ये अन्धविश्वास नही है/ पहाडी क्षेत्रों में विशेषकर ग्रामीण इलाकों में अभी भी "अलग होने" पर कई कार्य नही करते है/ खाना बनाना, पानी लाना, मंदिरों या थान में पूजा नही कर सकती है/ एक बात वे लोग अच्छी तरह समझ सकते है जिन आदमियों पर देवता अवतरित होते है वे लोग शहरों में भी इसका परहेज करते है/