बर्फवारी से फिर लौटी ठिठुरन, पर्यटकों के चेहरे खिले
गोपेश्वर (चमोली)। रिमझिम बारिश के साथ मौसम का रूख चौथे दिन भी साफ नजर नहीं आया। बारिश के चलते निचले क्षेत्रों में जहां सर्द हवाओं के साथ पुन: ठिठुरन शुरू हो गयी, वहीं ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फवारी का सिलसिला जारी है।
अप्रैल माह में मौसम ने वर्ष 1964 के रिकार्ड तोड़ जनपद मुख्यालय गोपेश्वर समेत जोशीमठ, पीपलकोटी, नंदप्रयाग, कर्णप्रयाग, गौचर, पोखरी व थराली क्षेत्रों में कड़कड़ाती ठंड को दस्तक दी है। मौसम के मिजाज में हुए अचानक परिवर्तन से जहां पुन: जनवरी-दिसंबर का माहौल लौट आया, वहीं फसलों को इस बे-मौसमी बर्फवारी व बारिश से भारी नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। इधर लगातार जारी बर्फवारी से मंडल चोपता, तुंगनाथ, औली, फूलों की घाटी, हेमकुंड साहिब, गोविंद घाट, बदरीनाथ धाम में पहाड़ियां ने सफेद चादर ओढ़ ली है। बर्फवारी के चलते चोपता व औली में पर्यटकों का तांता भी मौसम के लुत्फ उठाने को पहुंच रहा है।