गिर्दा की याद में निकाला सांस्कृतिक जुलूसAug 22, 07:29 pmबताएं
Twitter Delicious Facebook -राज्य आंदोलन के दौरान रचित जनगीत गाए गए
जागरण कार्यालय, नैनीताल: प्रसिद्ध रंगकर्मी स्व.गिरीश तिवारी गिर्दा की पहली पुण्य तिथि पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया। इस दौरान रंगकर्मियों व गिर्दा के साथियों ने शहर में सांस्कृतिक जुलूस निकाला और उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान उनके द्वारा लिखे गए गीत गाए।
सोमवार को गिर्दा की पहली पुण्य तिथि पर रंगकर्मी व विभिन्न संगठनों के लोग तल्लीताल में जमा हुए और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। इस मौके पर उत्तराखंड मेरी मातृभूमि, मातृभूमि मेरी पितृभूमि..आज हिमाल तुमुन कै धत्यौं छौ, जागो-जागो ओ मेरा लाल.. हम लड़ते रुला..एक तरफ बर्बाद बस्तियां, एक तरफ हो तुम..आदि जनगीत गाए गए। इसके बाद शहर में सांस्कृतिक जुलूस निकाला गया। जुलूस में लोग गिर्दा रचित जनगीत गाते हुए चल रहे थे। जुलूस माल रोड होते हुए मल्लीताल में समाप्त हुआ।
इसके बाद रंगकर्मियों ने गिर्दा की याद में फ्रीमेंशन हाल में आयोजित फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस मौके पर राजीव लोचन साह, हेमंत बिष्ट, डीके शर्मा, धर्मवीर परमार, जहूर आलम, डा.शीला रजवार, डा.गिरिजा पांडे, उमेश तिवारी, महेश जोशी, हरीश राणा, प्रदीप पांडे, आदि ने गिर्दा के जीवन के अलावा राज्य आंदोलन में उनकी भूमिका व प्रदेश की संस्कृति को आगे बढ़ाने में दिए गए योगदान पर चर्चा की। सांस्कृतिक जुलूस में व्यापार मंडल अध्यक्ष किशन नेगी, आनंद खंपा, डा.उमा भट्ट, मंजूर हुसैन, दीप गंगोला, हरीश जोशी, प्रकाश उपाध्याय, कमल नेगी, कौशल्या साह, सुरेश आर्या, विनोद कुमार, पवन राकेश, प्रदीप पांडे, हरीश पाठक समेत कई लोग शामिल थे। संचालन प्रो.शेखर पाठक ने किया।
फोटो-22 एनटीएल-41
परिचय-प्रसिद्ध रंगकर्मी गिर्दा की पुण्य तिथि पर नैनीताल में सांस्कृतिक जुलूस निकालते विभिन्न संगठनों के लोग।
(Soruce - Dainik Jagran)