश्य, मंदिर, ग्रामीण, कुॅंमाउनी ड्रस।9- पंचनाथ नगरी- बैल, डौक्के, रोपाई, लड़कियॉ, नमोः नारायण बाबा..... तेरी आसलागी रूंछी।10- लड़कियों का भाना को सूचित करना- गंगनाथ को लेकर, भाना को सूचितकरना, पंचराज गॉव से डोरी का दृश्य।11- भाना का गंगनाथ से मिलना- घड़े, पानी, भरने का दृश्य, लड़कियो का गंगनाथसे मिलना ओ दीदी मेरा मन..... अतीत, चर्चायें... कोट, खडी धोती, टोपी, अंगोछे, लाठी।12- दिवान को सूचना- भाषा, भाना को डांठना, दिवान को सूचना, मारने की योजना।13- होली का दृष्य- रंग, चीर, पूजा सामग्री, धोतियॉ, टोपियॉ, लाठियॉ, तलवार, पानी,बाल्टी या घडा, लोटा,गिलास, भॉग, लाल रंग, हरा रंग अबीर, दाड़, खून।14- जगाना, कैलाष भेजना- रांके, सग्गड, थाली, गोंत, खेला सामग्री, अक्षत, फूल।