पन्त जी पहाड़ पर,
आपके गाँव में,
कितने सुन्दर लग रहे हैं लोग,
मना रहे हैं होली,
खुशियाँ कायम रहें हमेशा,
आपके गाँव में,
भरी रहे खुशियों से झोली.
देखा है मैंने तस्वीरों में,
आपका प्यारा गाँव,
कायम रहे रिश्ता रहे आपका,
गाँव जाने को,
बढ़ते रहें आपके पावँ.