सोणा का मेहना , ब्वे कनु के रैणा।
........कण लाग जी आप थे जरूर बतवा जी
सोणा का मेहना , ब्वे कनु के रैणा , कुएड़ी लौन्काली …२
अन्देरी रात , बरखा की झामणाट , खुद तेरी लागली
सोणा का मैना , ब्वे कनु के रैणा , कुएड़ी लौन्काली ..
चौ डाण्ड्यों पोर सर्ग गगड़ान्द…२
हिरिरिरी पापी बरखा झुकी आंद…२
बडुली लागाली ई ई ई
सोणा का मैना , ब्वे कनु के रैणा , कुएड़ी लौन्काली
सोणा का मैना , ब्वे कनु के रैणा ...
गाढ़ गद्नियों सी , स्विस्याट घनाघोर ..…२
तुम परदेस , मी याख़ुली घोरा..…२
ज़ीकूड़ी डॉराली ई ई ई
सोणा का मेहना , ब्वे कनु के रैणा , कुएड़ी लौन्काली
अन्देरी रात , बरखा की झामणाट , खुद तेरी लागली
सोणा का मैना , ब्वे कनु के रैणा ...
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यकुलू सरेला , उनी प्राणी क्वासु ..…२
सेरा बस्ग्याल , अब दन मन आंसू..…२
आखी धोलाली ई ई ई
सोणा का मेहना , ब्वेकनु के रैणा , कुएड़ी लौन्काली
सोणा का मैना , ब्वे कनु के रैणा ...
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तेरा नौन्यल , आर पूँगाद्यों धान.....२
बरखा का दीडो माँ घांस कु बे जान.....२
झूली मेरी रूझालीई ई ई
सोणा का मेहना , ब्वे कनु के रैणा , कुएड़ी लौन्काली
सोणा का मेहना , ब्वे कनु के रैणा
सोणा भादों बर्खिकी चली गैनी -2
ऋतू गेनी मेरी आँखें नि ऊबेइनि -2
कनु के उबाली ई ई ई
सोणा का मेहना , ब्वे कनु के रैणा , कुएड़ी लौन्काली
अन्देरी रात , बरखा की झामणाट , खुद तेरी लागली
सोणा का मैना , ब्वेकनु के रैणा , कुएड़ी लौन्काली .
अन्देरी रात , बरखा की झामणाट , खुद तेरी लागली