श्रावणी उपाकर्म: श्रावण को ग्रहण की स्थिति में श्रावण शुक्ल पंचमी को उपाकर्म का पहला विकल्प है| संवत १९८९(Year 1932), २००८(Year 1951), २०२७(Year 1970) में भी यही परम्परा रही है "तत्र ग्रहण संक्रांति आदि सम्भावनायां श्रावण शुक्ल पंचमी हस्तयुता मुख्यकालः "