जोशीमठ
जोशीमठ ही वह जगह है जहां 8वीं सदी में धर्मसुधारक आदि शंकराचार्य को ज्ञान प्राप्त हुआ और बद्रीनाथ मंदिर तथा देश के विभिन्न कोनों में तीन और मठों की स्थापना से पहले यहीं उन्होंने प्रथम मठ की स्थापना की। जाड़े के समय इस शहर में बद्रीनाथ की गद्दी विराजित होती है जहां नरसिंह के सुंदर एवं पुराने मंदिर में इसकी पूजा की जाती है। बद्रीनाथ, औली तथा नीति घाटी के सान्निध्य के कारण जोशीमठ एक महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल बन गया है तथा अध्यात्म एवं साहसिकता का इसका मिश्रण यात्रियों के लिए वर्षभर उत्तेजना स्थल बना रहता है।
पूलिस स्टेशन/ अग्नि शामक
नाम : कोतवाली
पता : जोशीमठ
दूरभाष : 01389-222103
सम्पर्क व्यक्ति : थानाध्यक्ष
स्थापित : वर्ष 1972 में सरकार द्वारा
दिशा : पुलिस थाना अंग्रेजों के समय का, कोतवाली वर्ष 1991 में स्थापित
समय : 24 घंटे
हेल्पलाइन नंबर : 09411112858
विशेष मंतव्य : कोतवाली के अधीन पांच चौकियां जोशीमठ, हेलांग, पांडुकेश्वर, सुसाईलोटा एवं गोविंद घाट हैं, जो वर्ष में 12 महीने कार्यरत रहते हैं। कोतवाली का प्रारंभिक कार्य बद्रीनाथ के सहयोग से जोशीमठ के प्रवेश प्रणाली की व्यवस्था करना, मौसम में यात्रियों की सहायता करना तथा दुर्घटना एवं आपदाओं में बचाव कार्य करना है।
क्लिनिक /डॉक्टर
नाम : डॉ डी एस परमार, बीएससी, बीएएमएस
पता : अपर बाजार, बद्रीनाथ रोड, जोशीमठ
दूरभाष : 01389-222685
सेवारत : 2004
विशिष्टता : फिजिशियन
समय : प्रातः 9 बजे से शांय 8 बजे
उपलब्ध सुविधाएं : फिजिशयन तथा केमिस्ट
नाम : अग्निशामक/आपात सेवा
पता : जोशीमठ
दूरभाष : 01389-222103
सम्पर्क व्यक्ति : थानाध्यक्ष
स्थापित : वर्ष 1977 में सरकार द्वारा
समय : 24 घंटे
हेल्पलाइन नंबर : नहीं
विशेष : अग्निशामक स्टेशन में दो बड़े एवं दो छोटे टैंकर हैं।