दोस्तों जैसा हम जानते हैं की देवभूमि उत्तराखंड की महान विभूतियों ने अपने प्राणों की आहुति दी हैं और कई महान ब्यक्ति उत्तराखंड को बनाने में शहीद हो गए है,उन में कुछ ऐसे भी भी हैं जो की किताबों में शहीद बनकर रहे गए हैं ओर्र आजतक उनका कोई भी कहीं भी शहीद स्मारक नहीं बना है !
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति सदस्यों ने रामपुर तिराहा गोलीकांड में शहीद हुए आंदोलनकारियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।और उत्तराखंड राज्य आन्दोलन और वीर सैनिक तथा उत्तराखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने में शहीद हुए हैं !
उत्तराखंड में जल्द ही विभिन्न स्थानों पर छह शहीद स्मारक अस्तित्व में आ जाएंगे। शासन ने इनके निर्माण को 66.18 लाख की स्वीकृति प्रदान की है। स्वतंत्रता सेनानियों व शहीद जवानों के शहीद स्मारक बनाने हैं !
शहीद स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि शहीदों के सपनों का उत्तराखंड राज्य अब तक नहीं बन पाया है। चौ. ओमप्रकाश, वेदप्रकाश शर्मा, शांता राणा, गंभीर सिंह मेवाड़, दर्शन लाल कंडवाल और संजय शास्त्री आदि उपस्थित थे। उक्रांद महिला प्रकोष्ठ ने आइडीपीएल धरना स्थल पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर रामेश्वरी चौहान, वीरा कठैत, लक्ष्मी कठैत, सरोजनी रावत, पद्मा रावत आदि उपस्थित थे। उत्तराखंड विकास पार्टी ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। बैठक में डॉ. पंकज बिजल्वाण, हिमांशु गर्ग, सलिल रावत, राम पुरोहित आदि उपस्थित थे।
डोईवाला: भानियावाला हरिद्वार तिराहे व जौलीग्रांट अठूरवाला राजेश नेगी शहीद स्मारक पर उक्रांद के जिला महामंत्री केंद्रपाल तोपवाल ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान हरदयाल सिंह सैनी, नरेंद्र नेगी, संजय डोभाल, स्वयंवर कंडवाल, जयेंद्र तोपवाल, शांति डोभाल और गोपाल सिंह आदि उपस्थित थे। नेता शिर्फ़ घोषणा करते हैं की स्मारक बनेगा !