मैं जनकवि गिरीश तिवारी "गिर्दा", शेर दा अनपढ़, लोकेश नवानी(कवि), काशी सिंह ऎरी, शमशेर सिंह विष्ट और कमला पंत जी से बात करना पसंद करुंगा, क्योंकि फिल्मी लोगों के डायलाग तो फिल्मों में होते ही हैं, लेकिन यह लोग जिनका सीधा सरोकार उत्तराखण्ड आंदोलन से रहा है, मैं सिर्फ उन्हीं से बात करना चाहता हूं।