Author Topic: Garhwali Poems by Balkrishan D Dhyani-बालकृष्ण डी ध्यानी की कवितायें  (Read 447710 times)

devbhumi

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 805
  • Karma: +0/-0
शब्द हरची गयां

शब्द हरची गयां
गीत अधूरा रैगैनी
ब्वगदा गदनौं को
माटो सब ब्वग गैनी

पोथला उडी गंया
घरटा रीता व्हैगिनी
बरखा ह्यूंद घाम
टक देख्दा रैगैनी

छुंई लगणी छे
विं ढुंगा की जोड़ी
यखुली रैगैनी
वि खुट्टियूं की जोड़ी

रूझि भिजी गे
बांजा रूखा पुंगड़ियूं
दाना सयैणा कथा
हम भुलि बिसरिगे

शब्द हरची गयां .....

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
http://www.merapahadforum.com/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित

devbhumi

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 805
  • Karma: +0/-0
जबै बी आंदि तू पास मेरा

जबै बी आंदि तू पास मेरा
ले जांदी तू ऐ स्वास मेरा
मेरी जिकोडी की दुक दुकी
मेरा बाटों बी ऐजा तू कबी कबी
जबै बी आंदि तू पास मेरा ....

रैंदु मि अब बी वै बिसरीयुं बाटों
वै पँधेरा वै आमों का छालो
जख जख छपी छे भेंट अपड़ी
अब भी पड्युं छो मि देख वखि
जबै बी आंदि तू पास मेरा ....

खुद बनग्याई जीणु को सारू
खुद मा ही अब खुदेणु छो बाटों
भूली बिसरि ही एक बारी ऐजाई
वै बाटों दगडी तू मिथे बी भेंट जैई
जबै बी आंदि तू पास मेरा ....

मिथे पता छे तू मेरी नि छे
मानी लियूं मि पर ऐ जिकोडी रूसी छे
वै थे बल अब मि कन मनेऊ
ऐजा ऐजा तू अब वैथे बोथे जै
जबै बी आंदि तू पास मेरा ....

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
http://www.merapahadforum.com/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित

devbhumi

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 805
  • Karma: +0/-0
पैनी की पेंट को सुलारा

पैनी की पेंट को सुलारा
कन लगणु त्वेथे दूर बाटिक ऐ अप्डू पहाड़ा
झीलमील झीलमील ये पौड़ी बजारा
कन लगणु त्वेथे दूर बाटिक ऐ अप्डू नजारा

चल झट चुलै की तू गै ऐ अप्डू कुर्ता सुलारा
कन लगणु दूर रैकी त्वेथे दूर बाटिक ऐ अप्डू दुलारा
खुद औरि रैबार को च बल अब ऐ तेरु सहारा
कन लगणु त्वेथे दूर बाटिक ऐ अप्डू सारु पहाड़ा

टेहरी डैम को अब व्हैगे बल ऐ टेहरी गढ़वाल
कन लगणु दूर रैकी त्वेथे दूर बाटिक ऐ अप्डू डुबो पहाड़ा
आपदा विपदा को गढ़ व्हैगे ये गदनी का बगदा धारा
कन लगणु त्वेथे दूर बाटिक ऐ अप्डू धारू पहाड़ा

जिलों की लगी गै उत्तरखंड मा बल इन बहार
कन लगणु दूर रैकी त्वेथे दूर बाटिक ऐ अप्डू रूखा पहाड़
बरस पिछणे बस बरस ही बोगणा छन यख बल अब
कन लगणु त्वेथे दूर बाटिक ऐ अप्डू बोगणु पहाड़ा

पैनी की पेंट को सुलारा
कन लगणु त्वेथे दूर बाटिक ऐ अप्डू पहाड़ा
लैपटॉप स्मार्ट फोन को च ऐ तेरु बल जमाना
बता दे मिथे तेरु मन मा मेरु क्या च ठिखणा

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
http://www.merapahadforum.com/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित

devbhumi

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 805
  • Karma: +0/-0
चांटी चांटी की खे गैनी

