ऋषिकेश जहां पहुंचकर गंगा पर्वतमालाओं को पीछे छोड़ समतल धरातल की तरफ आगे बढ़ जाती है। हरिद्वार से मात्र 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ऋषिकेश विश्व प्रसिद्ध एक योग केंद्र है। ऋषिकेश का शांत वातावरण कई विख्यात आश्रमों का घर है।उत्तराखण्ड में समुद्र तल से 1360 फीट की ऊंचाई पर स्थित ऋषिकेश भारत के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में एक है।
हिमालय की निचली पहाड़ियों और प्राकृतिक सुन्दरता से घिरे इस धार्मिक स्थान से बहती गंगा नदी इसे अतुल्य बनाती है। ऋषिकेश को केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री का प्रवेशद्वार माना जाता है। कहा जाता है कि इस स्थान पर ध्यान लगाने से मोक्ष प्राप्त होता है। हर साल यहां के आश्रमों के बड़ी संख्या में तीर्थयात्री ध्यान लगाने और मन की शान्ति के लिए आते हैं। विदेशी पर्यटक भी यहां आध्यात्मिक सुख की चाह में नियमित रूप से आते रहते हैं।
शिवपुरी ऋषिकेश उत्तराखंड का सहासिक पर्यटन स्थलों मैं मैं से के है, शिवपुरी रिवर राफ्टिंग के लिए भारत मैं नहीं बल्कि एशिया मैं जाना जाता है ! और शिवपुरी ब्यास़ी का नाम मुनि ब्यास के नाम से ही पडा है!
शिवपुरी: ऋषिकेश से 13 किलोमीटर; व्यासी: ऋषिकेश से 20 किलोमीटर
कौडियाला- ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग पर ऋषिकेश से 34 किलोमीटर
शिवपुरी, व्यासी और कौडियाला के छोटे शहर मूलत: उनके बीच मौजूद गंगा नदी के लिए प्रसिद्ध हैं जो नदी राफ्टिंग के लिए सर्वोत्तम अवसर उपलब्ध कराते हैं और नदी राफ्टरों के बीच एक लोकप्रिय स्थल बन चुके हैं।
दोनों ओर भरपूर तटों के साथ आज शिवपुरी-व्यासी-कौडियाला नदी राफ्टिंग के लिए अनिवार्य भ्रमण स्थल है और यहां अनेक अस्थायी या स्थायी कैम्प मौजूद हैं जहां पर्याप्त रूप से सुसज्जित अनेकों बड़े एवं छोटे ऑपरेटर अपनी सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं तथा अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक प्रारंभिक एवं उन्नत पाठ्यक्रम पेश कर रहे हैं और साथ ही, इस इलाके में और इसके चारों ओर छोटी-मोटी ट्रेकिंग भी करवाते हैं।
यहां अन्य लोग भी हैं जो पहले प्रतिष्ठित कैम्पों के साथ काम कर चुके हैं लेकिन अब अपनी क्षमताओं को विकसित कर लेने के बाद ऑरगनाइजरों के रूप में फ्रीलांस कर रहे हैं।