नान्तिनो,
जी रया, जागी रया, इतुक बढिया काम करी राखु तुमुल, बूढ़्याकाल यो देख बेर बहुते भल लागौ। उस्से मेरी उम्र त ह्वै गैछ, लेकिन मैं थोड़ा progressive ख्याल को भयूं, त आब इंटरनेट पैं ले आं गयूं।
मेरो नाम उस्सी त हुकुम सिंह भै, लेकिन हुक्का पीने क कारण सब्बै हुक्का बू कुनी।
बाकी बाद में बतुलो।