उत्तराखंड में भारी बारिश,14 मरे, दो धामों के मार्ग बंद देहरादून। उत्तराखंड में गत दो दिनों से जारी वर्षा के चलते राज्य के विभिन्न हिस्सों में पहाड़ों की ऊंचाई से मलबा आने से कई मार्ग बंद हो गए हैं, जबकि अब तक पांच महिलाओं सहित 14 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि उत्तरकाशी जिले के नालूपानी के पास सड़क पर मलबा आने से ऋषिकेश-गंगोत्री मार्ग को अस्थाई रूप से बंद करना पड़ा है, जिससे मार्ग के दोनों ओर सैंकड़ों वाहन तथा यात्री फंसे हुए हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इसी तरह हिंदुओं के सवाचर््च्च तीर्थ बद्रीनाथ मार्ग पर लामबगड, चमोली तथा पीपलकोटी के पास मलबा आने से बद्रीनाथ मार्ग को भी बंद करना पड़ा है। यहां भी भारी तादाद में यात्री फंसे हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार दोनों मार्गो पर मलबे को साफ करने का कार्य शुरू कर दिया गया और संभावना है कि जल्द ही मलबा साफ कर लिया जाएगा।
राज्य में भारी वर्षा के चलते कल देहरादून के लक्ष्मण चौक के पास एक बांध की दीवार ढह गई, जिससे 46 वर्षीय महिला नसीम बानो की मौत हो गई।
सूत्रों के अनुसार टिहरी जिले के छाम में शुक्रवार को बादल फटने से 19 वर्षीय पूजा बह गई, जिससे उसकी मौत हो गई। देहरादून के विकासनगर क्षेत्र के कालसी में भी भारी वर्षा के चलते नौ वर्षीय रीना हरिपुर नाले में बह गई। इसके शव को अभी तक बरामद नहीं किया जा सका है।
सूत्रों ने बताया कि वर्षा के चलते भूस्खलन और नदी में बहने से दो महिलाओं सहित 11 व्यक्तियों की मौत पहले ही हो चुकी है।
राज्य में इस वर्ष जारी वर्षा के चलते के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आपदा राहत से संबधित कर्मचारियों की सभी प्रकार की छुट्टियों को रद्द करने का निर्देश पहले से ही दे रखा है।
सूत्रों के अनुसार पिछले दो दिनों से फिर से हो रही वर्षा के चलते चार धाम यात्रा, मानसरोवर यात्रा तथा दुर्गम क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावनाओं के चलते पूरे राज्य में 'रेड अलर्ट' घोषित किया गया है।
सूत्रों के अनुसार इन क्षेत्रों में जिला प्रशासन, चिकित्सा, बिजली, पेयजल, पुलिस, तथा लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों को छुट्टियों पर रोक जारी है।
सूत्रों ने बताया कि द्वादश शिवलिंगाें में सबसे ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ जाने वाले मुख्य मार्ग पर रूद्रप्रयाग थोडी दूर पहले सिरोबगड के पास आए भारी मलबे को साफ कर मार्ग को यातायात के लिए खोल दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार सुबह नालूपानी के पास मलबा आ गया, जिससे लोग फंस गए। हालांकि, मलबे को साफ करने का काम युद्धस्तर पर जारी है।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में पिछल तीन दिनों से जारी वर्षा के चलते आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। जलजमाव के चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सूत्रों ने बताया कि देहरादून जिले के ग्रामीण क्षेत्र पछवादून में भूस्खलन से अलग-अलग स्थानों पर 26 संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं।
सूत्रों के अनुसार राज्य में मुख्यमार्गों को छोड़कर संपर्क मार्गों पर पहाड़ी से गिरकर भारी मात्रा में मलबा आ गया है, जिससे इन मार्गों को अस्थाई रूप से बंद करना पड़ा है।
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