यह यात्रा पिथौरागढ़ की मदकोट क्षेत्र (गोरी घाटी) के तीन गांवों से जाती है, इन फोटो में आपने नंगे पांव सफेद कपड़े पहने बच्चे भी देखे होंगे, दरअसल इस घाटी के लोग अपने बच्चो की यग्योपवीत इसी यात्रा के दौरान करते हैं। इसके अलावा इन गांवों के लोग पितरों का तर्पण आदि भी यही पर करते हैं, इस यात्रा के बहुत कड़े नियम होते हैं, यथा- आप लाईन नहीं तोड़ेगे, धक्का-मुक्की नहीं करेंगे, वर्जित वस्तुओं का प्रयोग नहीं करेंगे।