Author Topic: Garhwali Poems by Balkrishan D Dhyani-बालकृष्ण डी ध्यानी की कवितायें  (Read 447449 times)

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
देव भूमि बद्री-केदार नाथ गीत मी ....
 
 गीत मी लगाणदी  रूं 
 दुखडा अपडा बथानदी रूं 
 को भ्ज्ञान सुणलु जी
 विपदा म्यार खैरी की
 गीत मी लगाणदी  रूं  ……………
 
 मी गड्वाली पहाडा को   
 सीमलसैणधारा को 
 बंजा पड़ा पुन्गाडी मेरी 
 अल छाला पल छाला को 
 गीत मी लगाणदी  रूं  ……………
 
 लग्युं  रूं  कटुमदरी मा 
 अपरी जीमैदरी मा 
 कभी जंगलाताखता मा 
 कभी सड़की का ठेकादरों मा 
 गीत मी लगाणदी  रूं  ……………
 
 इत्गा  कै  की  भी  भै भुलों
 ध्याड़ी ना मेरी पुरी पडी 
 पुटगी की आगा ये  बल्दी रै 
 बाबा बोई बच्चा भुकी सैयी
 गीत मी लगाणदी  रूं  ……………
 
 पहाडा की ये दशा च भुलोंह   
 आंखी मेरी अब रडदी रै 
 को सुणओलो आज ये को दिलो साथ ये 
 उत्तराखण्ड मात्रभुमी मा लगी आशा ये 
 गीत मी लगाणदी  रूं  ……………
 
 गीत मी लगाणदी  रूं 
 दुखडा अपडा बथानदी रूं 
 को भ्ज्ञान सुणलु जी
 विपदा म्यार खैरी की
 गीत मी लगाणदी  रूं  ……………
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0


देव भूमि बद्री-केदार नाथ39 minutes ago On your profile ·
गीत मी ....
 
 गीत मी लगाणदी  रूं 
 दुखडा अपडा बथानदी रूं 
 को भ्ज्ञान सुणलु जी
 विपदा म्यार खैरी की
 गीत मी लगाणदी  रूं  ……………
 
 मी गड्वाली पहाडा को   
 सीमलसैणधारा को 
 बंजा पड़ा पुन्गाडी मेरी 
 अल छाला पल छाला को 
 गीत मी लगाणदी  रूं  ……………
 
 लग्युं  रूं  कटुमदरी मा 
 अपरी जीमैदरी मा 
 कभी जंगलाताखता मा 
 कभी सड़की का ठेकादरों मा 
 गीत मी लगाणदी  रूं  ……………
 
 इत्गा  कै  की  भी  भै भुलों
 ध्याड़ी ना मेरी पुरी पडी 
 पुटगी की आगा ये  बल्दी रै 
 बाबा बोई बच्चा भुकी सैयी
 गीत मी लगाणदी  रूं  ……………
 
 पहाडा की ये दशा च भुलोंह   
 आंखी मेरी अब रडदी रै 
 को सुणओलो आज ये को दिलो साथ ये 
 उत्तराखण्ड मात्रभुमी मा लगी आशा ये 
 गीत मी लगाणदी  रूं  ……………
 
 गीत मी लगाणदी  रूं 
 दुखडा अपडा बथानदी रूं 
 को भ्ज्ञान सुणलु जी
 विपदा म्यार खैरी की
 गीत मी लगाणदी  रूं  ……………
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
क्या मील
 
 क्या मील  …२
 ये मेर जीन्दगनी  मा  ….२
 क्या  मील  …२
 
 उमरी  गयाई   
 बस जेमैदारी  मा  ……२
 क्या मील ...२
 
 लिखी  पडी  स्कोल   दरी  मा
 सीखी पडी  बनु मी लाट साहब दरी मा   
 क्या मील …२
 
 क ख ग नी साथ दयी कुटम दरी मा
 ब्यो करी छुडी  घरदारा यार दरी मा 
 क्या मील …२
 
 खाणी पीणी  बाण ये पहाडा छुटी 
 बाबा बोई बच्चा ये गढ़वाल छुटी
 क्या मील …२
 
 मोरगयुं मी यख कमै कमैकी 
 धोती कुर्ता रोटी सागा लै लै की 
 क्या  मील  …२
 
 आज गयुं संसार छुडी की सब कैरी की 
 पर रहेगै खंत मी थै ये पहाड़ छुडी की 
 क्या मील …२
 
