मेरे सवाल-
जब तुम नेताओं को हर पालिसी बनाने के लिये आज भी दिल्ली के अपनी पार्टी के आकओं की ही अनुमति लेनी है और खाने से लेकर तनख्वाह देने के लिये आज भी केन्द्र के बजट पर निर्भर रहना था, तो अलग उत्तराखण्ड हमने तुम्हें बनाकर दिया ही क्यों?
२- आज तक तुम सब लकीर के फकीर बनकर चल रहे हो, कितने एक्ट तुमने उत्तराखण्ड के परिप्रेक्ष्य में बनाये, कितनी पालिसी को तुमने उत्तराखण्ड के हिसाब से माडीफाई किया? आज तुम्हारी हर नीति और कानून उत्तर प्रदेश का ही चल रहा है ९ साल हो गये, झक मारी थी क्या हमने अलग स्टेट बनाकर?
३- उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद कितने लोगों ने पलायन किया और कितनों को तुमने रोजगार दिया?
४- उत्तर प्रदेश के पास हमारे हिस्से की कितनी परिसम्पत्ति पड़ी है, आज तक उसे वापस लाने के लिये तुमने क्या किया?