छुटि्टयों में आजमायें हुनर
स्कूल–कॉलेज की छुटि्टयां होने को हैं। धमाचौकड़ी मचाने का अब न तो समय है और न ही उम्र। खाली वक्त में कुछ कमाई का भी रास्ता बनायें। इससे होगा यह कि जेब खर्च के साथ छुट्टी की मस्ती दोगुनी होगी। साथ ही, कहीं काम करने का अनुभव भी होगा। अखबार, पत्रिकाओं और केबल को खंगालिए- मनमाफिक समर जॉब। फिलहाल इन पर भी एक नजर डालें
बन सकते हैं होस्ट
एलजी, वीडियोकॉन, लेक्मे जैसे बड़े ब्रांड मॉल्स आदि में इवेंट करवाते रहते हैं, जहां उन्हें होस्ट, एंकर, वॉलेंटियर और कॉआर्डिनेटर की आवश्यकता पड़ती है। आपने प्राय: देखा होगा कि इस तरह के इवेंट में होस्ट लोगों को गाने, गुनगुनाने और कुछ उल्टी–पुल्टी हरकत करने के लिए कहते हैं, जिसके लिए वह जीतने वाले को प्राइस भी देते हैं। अगर आपको लगता है कि हजार लोगों के सामने आप खुलकर बोल सकते हैं। आपके पास उन्हें हंसाने के लिए ढेर सारे जोक्स हैं। हाजिरजवाब हैं आप। तब यह काम आपके लिए बेहतर होगा। इसमें ज्यादा सिरदर्दी भी नहीं है, क्योंकि यहां आपका ज्यादा समय बर्बाद नहीं होता। बाकी समय आपका है। कुछ भी करें। इवेंट बड़ा हो, तो फूड भी साथ मिलता है। कहीं–कहीं घंटे के हिसाब से पेमेंट होती है। कुछ ब्रांड कंपनियां दिन के हिसाब से पेमेंट करती हैं।
डेलीवेज पर काम
सरकारी ऑफिसों में डेलीवेज पर लोगों को रखने की प्रथा है। इस काम के लिए 4 से 5 हजार रूपए मिलते हैं। शनिवार–रविवार की छुट्टी के अलावा दूसरी सरकारी छुटि्टयां भी मिलती हैं। अगर आपके पास सीए, सेक्रेट्रियल प्रैक्टिस आदि का कोर्स किया है, तो फिर इससे ज्यादा सेलेरी भी मिल सकती है। जब तक मन लगे, काम कीजिए। जब जी चाहे, काम छोड़ दीजिए।
डोर टू डोर सर्वे बुरा नहीं
लोगों को अपनी बातों से राजी कराते हैं। बातें घुमाना जानते हैं। आपमें सेल्फ मार्केटिंग के गुण हैं, तो आप डोर टू डोर सर्वे को पूरे मन के साथ करेंगे। तपती धूप और लू के थपेड़े भी आपको नहीं करेंगे परेशान। अक्सर छोटी–बड़ी कंपनियां अपना कोई नया उत्पाद या स्कीम शुरू करती हैं, जिसके लिए वे डोर टू डोर सर्वे या मार्केटिंग करवाती हैं। अगर आप किसी को पटाकर अपना उत्पाद बेचते हैं, तो आपके लिए यह ट्रीट हो जाएगी, वरना सर्वे में ऐसी कोई बाध्यता नहीं रहती कि आप उत्पाद को बेचकर ही लाएं। मार्केटिंग करना ही मूल उद्देश्य होता है। इस तरह के सर्वे कई बार महीनों चलते हैं। ऐसे में आप अच्छी कमाई कर सकते हैं।
गाने-बजाने का शौक करें पूरा
नाचना-गाना-बजाना किसी भी कला में निपुण हैं, तो क्या सोचना! अपनी सोसायटी के बच्चों को छुट्टी में साल्सा, बॉलीवुड, हिपहॉप, ब्रेक और क्लासिकल डांस कुछ भी सीखा सकते हैं। गाना–बजाना जो भी आता है, उसका रिहर्सल छुटि्टयों में जमकर करें
कैंपस में नौकरी
विश्वविघालय कैंपस में छात्रों-छात्राओं को आसानी से समर जॉब मिल जाती है। यदि कैंपस से लाइब्रेरी साइंस, पत्रकारिता या कोई भी प्रोफेशनल कोर्स कर रहे हैं, तो यहां अच्छे पेमेंट के साथ नौकरी मिल जाएगी। लाइब्रेरी असिस्टेंट, कैफेटेरिया मैनेजर, वेबसाइट डेटा बेस डेवलेपर, स्विमिंग कोच, फिजिकल इंस्ट्रक्टर, होस्टल केयर-टेकर कुछ भी कर सकते हैं। जिसे करने में आपको आसानी हो यानी वह सब जिसे करते हुए शर्म भी न आए।
हिसाब-किताब में पक्के
हिसाब–किताब में पक्के हैं, तो मार्केट में सीए, वकील और एलआईसी एजेंट की भरमार है। उनके साथ आप काम कर सकते हैं। ये ज्यादा चिकचिक का काम भी नहीं है। यह समझदारी वाला और जिम्मेदारी का काम है। आपको यहां करना यह होता है कि इनके क्लाइंट के पास जाकर जरूरी कागज कलेक्ट करना होता है या इन तक जरूरी पेपर पहुंचाने होते हैं। कंप्यूटर चलाने में निपुण हैं, तब तो काम आसान भी हो जाता है।
बच्चों के संग करें मस्ती
बच्चों को हैंडल करना सबके बस की बात नहीं। उनके चिल्लपौं को सहने का सामर्थ्य आपमें है, तब बेबी सिटिंग भी बुरा नहीं है। यह काम तो आप अपनी सोसाइटी में भी कर सकते हैं। ऐसा नहीं है कि लड़कियां ही इस काम को अच्छे से कर सकती हैं। लड़कों में भी ये गुण होते हैं कि वे बच्चों को खुश रख सकते हैं। छुटि्टयों में अक्सर मियां–बीवी अकेले घूमने जाना चाहते हैं। कुछ के घर में मां अक्सर बीमार होती हैं। कोई मेहमान भी इतनी जल्दी-जल्दी नहीं आता-जाता रहता। ऐसे में आप है न!
हिंदी को भुनाइए
आजकल हिंदी टाइपिंग का काम खूब बढ़ गया है। हिंदी के टाइपराइटर कम ही मिलते हैं। हिंदी की कंपोजिंग अंग्रेजी की टाइपिंग से महंगी होती है। अगर आपको हिंदी टाइपिंग आती है, तो इंतजार किसका कर रहे हैं? प्रकाशक घरों से प्रूफ रीडिंग का काम भी खूब मिलता है। इसमें घर पर बैठकर ही करना होता है। चाहें तो बाद में भी इस काम को जारी रख सकते हैं।