 क्या मील  …२
 ये मेर जीन्दगनी  मा  ….२
 क्या  मील  …२
 
 उमरी  गयाई   
 बस जेमैदारी  मा  ……२
 क्या मील ...२
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Priti Dabral Prritiy and 49 others.Like ·  · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
आइजावा बौडी की वो परदेसी
 
 घारा ऐजा बौडी बौडी की वो परदेसी
 घारा ऐजा बौडी की
 आपरू मुल्क छुडी की कण लगदु
 अपरू से मुख मोड़ीकी कण लगदु वो परदेसी
 घारा ऐजा बौडी की ......................
 
 वो छाल्ला वो मंदर याद आण वाहला
 नाल्खी का पाणी याद दिलणा वाहला
 पन्तैदर का बिसरा बाटा
 रै रै की ती थै रुलाणा वाहला 
 ऐजा दुओडीकी ठण्डु मीठु पाणी पीनाकुण     
 घारा ऐजा बौडी की ......................
 
 सबका सब मील जली वख ती थै
 मन्खी फिर भी रिती की रिती राली
 क्या पाई तिल वख माया कमैकी
 मोक्ष ती थै अपरी माटा मा ही पाई
 ऐजा मोक्ष पाणकुण आपरी जन्म भुमी मा       
 घारा ऐजा बौडी की ......................         
 
 घारा ऐजा बौडी बौडी की वो परदेसी
 घारा ऐजा बौडी की
 आपरू मुल्क छुडी की कण लगदु
 अपरू से मुख मोड़ीकी कण लगदु वो परदेसी
 घारा ऐजा बौडी की ......................
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Mahi Singh Mehta and 48 others.Like ·  · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
साई धुन लगी
 
 साई धुन लगी मोहे बाबा की धुन लगी
 सारी दिशा छाई साईं की धुन छाई
 साईं राम साईं राम मेरे गुरु मेरे भगवान
 तज दो मेरे अहम् भाव
 शीर्ड़ी के अंतर-ध्यान ध्यानी
 कृपा करो वो अंतरयामी
 
 साई धुन लगी मोहे बाबा की धुन लगी
 सारी दिशा छाई साईं की धुन छाई ..........................
 
 सबका मालिक एक है
 बाबा मुझे भी बना दो नेका हो .....
 लगी लोभ माया का रोग जी
 बाबा करदो कुछ उपाया जी
 आया भक्त ले के कुछ आस जी
 भर दो झोली मेरे तातजी
 साईं मेरी सुन लो पुकारा जी ...............२
 
 साई धुन लगी मोहे बाबा की धुन लगी
 सारी दिशा छाई साईं की धुन छाई ..........................
 
 मै प्यासा हों तुम मेरी प्यास जी
 वो साईं सदगुरू मेरे भगवान जी
 ज्ञान मुझे दे दो कर दो उपकार जी
 चरणु की सेवा का दे दो अधीकर जी 
 सब धर्मो मै भी रखों सदभाव जी
 आपनी दीक्षा दे दो श्री साईंनाथ भगवान जी 
 
 साई धुन लगी मोहे बाबा की धुन लगी
 सारी दिशा छाई साईं की धुन छाई ..........................
 
