झैड़ ( ढांगू, पौड़ी गढ़वाल ) में विजेंद्र मैठाणी के भव्य जंगलेदार मकान में 'काठ लछ्याणौ , कुर्याणौ पाड़ी ब्यूंत ' की काष्ठ कला अलंकरण अंकन; लकड़ी नक्काशी
गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान , बाखली , खोली , कोटि बनाल ) काष्ठ कला अलंकरण अंकन, नक्काशी - 255
Traditional House wood Carving Art of Jhair , Yamkeshwar Pauri Garhwal
संकलन - भीष्म कुकरेती
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झैड़ (बिछला ढांगू। पौड़ी गढ़वाल ) की दो तिबारियों की सूचना पहले ही दी जा चुकी है। इसी क्रम में झैड़ से विजेंद्र मैठाणी के भव्य जंगलेदार मकान की भी सूचना मिली है। मकान दुपुर -दुघर व लकड़ी का भव्य छज्जेदार मकान है। छज्जा पत्थर मिट्टी के स्तम्भों में स्थापित है। जंगला पहली मंजिल में स्थापित है। जंगले में दस से अधिक आकर्षक खाम /स्तम्भ खड़े हैं। स्तम्भ छज्जे की एक मजबूत कड़ी पर स्थापित हैं। इस कड़ी पर एक लम्बी काष्ठ पट्टिका है जिसके नीचे काठ लछ्याणौ , कुर्याणौ पाड़ी ब्यूंत ' से रिखड़ा कुर्याणै कौंळ से ज्यामितीय अंकन हुआ है। पट्टिका के नीचे का पक्ष कुछ कुछ लम्बी पक्षी पंख किनारा जैसा है।
रिखड़ा कौंळ से (ज्यामितीय कटान ) निर्मित सपाट स्तम्भ आधार कड़ी से सीधे ऊपर मुरिन्ड से मिलते हैं। स्तम्भ आधार व ऊपर हिस्से में थांत (cricket bat blade जैसे ) शक्ल लिए हैं। आधार पर प्रत्येक स्तम्भ के दोनों और जंगल की पत्तियां लगी हैं जिससे स्तम्भ मोटा दिखता है। मुरिन्ड /शीर्ष से थोड़ा नीचे प्रत्येक ख्वाळ (दो स्तम्भ के मध्य की खाली जगह ) में भव्य तोरणम स्थापित है। तोरणम तिपत्ति नुमा है व तोरणम का निचला भाग ऐसा लगता है जैस ेगरुड़ पंख का किनारा हो।
बाकी पूरे मकान में ' रिखड़ा कौंळ कटान' (ज्यामितीय कला से कटान ) का ही उपयोग हुआ है।
निष्कर्ष निकलता है कि झैड़ ( ढांगू, पौड़ी गढ़वाल ) में विजेंद्र मैठाणी के भव्य जंगलेदार मकान में 'काठ लछ्याणौ , कुर्याणौ पाड़ी ब्यूंत ' के ' रिखड़ा कौंळ कटान' (ज्यामितीय कला से कटान ) से ही ज्यामितीय अलंकरण हुआ है। जंगला भव्य दीखता है व कलाकारों की प्रशंसा आवश्य्क है।
फोटो आभार: मयंक कुकरेती गटकोट
सूचना आभार : विवेकानंद जखमोला गटकोट
Copyright @ Bhishma Kukreti
Traditional House wood Carving Art of West South Garhwal l (Dhangu, Udaipur, Ajmer, Dabralsyun,Langur , Shila ), Uttarakhand , Himalaya
दक्षिण पश्चिम गढ़वाल (ढांगू , उदयपुर , डबराल स्यूं अजमेर , लंगूर , शीला पट्टियां ) तिबारियों , निमदारियों , डंड्यळियों, बाखलियों ,खोली , कोटि बनाल में काष्ठ उत्कीर्णन कला /अलंकरण, नक्काशी श्रृंखला -
गढ़वाल, कुमाऊँ , उत्तराखंड , हिमालय की भवन (तिबारी, निमदारी , जंगलादार मकान , बाखली , खोली, कोटि बनाल ) काष्ठ अंकन लोक कला , नक्स , नक्काशी ) -
Traditional House Wood Carving Art (Tibari) of Garhwal , Uttarakhand , Himalaya -
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