मित्रो,
दीपावली की छुट्टी जन्मस्थली में बिताकर कर्मस्थली को लौट आया हूँ। ढेर सारी यादों के साथ आपके लिए उत्तराखण्ड के ग्रामीण जीवन और यहाँ पर प्रकृति द्वारा प्रदत्त सुन्दरता, यहाँ के ख़ेत-खलिहानों की कुछ तस्वीरें लाया हूँ, जिन्हें मैं यहाँ प्रस्तुत कर रहा हूँ-
विनोद गढ़िया