Author Topic: Garhwali Poems by Balkrishan D Dhyani-बालकृष्ण डी ध्यानी की कवितायें  (Read 447600 times)

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
याद आब भी यांदा 
 
 डूबी टेहरी मेरी 
 मीथै याद आब भी यांदा
 कंण कखक लुकी बोई मेरी
 मीथै याद आब भी यांदा 
 डूबी टेहरी मेरी  ................................
 
 भगवती मेरा गढ़ देश की
 तेरी पुजा मील कंण बिसरण
 बद्री-केदार मेरु भगवान मेरा देबता
 मील ऐकी वख माथा झुकाण 
 मेरा गढ़देश का ईस्ट देबता ऐकी जगाण 
 मीथै याद आब भी यांदा 
 डूबी टेहरी मेरी  ................................
 
 
 बगाती जांदा भगीरथी ऐ पहाडा
 मील हरिद्वार ऐकी डुबकी लगाणा 
 कखक मिलाल ऐ डंडा कांडा मेरा
 कब आला ऐ गढ़ बार तियौहरा
 चैता वाली फागुन की होली  मील बुओडी आण 
 मीथै याद आब भी यांदा 
 डूबी टेहरी मेरी  ................................
 
 ऐ पहडा ऐ गढ़वाल मेरा
 मेरु जन्म स्थान  भगवान कंण भुलाण
 देव भुमी मेरा देश महान
 ठण्डु ठण्डु मीठू पाणी पीणाकुण आण
 मी रैलु जख भी मील मरोणा कुण यखी आण
 मीथै याद आब भी यांदा 
 डूबी टेहरी मेरी  ................................
   
 डूबी टेहरी मेरी 
 मीथै याद आब भी यांदा
 कंण कखक लुकी बोई मेरी
 मीथै याद आब भी यांदा 
 डूबी टेहरी मेरी  ................................
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Mahi Singh Mehta and 47 others.2Like ·  · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
प्यार
 
 ऐ प्यार
 सिर्फ इंतजार
 झलक उसकी
 दिल बेकरार
 ऐ प्यार ..........................
 
 एक हर्ष
 हाथों का स्पर्श
 जागे अहसास
 ले जाये उनके पास
 ऐ प्यार ..........................
 
 नजरों का मेल   
 खींचें रिश्तों की रेल
 परिवार के डिब्बे को ले पास
 दौडे दो लोहों पर आज
 ऐ प्यार ..............................
 
 गम खुशी साथ
 आँसुं दिल के पास
 उसका ही खयाल
 धडकता साथ साथ
 ऐ प्यार ...............................
 
 बातों बातों एक बात
 उनकी ही है ऐ रात
 अकेले रहें अब हम
 या उनके साथ साथ     
 ऐ प्यार ................................
 
 दर्द मै मिला
 उभर और भी प्यार
 संचित होआ इस मै
 आया और निखार
 ऐ प्यार .................................
 
 बढती रहे ऐ रेल   
 बनता जाये ओर मेल
 जिंदगी के सफर मै
 सदा रहे ऐ प्यार
 ऐ प्यार ......................................
 
  ऐ प्यार
 सिर्फ इंतजार
 झलक उसकी
 दिल बेकरार
 ऐ प्यार ..........................
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Mahi Singh Mehta and 46 others.1Like ·  · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
ऐजा गेल्या गढ़ देश
   
 तेरी मेरी माया ...........३गेल्या
 ऐ जग बिसराया तेरी मेरी माया गेल्या तेरी मेरी माया
 गढ़ देशा की मील छ्या  तेरी मेरी माया गेल्या तेरी मेरी माया
 तेरी मेरी माया ...........३गेल्या
 
 मयारू दुख तु समझे अपरू
 परयु नी तु तु छे अपरू
 रुणु मी किले ..................२
 बल तिल अंशुओं बिखराया 
 तेरी मेरी माया ...........३गेल्या
 
 हम दोई गेल्या बालापन हम दोई गेल्या
 अपरी धरती अपरी गढ़ छुडी कंण कै रैण गेल्या कंण कै रैण
 बाबा बोई रूणा छिण गेल्या बाबा बोई रूणा छिण
 ऐजा गढ़वाल गेल्या ऐजा गढ़वाल
 क्या फर्क पड्लू गेल्या दोई रोटा मिला कम यख  दोई रोटा मिला कम
 तेरी मेरी माया ...........३गेल्या
   
 
 खैरी विपदा की जीमैदारी
 दगडी दगडी ऐ गेल्या .......दगडी ऐ
 काम धाम ध्याड़ी बाण गेल्या
 किले छुडी की गै गेल्या .....किले छुडी की
 बाटा हेरणु आज मी ...२ ...तु दोउडी की....२  ऐ गेल्या .....  तु दोउडी की ऐ 
 तेरी मेरी माया ...........३गेल्या
 
 तेरी मेरी माया ...........३गेल्या
 ऐ जग बिसराया तेरी मेरी माया गेल्या तेरी मेरी माया
 गढ़ देशा की मील छ्या  तेरी मेरी माया गेल्या तेरी मेरी माया
 तेरी मेरी माया ...........३गेल्या
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Mahi Singh Mehta and 47 others.2Like ·  · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
सबैरा सबैरा
 
 सबैरा की बात चा
 अबरै रात गयाई त्या
 बगता की बात चा
 कण वहलो क्या वहई
 नींद मा छा मी
 झट नींदी मेर टूटी
 अंधरों उजालो वहाई
 सबैरा की बात चा ..........................
 
