क्रिएटिव उत्तराखंड म्यर पहाड् का आयोजन द्वाराहाट में संपन्न हुआ दिल्ली से सभी साथी इसमें शामिल हुये, दो दिवसीय इस कार्यक्रम के पहले दिन िदनांक 30 अगस्त 2008 को प्रखर समाजवादी स्वृ विपिन त्रिपाठी और टिहरी रियासत के खिलाफ संघर्ष करते हुये अपनी शहादत देने वाले श्रीदेव सुमन पर पोसटर जारी किये गये, दूसरे दिन कुमाऊ इंजीनियिरंग कालेज सभागार में मौजूदा दौर में हिमालय बचाने और बसाने की चुनौती को लेकर एक सेमिनार का आयोजन किया गया, इसमें उत्तराखंड के अपने क्षेत्र की हिस्तयों ने श्राागीदारी की, इस कार्यक्रम में पदम श्री से सम्मानित सुप्रिसद्व पुरातत्विवद डा.यशोधर मठपाल, डा. शेख्रर पाठक, आंदोलनकार और राजनीतिक विचारक डा. शमशेर बिष्ट, कुमाऊं विश्वविद्वालय नैनीताल के इतिहास विभाग के प्रमुख और पर्यावरणिवद डा. अजय रावत, जनकिव गिर्दा, प्रचार आंदोलनकारी और पत्रकार पीसी तिवारी, साहित्यकार डा. लक्ष्मण बिष्ट बटरोही, नैनीताल समाचार के संपादक राजीव लोचन साह, रंगकर्मी श्रीष डोभाल, काशी िसंह ऐरी, डा. नारायण िसंह जन्तवाल, डा. प्रकाश पाण्डे, डा. सुरेश डालाकोटी के अलावा बडी संख्या में बुद्विजीवियों ने अपनी भागीदारी की, हालांकि पुचायत चुनाव के चलते आशा के अनुरूप लोगों की भागीदारी नहीं रही लेकिन म्यर पहाड की एक नई पहल ने लोगों को इस बात के लिए सहमत कराया कि मोजूदा दौर में पहाड के मुददे और उनके समाधान के लिए नये सिरे से सोचने की जरूरत है, म्यर पहाड. के हेम पंत, दयाल पांडे, पवन कांडपाल, मुकुल पांडे, कैलाश पांडे, चारू ितवारी के अलावा आंदोलनकारी प्रताप साही और महेश मठपाल ने दिल्ली से इस कार्यक्रम में शिरकत की