हेमकुंड साहिब लोकपाल (लक्ष्मण मंदिर) एवं फूलों की घाटी के अंतिम पड़ाव घांघरिया (गोविंदधाम ) में यात्रा शुरू हुये एक माह से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद पेयजल एवं विद्युत व्यवस्था की स्थिति बदहाल है। उरेडा की ओर से संचालित लघु जल विद्युत परियोजना से एक दिन भी बल्ब तक नहीं जगमगाया है। वहीं गुरुद्वारा, होटल, लॉज एवं पर्यटक आवास गृह से सबन्धित व्यवस्थाओं को भारी नुकसान सहना पड़ रहा है।