 गढ़ मा लाली छाई
 घ्याप्लो दादा बलदा जोड़ी
 हल लेकी पुन्गड़ मा गयाई
 शांता बुअडी छनी मा
 गओडॉ गीलेण रवाना वहई
 मी खट्लू नी छुआडी 
 सब दैखुदा रहाई
 झण क्या बात वहई     
 सबैरा की बात चा ..........................
 
 अब मी खटलू  पड़यों छो
 एक कर सब थै देख्दों राहों
 पर उठाण की हिम्मत नी वहाई 
 तब बोईल आवाज दयीई
 क्या व्है रै बाबा आज
 किले नी उठाणु छे खट्लूं
 मील जवाब नी दयाई 
 बस पडू के पडू रहई
 क्या मीथै सवेर सवेर वहई
 सबैरा की बात चा ..........................
 
 उठणे को जोर दयाई
 कमरी पीड़ा उभरी आई
 बोयी कै आवाज दयाई
 पर आवाज नी आई
 भरमंड मेर पकड़ी ग्याई
 शरीर मा तप्त ज्वर
 भट्टी चै जलणी
 मी बुखार मा छे तपणु
 ता ये बात वहई
 सबैरा की बात चा ..........................
 
 कोई भी णी  च घार
 सब गये अपर काम  धाणी 
 आपरा आपरा दिशा धणी मा
 मी मुरगयुं रै भुल्हा
 अपर अक्कल दाड़ी मा
 सेंगुसैं की बाडी मा
 अपर रखवाल दरी मा
 अपर यखर गाडी मा
 सबैरा की बात चा ..........................
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Priti Dabral Prritiy and 48 others.3Like ·  · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
र्द
 दर्द की दास्ताँन
 ख्वाब से शुरू होयी
 प्यार के बाँहों तक पुहंची
 जुदाई के साथ टूटी
 गरीबी मै वो झुलसी
 बेबसी का नजारा देख
 धोखे के साथ मशहुर होयी
 झुठ की बली बनकर
 तन्हाई मै गफलत होयी
 दर्द की दास्ताँन
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
गुलोबंदा
 
 क्या खैरी क्या विपदा
 म्यार मन को डैरो गुलोबंदा .......२
 कैकी अंधारु झोलह पड़ी
 सारु गढ़देश आज गुलोबंदा .....२
 क्या खैरी क्या विपदा...................
 गुलोबंदा गुलोबंदा  ....
 
 बंजा बंजा मनखी देखीणी
 आज देख फंस लगेणी गुलोबंदा ......२
 गालामा वा लगुली लगी
 परबत ही वा ब्युओली बाणी गुलोबंदा ......२
 गुलोबंदा गुलोबंदा  ....
 
 दीण रात वा पैटेणी
 कबैर कुल्हाण कबैर छनी बांधली गुलोबंदा .....२
 कबैर घशा मा वा लगैली
 धतुडी अब लगी वींथै काटेणी गुलोबंदा ......२
 गुलोबंदा गुलोबंदा  ....
 
 जख भी देखा वा देखेणी
 दूर वा क्या वहाली खोजाणी  गुलोबंदा ......२
 मैता वा सरसा का बाटा मा
 मशाण मा फिनका उडैणी गुलोबंदा ......२
 गुलोबंदा गुलोबंदा  ....
 
 क्या खैरी क्या विपदा
 म्यार मन को डैरो गुलोबंदा .......२
 कैकी अंधारु झोलह पड़ी
 सारु गढ़देश आज गुलोबंदा .....२
 क्या खैरी क्या विपदा...................
 गुलोबंदा गुलोबंदा  .....
 
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Priti Dabral Prritiy and 49 others.1Like ·  · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
ऐ क्या वहई ?
 
 कुडा कुडा णी राहांई
 पुंगडा बंजा पड़ग्याई
 गढ़ किले रीटा व्हैग्याई
 गढ़ देश को हाल देबत मेरा
 ऐ क्या वहई ऐ क्या वहई ........................
 
 कदगा दीण कदगा रैण
 दीण अब यख ईणी कटेण
 कखक गैण सांकी को चैण
 तिशालु बाटा बण रूडी गैण
 ऐ क्या वहई ऐ क्या वहई ........................
 
 कट कट कैकी डंडा कंडा
 डाम्बरी सड़की टुक गैनी
 मन की माया रो रो की
 मन माया रहै गै बस अब आदा
 ऐ क्या वहई ऐ क्या वहई ........................
 