 साई धुन लगी मोहे बाबा की धुन लगी
 सारी दिशा छाई साईं की धुन छाई
 साईं राम साईं राम मेरे गुरु मेरे भगवान
 तज दो मेरे अहम् भाव
 शीर्ड़ी के अंतर-ध्यान ध्यानी
 कृपा करो वो अंतरयामी
 
 ॐ साईं राम
 साईं रहम नजर करना बच्चों का पालन करना !!
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Mahi Singh Mehta and 47 others.1Like ·  · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
साई धुन लगी
 
 साई धुन लगी मोहे बाबा की धुन लगी
 सारी दिशा छाई साईं की धुन छाई
 साईं राम साईं राम मेरे गुरु मेरे भगवान
 तज दो मेरे अहम् भाव
 शीर्ड़ी के अंतर-ध्यान ध्यानी
 कृपा करो वो अंतरयामी
 
 साई धुन लगी मोहे बाबा की धुन लगी
 सारी दिशा छाई साईं की धुन छाई ..........................
 
 सबका मालिक एक है
 बाबा मुझे भी बना दो नेका हो .....
 लगी लोभ माया का रोग जी
 बाबा करदो कुछ उपाया जी
 आया भक्त ले के कुछ आस जी
 भर दो झोली मेरे तातजी
 साईं मेरी सुन लो पुकारा जी ...............२
 
 साई धुन लगी मोहे बाबा की धुन लगी
 सारी दिशा छाई साईं की धुन छाई ..........................
 
 मै प्यासा हों तुम मेरी प्यास जी
 वो साईं सदगुरू मेरे भगवान जी
 ज्ञान मुझे दे दो कर दो उपकार जी
 चरणु की सेवा का दे दो अधीकर जी 
 सब धर्मो मै भी रखों सदभाव जी
 आपनी दीक्षा दे दो श्री साईंनाथ भगवान जी 
 
 साई धुन लगी मोहे बाबा की धुन लगी
 सारी दिशा छाई साईं की धुन छाई ..........................
 
 साई धुन लगी मोहे बाबा की धुन लगी
 सारी दिशा छाई साईं की धुन छाई
 साईं राम साईं राम मेरे गुरु मेरे भगवान
 तज दो मेरे अहम् भाव
 शीर्ड़ी के अंतर-ध्यान ध्यानी
 कृपा करो वो अंतरयामी
 
 ॐ साईं राम
 साईं रहम नजर करना बच्चों का पालन करना !!
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Mahi Singh Mehta and 47 others.1Like ·  · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
बैठा रहा
 
 मै बैठा रहा
 बैठा का बैठा रहा
 सब चलता रहा
 मै देखता रहा
 आँखों से अपने
 दिल मै झाँखता रहा
 मन बस कहता रहा
 कानों से सुनता रहा
 मुख से मौन रहा
 पर मै बैठा रहा ............................
 
 अंधकार मुझे समझता रहा
 उजाला मुझे याद दिलता रहा
 मौसम भीगता सुखता रहा
 हवाओं का शोर गाता रहा
 सन्नटे की खामोशी चीरती रही
 दर्द की जुबान खुलती रही
 आँसुं चुप चाप रोते रहे
 खुने नस्तर चुबोतै रहे 
 महौल को मै बिगड़ता रहा
 अपने आप को बहलता रहा
 पर मै बैठा रहा ............................
 
 जाम पर जाम युं चलता रहा
 मैखाना युं ही सजता रहा
 कभी पैमाना छलका कभी मै छलका
 मदहोशी मै बस खुद को खोता रहा
 नशे मै नशा का दौर चलता रहा
 अपनी नाकामी जश्न मानता रहा
 अपने जीवन को लुटाता रहा
 गम मै ही गम को खुशी समझता रहा
 अपनों से मै इस तरहं दुर होता रहा 
 जमीर मेरा युं ही सोता रहा
 पर मै बैठा रहा ............................
 
 मै बैठा रहा
 बैठा का बैठा रहा
 सब चलता रहा
 मै देखता रहा
 आँखों से अपने
 दिल मै झाँखता रहा
 मन बस कहता रहा
 कानों से सुनता रहा
 मुख से मौन रहा
 पर मै बैठा रहा ............................
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Mahi Singh Mehta and 46 others.Like ·  · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
गंगा पारा
 
 बैठ्युंच गंगा पारा
 बहणीच निर्मल धारा   
 पावन माँ गंगा कीनारा
 हाथ जोड़ीले जोड़ीले आजा
 बैठ्युंच गंगा  पारा ........................
 
