सागर तट पर झूमा 'पहाड़Ó
अगला कौथिग (मेला) 10 दिवसीय होगा
नवी मुंबई. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में उत्तराखंड का सांस्कृतिक रंग हौले-हौले चटख होता जा रहा है. 'नथ-बुलाकÓ जैसे आभूषण और 'पिछौड़ेÓ जैसे शानदार परिधान की संस्कृति को समेटे देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति अब मुंबई में दूसरे राज्यों की संस्कृति के साथ गहरे घुलती जा रही है.
विगत 4 वर्षों से मुंबई में उत्तराखंड महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. उत्तराखंड मूल के 10 लाख की आबादी वाले इस महानगर में 'कौथिगÓ अपनी सांस्कृतिक पहचान को और पुख्ता करने का महत्वपूर्ण आयोजन है. सन् 2008 में शुरु हुआ यह आयोजन इस साल और वृहद् रूप में मनाया गया. शहर के प्रमुख समाज सेवियों, उद्यमियों, फिल्म कलाकारों और राजनेताओं की गरिमा पूर्ण उपस्थिति के बीच उत्तराखंड का यह सांस्कृतिक आयोजन अपने पूर्ण शबाब पर रहा. मुंबई में उत्तराखंड की संस्कृति का इतना बड़ा कैनवास पहली बार ही सजा. लगभग 50 हजार उत्तराखंडी और गैर-उत्तराखंडी इस आयोजन के गवाह रहे. इतनी बड़ी संख्या में पहली बार ही प्रवासी उत्तराखंडी एकजुट हुए और गैर-उत्तराखंडियों ने भी पहली बार ही इतनी बड़ी संख्या में किसी उत्तराखंडी आयोजन में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. यह त्रिदिवसीय उत्तराखंड महोत्सव 'कौथिगÓ उत्तराखंड से आयी गायिका संगीता ढौंडिया, गायक किशन महिपाल और बिशन हरियाला के गीतों से ऐसा झूमा कि यह एक याादगार आयोजन बन गया. यहां उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत अपने नये रंग रूप में नजर आयी.
उत्तराखंड भवन भूमि, वाशी, नवी मुंबई में आयोजित 'कौथिग-2011Ó उत्तराखंड के सांस्कृतिक रंगों से सराबोर रहा. 'जन्मभूमि उत्तरांचलÓ (साप्ताहिक पत्र-मुंबई) के तत्वावधान में प्रवासी उत्तराखंडियों के सामाजिक संगठनों के साथ और उत्तराखंड के सांस्कृतिक विभाग और उद्योग निदेशालय के सहयोग से आयोजित इस मेले में उत्तराखंड से आये लगभग 80 लोक कलाकारों ने अपनी कला से दर्शकों को मंत्र-मुग्ध कर दिया. कलाकार दलों की विभिन्न प्रस्तुतियों ने उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि में मेले में आये सैकड़ों गैर-उत्तराखंडियों का भी मन मोह लिया. इसके अलावा उद्योग निदेशालय (उत्तराखंड) के स्टॉल्स भी आकर्षण का केंद्र रहे. रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ संपन्न यह मेला अगले साल से 10 दिवसीय होगा.
'कौथिग-2011Ó के 'ब्रांड अंबेसडरÓ फिल्म अभिनेता हेमंत पांडे थे. मेले का उद्घाटन भवन निर्माता व ठाणे भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेश हावरे ने किया. दीप प्रज्ज्वलन में केदार जोशी, राज्यमंत्री (उत्तराखंड), वरिष्ठ संपादक नंदकिशोर नौटियाल, हॉकी खिलाड़ी व 'कौथिगÓ के पहले 'ब्रांड अंबेसडरÓ मीररंजन नेगी, उद्योगपति मोहन काला, डॉ. योगेश्वर शर्मा, अशोक सिंह (नेता बसपा) साथ थे.
मां नंदा देवी की झांकी के साथ आरंभ हुआ मेला रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ संपन्न हुआ. अंतिम दिन हरीश रावत (केंद्रीय उद्योग एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री) की विशेष उपस्थिति रही.