जैसा कि आप सभी ने देखा कांग्रेस और बीजेपी ने अपना चुनावी घोषणापत्र जारी किया, अनेक लोकलुभावने वादे किये जा रहे हैं। लेकिन किसी ने भी गैरसैण राजधानी मुद्दे को अपने घोषणापत्र पर कोई जगह नहीं दी, आखिर क्यों ? क्या उत्तराखंड राज्य बनाने का उद्देश्य यही था कि दूर देहरादून को हमारी राजधानी बनाई जायेगी ?
आज हर उत्तराखंडी कहता है - उत्तराखंड की राजधानी गैरसैण, सिर्फ गैरसैण .............तो फिर यह हमसे गैर क्यों ? क्या इनके पास कोई जवाब है ? क्या किसी राष्ट्रीय पार्टी में दम है जो उत्तराखंड की स्थाई राजधानी को गैरसैण बना सके ?