 ऊँचा ऊँचा हिमाल
 ऐ कैलाश गढ़ हमारा
 उकाला उन्दारून मा
 कल कल करणी गंगा धारा
 बैठ्युंच गंगा  पारा ........................
 
 ठंडो ठंडो मीठो पाणी
 मन्ख्युं की तिस बुजाणी 
 गढ़ देशा की गंगा स्वाणी
 उतराखंड मा बोगुणी
 बैठ्युंच गंगा  पारा ........................
 
 बैठ्युंच गंगा पारा
 बहणीच निर्मल धारा   
 पावन माँ गंगा कीनारा
 हाथ जोड़ीले जोड़ीले आजा
 बैठ्युंच गंगा  पारा ........................
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी' and 42 others.1Like ·  · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
भंडाया दिण
 
 भंडाया दिण बाद
 मी पहाडा आयुं.......२
 मेरा गों बाटा थै
 मै बिसरी गयुं..........२
 भंडाया दिण बाद
 
 बोई ऐ उकाल
 देख मै भीर गीर गयुं
 दोई संसा चड़ी मी
 झट तै ढंया बैसी गयुं
 भंडाया दिण बाद
 
 
 कमरी तुटन लगी
 खुटी मेर दुखण लगी
 दिण घाम तिसलु गलंण लग्युं 
 राता जाडु गठ्यारू हीलंण लग्युं   
 भंडाया दिण बाद
 
 तब लगी मी थै
 मेर पहाड़ थै कण भुली गयुं
 रैण सैण रीती रीवाज
 आज बस उपरी मनखी गयुं 
 भंडाया दिण बाद
 
 भंडाया दिण बाद
 मी पहाडा आयुं.......२
 मेरा गों बाटा थै
 मै बिसरी गयुं..........२
 भंडाया दिण बाद
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Sandeep Thapliyal and 35 others.1Unlike ·  · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
सैकी
 
 सै सैकी  ग्याई  ऐ
 उपरी उपरी आई ऐ 
 जवानी को  ..२ उमला  ऐ
 कुछ कम  णी  आई  ऐ 
 सै सैकी ग्याई ऐ …..
 
 बाबा बोईल समझाई
 कभी  मारी  मीथै 
 कभी  मीथै  दम दै 
 दादा दादी को मयलादू ऐ
 सै सैकी ग्याई ऐ …..
 
 स्कोला कोलेज मा भी 
 दर मंदरा कुल्हाण मा भी 
 उकाली उंदार मा भी 
 मीथै कुछ भी णी भायी ऐ
 सै सैकी ग्याई  ऐ ……….
 
 ब्योहा व्हाई बावरी आई 
 सेवकरी मेरी दो नुँनो वहई 
 घर पुंगड़ का काम भी 
 सोंजड़या ल ही क्याई  ही  ये
 सै सैकी ग्याई ऐ …..
 
 बु ढो व्हैगेऊ मी अब  ऐ
 बल अब भी खटुला ही प्यारु  ऐ
 खेंशी खेंशी की दमदयट दयाई
 हुका चाय अब भी खट्लू मा  आई
 सै सैकी ग्याई ऐ …..
 
 मेर इनी जींदगानी गै
 केंकी  णा मील फिकर  की 
 बीडी  की सुटा मिल  फूकै
 बाटली थैली  खट्लू  मा  ऐ 
 सै सैकी ग्याई ऐ …..
 
 सै सैकी  ग्याई  ऐ
 उपरी उपरी आई ऐ 
 जवानी को  ..२ उमला  ऐ
 कुछ कम  णी  आई  ऐ 
 सै सैकी ग्याई ऐ …..
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Priti Dabral Prritiy and 49 others.Like ·  · Share

 

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22