चांटी चांटी की खे गैनी
ऊं सुपनिया किलै कख मेरा उडी गैनी
कन औरी कब अब उडीला ऊ चखुला
जूं क पंख ऊं सुपनिया ने कतर दैनी
चांटी चांटी की खे गैनी

खुद आंदा औरी बल ऊ दूर चली जांदा
ऊ तस्बीर तुमल किलै बदली नि दैनी
क्या क्या वादा किया छन तुमल
ऊ किलै की अब तुम से पुरा नि हुनि
चांटी चांटी की खे गैनी

ठंगों की सब बल अब कौथिग लगींचा
पिंगळी जलेबी किलै की ऊँ से तौली नि जाणी
कन चरखा मा तुमल हम थे बिठेई
ऊ चरखा का अबै तक किलै की रिंगा नि जाणी
चांटी चांटी की खे गैनी

भूली गयां हुला तुमरी याद छ बल छोटी
पञ्च बरसा का जो यो तेरु मेळा लगयूं चा
अब वैंकी मियाद छ खत्म हुँण वाळी
तै थे देख फिर हमारी याद आण हुली
चांटी चांटी की खे गैनी

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
http://www.merapahadforum.com/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित

devbhumi

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 805
  • Karma: +0/-0
मेरी कहाणी मा तू याद आली

मेरी कहाणी मा तू याद आली
जबै तक ऐ .....धरा राली
ऐ फ्योंली बौरांसी फुलाली
मिथे जबै जबै तेर याद आली
मेर कहाणी मा तू सदनी इनि राली
मेरी कहाणी मा तू याद आली

ऐ दंडा ऐ कंठा मेरा
मेरा ना कुछ यख सब च यख बल तेरा
तेर ही सदनी यख बसेरू रालो
मेरु च ये बस बल तेर बान ही यख फेरु
मेरी कहाणी मा तू याद आली

ऐ गदनि तेर ही गीत गाली
सदनी तेरी माया इनि बगदी राली
ढुंगा गारा तेर बान मासु दामो बजला
धिंग्तालो ऐ मनखी मनखी तब लगाला
मेरी कहाणी मा तू याद आली

ऐ माटी मा तेर माया बसींचा
मेर हैंसी ही तेर दगड देख हंसी चा
अरदू छो मि तेर बिगेर मि यकलू
ऐजा मे दगड मिथे कैदे बल तू पोरू
मेरी कहाणी मा तू याद आली

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
http://www.merapahadforum.com/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित

devbhumi

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 805
  • Karma: +0/-0
किलै ई दुनिया मिथे आजमणि च्या

किलै ई दुनिया मिथे आजमणि च्या
मेरो जियु थे तोड़ी की मिथे ही वा किलै हंसणी च्या
जाने क्या छुईं झळकणी च्या मेर मुखड़ी मा
म्यारा बाटों मा रुक रुकी की किलै रोडो अटकणी च्या
किलै ई दुनिया मिथे आजमणि च्या

फ़िक्र नीच कित्गा बी दुनिया मेर खिलाफ व्हैजेई
हिटों वै बाटों पर ही मी जो सिधो और साफ़ व्हैजेई
म्यारा जिकोडी मा बी बास ने मुंडा धरयुं च्या गैल्यों कबी
म्यारा अंग्वाल मा बी त कबी फूलों की डाली फूली छया
किलै ई दुनिया मिथे आजमणि च्या

ऊ माया बी क्या माया च की जो हर छुईं मा
अपरी माया थे यकीन दिलणा वास्ता सौं खाण पड़े
क्वी पीड़ा निच तेर बिछोह से ज्यादा सोंजड़ी मेर
म्यारा दगड तेरो एक्लोपन ही अब मिथे खूब च
किलै ई दुनिया मिथे आजमणि च्या

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
http://www.merapahadforum.com/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित

devbhumi

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 805
  • Karma: +0/-0
ये जिकोडी मेरी

ये जिकोडी मेरी
नि जाण तिल क्या कर बैठी
में से बिन पूछी ही
तू मेसे सवाल कर बैठी

कन कैरुं मि साबित
की तुमरी खुद खूब आंदि
मेर माया तू समझे जा
की मिथे बतोंदी नि आंदि

अपरी जिकोडी मा खोजी
वख ना मी त कख बी ना मी
माया छो मी तेरो स्पर्श को
ना तर मि कख बी ना

परेली मा नेडू जियु मा पीडा
हैंसदर बता रुनु वालो कन रोयो
ई छुईं ऊ जंणदू एक्लोपन को बेल
जैन जिंदगी मा पाण से पैल खोई

ये जिकोडी मेरी .....

