बदरीशधाम की तेल-कलश यात्रा का कार्यक्रम घोषितकर्णप्रयाग (चमोली)। बदरीशधाम की गाडूघड़ी पवित्र तेल कलश यात्रा कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही मंदिर के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। तेल कलश शोभायात्रा के लिए 11 अप्रैल को पवित्रधाम के डिमरी पुजारी टिहरी नरेश के राजदरबार नरेंद्र नगर जाएंगें, जहां मंत्रोच्चार व पूजा अर्चना के बाद तेल कलश डिमरी पुजारियों को सौंप दिया जाएगा।
उमट्टा-डिम्मर डिमरी पंचायत के सरपंच वसंत लाल डिमरी व उपसरपंच भगवती प्रसाद डिमरी ने शोभायात्रा कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि 11 अप्रैल को तेल कलश नरेंद्र नगर से सांय ऋषिकेश मंदिर समिति के विश्राम गृह चेला चेतराम में पूजा अर्चना के लिए रखा जाएगा, जहां रात्रि को तेलकलश की विशेष पूजा अर्चना कीर्तन भजन होंगें, 12 अप्रैल को प्रात: पूजा-अर्चना व भोग लगने के बाद ऋषिकेश के विभिन्न मार्गो पर तेल कलश शोभा यात्रा निकल कर भरत मंदिर में श्रद्धालुओं के दशनार्थ रखी जाएगी। जबकि 13 को वैशाखी पर्व के अवसर पर गाडू घड़ी कलश शिवपुरी, ब्यासी, देवप्रयाग, कीर्तिनगर होते हुए रात्रि विश्राम को श्रीनगर में विश्राम करेगी। 14 अप्रैल को तेल कलश की विधिवत पूजा के बाद श्रीकोट, कलियासौण, रूद्रप्रयाग, घोलतीर , कमेडा, गौचर होते हुए कर्णप्रयाग नगर में कलश यात्रा निकाली जाएगी। तदोपरांत कलश यात्रा डिम्मरी पुजारियों के मूल गांव डिम्मर के प्राचीन ऐतिहासिक लक्ष्मी नारायण मंदिर में पांच मई तक रखी जाएगी। पंचायत के पदाधिकारियों ने बताया कि गत दिवस सिमली के विद्यापीठ में आयोजित बैठक में डिमरी समुदाय के लोगों के हक-हकूकों के साथ कई अन्य समस्याओं पर चर्चा की गई।