 कुडा कुडा णी राहांई
 पुंगडा बंजा पड़ग्याई
 गढ़ किले रीटा व्हैग्याई
 गढ़ देश को हाल देबत मेरा
 ऐ क्या वहई ऐ क्या वहई ........................
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Manish Raturi and 47 others.Like ·  · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
देव भूमि बद्री-केदार नाथ
बस और नही

अच्छा था मै ८० के दशक मै रहता जी
इस माया मोहा लोभ से तो बचा रहता जी !!
अच्छा था मै ८० के दशक मै रहता जी .....................

हरियाली ही हरयाली थी चाहों ओर
उस धरती की गोद मै गुल सा खिला रहता जी !!
अच्छा था मै ८० के दशक मै रहता जी .....................

माँ पिता गुरुवर ने मुझे संस्करों से सींचा था जी
जंहा अतिथी देवो भावो माना जाता था जी !!
अच्छा था मै ८० के दशक मै रहता जी .....................

अहम अहंकार की दौड़ का है ऐ वतर्मान दशक
खडा हो मै यंहा पर बस बनकर एक मुक दर्शक
अच्छा था मै ८० के दशक मै रहता जी .....................

जहं भी नजर फैलाओं बस दुःख दर्द से व्याध है
कोई किसी का नहीं बस रिश्ता यंह रुपये सा गोल है
अच्छा था मै ८० के दशक मै रहता जी .....................

इंसानीयत बस खो गयी यंह पर ओर कुछ ओर नहीं
ऐ कलियुग कब ख़त्म होगा बस और नही बस और नही
अच्छा था मै ८० के दशक मै रहता जी .....................

अच्छा था मै ८० के दशक मै रहता जी
इस माया मोहा लोभ से तो बचा रहता जी !!
अच्छा था मै ८० के दशक मै रहता जी .....................

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीतSee

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
By साई ध्यान ध्यानी
!!ॐ साईं राम ॐ!!
!!ॐ साईं राम ॐ!!
साईं साईं साईं
मोहे साईं धुन लगी ऐसे
हो गयी मै साईं दीवानी ...२
जंहा जाऊं बाबा मेरे
दर्शन पाऊँ मै बस तेरे ....२
हर ओर शीर्डी धाम देखे
तीर्थ श्रधा सुबरी ज्योत जले ....२
नैनो मै बाबा की मुरात सजै
नंगे पग दौडों गलियों मे .....२
अब मै एक तारा लै साई
मै हों बाबा की दीवानी मै साईं दीवानी ...2
सदगुरु साईं सुरुवर मेरे
कलियुगी अवतारी बाबा ...२
पग धोवों मै तेरे साईं पग धोवों मै तेरे
समधी मै आश लगाओं
आशा पुरी कर दै तु मेरी साईं ....२
तेरी विभुती माथे लगाओं
रोग पीड़ा मै दुर भागाओं
चंदन घस घसकर गुरु मेरे
तन मन निर्मल मै बनावों
ऐसा लगा साईं लैप मन पर
मै साईं साईं पुकारों ...२
मै तो होई रै साईं दीवानी ...२
साईं साईं साईं
मोहे साईं धुन लगी ऐसे
हो गयी मै साईं दीवानी ...२
जंहा जाऊं बाबा मेरे
दर्शन पाऊँ मै बस तेरे ....२
!!ॐ साईं राम ॐ!!

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
Like · · Share

एम.एस. मेहता /M S Mehta 9910532720

  • Core Team
  • Hero Member
  • *******
  • Posts: 40,912
  • Karma: +76/-0
कभी मै यूँ ही मै ............
 
 कभी मै यूँ ही मै आपने आप पर हँस लेता हों
 किसी तरंह मै आपना गम हल्का कर लेता हों !!
 कभी मै यूँ ही मै ............
 
 दो आंसुओं को मै इस तरहा बचकर दोस्तों
 मै किसी के ख्वाबों मै सपनो को बुन लेता हो !!
 कभी मै यूँ ही मै ............
 
 गुल मीले उनकों ,काँटों को अपने हाथों चुबो देता हों
 खुन मेरा बहै सही पर उस चेहरे को मै सकुन देता हों
 कभी मै यूँ ही मै ............
 
 रात मै अन्धेरा से लड़ लड़कर झीलमील सवेरा देता हों
 डर ना लगे अकेले मै इसलिये रातभर जलता रहता हों   
 कभी मै यूँ ही मै ............
 
 सवेरे की उजाले मे मै अक्सर बुझ सा जाता हो
 रहें ना अकेला वो हमदम बोझे दिये धोंयें सा मै मंडराता हों
 कभी मै यूँ ही मै ............
 
 सांसों की अवन जवान मै भी अपना अहसास दिलाता हों
 दिल अगर रोयें उसका कभी याद मै अपने आँसुं बहता हों 
 कभी मै यूँ ही मै ............
 
 कभी मै यूँ ही मै आपने आप पर हँस लेता हों
 किसी तरंह मै आपना गम हल्का कर लेता हों !!
 कभी मै यूँ ही मै ............
 
 बालकृष्ण डी ध्यानी
 देवभूमि बद्री-केदारनाथ
 मेरा ब्लोग्स
 http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
 मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत — with Manish Raturi and 47 others.1Unlike ·  · Share

 

Sitemap 1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22