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
http://www.merapahadforum.com/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित

devbhumi

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 805
  • Karma: +0/-0
बेल च बस

सुबेर बयोखन को खेल च बस
जिंदगी को ये बेल च बस
औरि कुछ ना छूछी और कुछ ना

कटी जलो ये दिन बी
उन दिनों जनि
ये आस च मेर दगड मेरी
अब मेर दगडी ही राली जी
अब मेर दगडी ही जाली जी

सुबेर बयोखन को खेल च बस
जिंदगी को ये बेल च बस
औरि कुछ ना छूछी और कुछ ना

कुछ खाली खाली च
भर ही जालो जब भरण हुलु
पर पत्ता निच मिथे ओरि कैथे
ऊ दिस दीद कब परती आलो
ऊ दिस कया मि देखि जौंलो

सुबेर बयोखन को खेल च बस
जिंदगी को ये बेल च बस
औरि कुछ ना छूछी और कुछ ना

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
http://www.merapahadforum.com/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित

devbhumi

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 805
  • Karma: +0/-0
म्यारा हिर्दय की दुकी दुकी मा

म्यारा हिर्दय की दुकी दुकी मा
तू स्वास बणी मठु मठु आणि जाणी लगे छे
यूँ आँखयूँ की छपी छपी मा
तेर तस्बीर देख लुकी छुपी जाणी लगे छे
म्यारा हिर्दय की दुकी दुकी मा ....

देखी जब तेरु ऊ हसणु मुखड़ी
ऐ जिकोड मेरो हुलु तब च धड़की
तेरा पिछणे पिछणे मिल ऐकी ऐ बांदा
कख कख नि मिल मार दी फेरी
म्यारा हिर्दय की दुकी दुकी मा ....

मिथे बता तेरु नोऊ च क्या
कै कॉलेज तू पड़दी तेरु गौं च क्या
देख तू अब इन औरी ना बाहण लगा
सब धणी तेरु तो मिथे दे बता
म्यारा हिर्दय की दुकी दुकी मा ....

तेरी मयलदी ऊ आँख दोई
मै बान माया देखांदी वै माया थे जता
अपरी परेली थे ना इन झपक
साफ साफ बाता कुछ ना लुका
म्यारा हिर्दय की दुकी दुकी मा ....

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
http://www.merapahadforum.com/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित

devbhumi

  • Hero Member
  • *****
  • Posts: 805
  • Karma: +0/-0
आज किलै की

आज किलै की औ आज किलै की
तू मेरो सुपनीयू मा आणु छे
तू किलै की आज मि रुलाणु छे
आज किलै की औ आज किलै की

आँखयूँ का ऊ सुपनीयू आँखयूँ मा रैगेनि
अपडों छोड़ सात समोदर ऊ पार चलीगैनी
चखलु जनि उड़णु मिथे कैल हुलू सिखैई
आज किलै की औ आज किलै की

जून जुन्याली छे यख वख बी इनि हुली कया
जन रुणु छो यखुली यखुली ऊनि बी हुली रुंदी वा
कैल बने हुलू टक्कों थे कैल ईं पर पैल माया लगे हुली
आज किलै की औ आज किलै की

ईं अंध्यारी रात मा तू मेरो उजालू बणी की ऐई
बाटू बिरड़ी छियूँ मि मिथे बाट बथे जैई
हाथ पकड़ी की मेरो तू अपड़ो दगडी ले जैई
आज किलै की औ आज किलै की

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
http://www.merapahadforum.com/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित

 

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22