अगस्त 1949 को टिहरी गढ़वाल पृथक जनपद के रुप में गठित हुआ। इस जनपद के अंतर्गत वर्तमान में 9 विकासखण्ड, 7 तहसील, 1 उप तहसील एवं 928 ग्राम पंचायतें है। यहां पर दो नगरपालिका परिषद टिहरी एवं नरेन्द्रनगर तथा नगर पंचायत चम्बा, मुनिकी रेती, देवप्रयाग और कीर्तिनगर है। जनपद में 6 पुलिस स्टेशन, 5 पुलिस चौकियां तथा 76 न्याय पंचायत क्षेत्र हैं। इसके अलावा जनपद में 1773 आबाद ग्राम, 13 वन ग्राम और 54 गैर आबाद ग्राम हैं। यहां आबादी का घनत्व 148 व्यक्ति प्रति वर्गकिलोमीटर तथा कुल आबादी 604608 हैं, जिनमें पुरुष 294842 तथा महिलाएं 304766 है।
स्कंद पुराण (हिन्दुओं का पवित्र धार्मिक ग्रंथ) में इस क्षेत्र का वर्णन केदार खंड के रुप में है। इतिहास के अनुसार यहां कई दुर्ग एवं किला थे । राजा सुदर्शन को टेहरी गढ़वाल का संस्थापक माना जाता है।
यह जनपद 2100 फीट की ऊंचाई पर 30o22’54” उत्तरी अक्षांश तथा 78o31’18” पूर्वी देशांतर पर स्थित है। इस जनपद के उत्तर में उत्तरकाशी, पूर्व में रुद्रप्रयाग, दक्षिण में पौरी गढ़वाल और पश्चिम में जनपद देहरादून स्थित है। इस जनपद की प्रमुख नदियां भागीरथी, भिलंगाना, अलकनंदा तथा बालगंगा हैं।
जनपद के पूर्वी क्षेत्र में छोटी-छोटी नदियां जैसे लोस्तु, बडियार, उत्तरीय क्षेत्र में जलकुर, पश्चिम भाग में अगलाड़ तथा हेवल नदी है, जो बाद में यमुना व गंगा में समाहित होती है। यहां की भूमि ढालू व पथरीली है। घाटी वाले क्षेत्रों में दोमट व लाल मिट्टी पायी जाती है। जनपद का भौगोलिक क्षेत्रफल 3796 वर्ग किलोमीटर है।
यहां की घाटियों में गर्मियों में अधिक गर्म व सर्दियों में अधिक ठंढ़ होती है। जनपद का अधिकतम तापमान 31.30 डिग्री सेंटीग्रेड तथा न्यूनतम 2 डिग्री सेंटीग्रेड रहता है। यहां पर औसत वर्षा 13.95 मिमी है। जनपद में वन का विस्तार 358472 हैक्टर क्षेत्र में है। जंगल में चीड़, देवदार, खैर, खरस, मोरू, बांस, बांज आदि वनस्पतियां पाई जाती है। जनपद में खनिज संपदा के अंतर्गत मैग्नेसाइड, चूना, डोलामाइट, जस्ता, फास्फेट, संगमरमर आदि पाये जाते हैं।