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pहाड़ की पीड़ा बनेगी मुद्दा
राजेन्द्र जोशी देहरादून, जनवरी। उत्तराखंड जनमंच, उत्तराखंड क्रांतिदल जनतांत्रिक और परिवर्तन पार्टी ने साझा मोर्चा बनाने का ऐलान किया है। इन तीनों संगठनों के नेताओं ने कहा कि यह उक्रांद जनतांत्रिक,परिवर्तन पार्टी,उत्तराखंड जनमंच तथा सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय संगठनों और व्यक्तियों का संयुक्त मोर्चा है।
यह साझा मोर्चा मौजूदा राजनीति के खिलाफ राज्य में आंदोलन की लहर पैदा करने के इरादे के साथ बनाया गष्या है। उन्होने कहा कि हम पहाड़ की पीड़ा को विधानसभा चुनाव का केंद्रीय मुद्दा बनायेंगे। 14 जनवरी तक मोर्चा का नाम, झंडा, पदाधिकारी, न्यूनतम कार्यक्रम और चुनाव अभियान का स्वरुप तय कर दिया जाएगा। मोर्चे के नेताओं ने कहा है कि भाजपा और कांग्रेस के कुछ बागी नेताओं से उनका संपर्क बना हुआ है और जल्द ही इन दोनों दलों से जुड़े कुछ बड़े नेता मोर्चे में शामिल हो सकते हैं। आज यहां एक रेस्टोरेंट में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में उत्तराखंड क्रांति दल के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह चुफाल, सुनील ध्यानी, उत्तराखंड जनमंच के प्रमुख महासचिव राजेन टोडरिया,प्रदेश प्रवक्ता शिवानंद पांडे और परिवर्तन पार्टी के प्रांतीय उपाध्यक्ष जयप्रकाश उत्तराखंडी, केंद्रीय प्रवक्ता राजीव कोठारी ने कहा कि तीनों संगठन आगामी चुनावों को देखते हुए एक साझा मोर्चा बनाने के लिए सहमत हैं। मोर्चे का व्यापक स्वरुप 14 जनवरी को तय किया जाएगा। उन्होने कहा कि कांग्रेस और भाजपा के कुछ बड़े नेता उनके संपर्क में हैं और जल्द ही कुछ और नेता साझा मोर्चे में शामिल हो सकते हैं। मोर्चा कांग्रेस और भाजपा को नष्ट करने के लिए ही इन दोनों दलों के बागियों से हाथ मिला रहा है।
इन नेताओं ने बताया कि मोर्चे की साफ समझ है कि कांग्रेस और भाजपा को नष्ट करके ही उत्तराखंड में एक क्षेत्रीय विकल्प तैयार किया जा सकता है। उन्होने कहा कि कांग्रेस और भाजपा में जितने बड़े पैमाने पर बगावत और असंतोष व्याप्त है उससे साबित हो गया है कि इन दोनों दलों में आंतरिक लोकतंत्र खत्म हो चुका है और अब इन दोनों दलों में हाईकमान की तानाशाही चल रही है। उन्होने कहा कि मोर्चे ने राज्य में जनसेवा और सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय कई संगठनों और व्यक्तियों से संपर्क किया है और अधिकांश संगठन प्रदेश की राजनीति में गुणात्मक परिवर्तन लाने के लिए मोर्चे का साथ देने को तैयार हैं। इसीलिए मोर्चा साफ-सुथरे ढ़ंग से चुनाव लड़ेगा और न्यूनतम साधनों के जरिये चुनाव प्रचार करेगा।मोर्चा चुनाव जीतने के लिए किस भी तरह का अनैतिक और अमर्यादित आचरण नहीं करेगा। उन्होने कहा कि यह साझा मोर्चा राज्य में जनविरोधी सरकार का गठन नहीं होने देगा।
तीनों संगठनों के नेताओं ने कहा कि साझा मोर्चा राज्य की जनता को सही मायनों में एक प्रगतिशील, धर्मनिरपेक्ष और पहाड़ की जनाकांक्षाओं के अनुरुप एक वास्तविक क्षेत्रीय विकल्प देगा। रोजगार,कारोबार समेत राज्य के आर्थिक और प्राकृतिक संसाधनों पर राज्य के मूल निवासियों के हितों की गारंटी करने के लिए मोर्चा कटिबद्ध है। इस मुद्दे को लेकर मोर्चा चुनाव में जाएगा। उन्होने कहा कि साझा मोर्चा सिर्फ चुनावी मकासद के लिए नहीं बनाया गया है बल्कि इसका मकसद चुनाव के बाद एक मजबूत क्षेत्रीय विकल्प के लिए विभिन्न व्यक्तियों और संगठनों को एक मंच पर लाना है। उन्होने कहा कि मोर्चा राज्य के बुद्धिजीवियों,सामाजिक संगठनों,कर्मचारी संगठनों समेत जनता के व्यापक हिस्सों को भी साथ लाकर एक बड़ी पहल करेगा। पत्रकार वार्ता में मनोज ममगांई, कुलदीप, पुष्पा रावत, पीएस रावत मुख्य रूप से मौजूद थे।
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